देश में 4 महीने स्थिर रहने के बाद पेट्रोल डीजल के दामों में फिर लगातार इजाफा
प्रकाशित: मार्च 28, 2022 06:31 pm । भानु
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- कुछ राज्यों में चुनाव के चलते नवंबर से स्थिर थी पेट्रोल डीजल की कीमतें
- रूस-यूक्रेन युद्ध को माना जा रहा तेल के दाम बढ़ने में बड़ा कारण
- आने वाले कुछ दिनों में और भी बढ़ सकते हैं पेट्रोल डीजल के दाम
- सीएनजी की कीमतों में भी हुआ इजाफा
चार महीने तक स्थिर रहने के बाद देश में एक बार फिर से पेट्रोल/डीजल की कीमतों में इजाफा होना शुरू हो गया है। 22 मार्च के बाद लगातार 6 बार तेल के दाम बढ़ चुके हैं जिसके बाद सोमवार 28 मार्च को पेट्रोल और डीजल के दामों में क्रमश: 30 पैसे और 35 पैसे का इजाफा हुआ है।
गोवा, पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में हुए चुनावों के कारण नवंबर 2021 से देश में ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी बंद हो गई थी। 22 मार्च से लेकर ये आर्टिकल लिखे जाने तक पेट्रोल/डीजल की कीमतों में करीब 4 रुपये प्रति लीटर का इजाफा हो चुका है।
बीते 4 महीनों से स्थाई रहे तेल के दामों के दौरान इंटरनेशनल फ्यूल प्राइस में 30 अमेरिकन डॉलर प्रति बैरल का इजाफा हुआ। एचपीसीएल, आईओसी और बीपीसीएल जैसे स्टेट फ्यूल रीटेलर्स को भी अब तेल की बढ़ती कीमतों का सामना करना पड़ रहा है जिससे इस बात की ओर इशारा मिल रहा है कि आने वाले दिनों में कीमतों में और वृद्धि होगी। हालांकि, अलग अलग राज्यों में टैक्स के अपने नियमों के आधार पर कीमतें राज्य-वार अलग-अलग होंगी। रूस-यूक्रेन संकट के मद्देनजर बैरल की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं। भारत 85 प्रतिशत ऑइल इंपोर्ट कराता है, इसलिए अंतरराष्ट्रीय दरों में उतार-चढ़ाव का असर यहां भी पड़ेगा। इसके अलावा, मीडिया रिपोर्ट्स के जरिए ये भी बताया जा रहा है कि इंटरनेशनल फ्यूल बैरल की कीमतें और बढ़ेंगी।
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इसका असर सीएनजी के दामों पर भी पड़ा है। दिल्ली एनसीआर में पिछले दो हफ्तों में सीएनजी की कीमतों में 2 रुपये का इजाफा हुआ है। दूसरी ओर, महाराष्ट्र सरकार ने सीएनजी पर वैट में 10 प्रतिशत से अधिक की कटौती की है, जिससे कीमतों में कमी आएगी।
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