भारत में फॉर्मूला ई-रेसिंग लाने की तैयारी में है महिन्द्रा
महिन्द्रा की योजना देश में फॉर्मूला ई-रेसिंग का आयोजन कराने की है। फॉर्मूला-ई में इलेक्ट्रिक कारों की रेस कराई जाती है। यह इवेंट इंटरनेशनल लेवल पर होता है। इसे दुनियाभर में मशहूर एफ-वन रेसिंग कराने वाली संस्था एफआईए (फेडरेशन इंटरनेशनल दे ऑटोमोबाइल) ने भी स्वीकृति दे रखी है।
इस आयोजन को लेकर महिन्द्रा एंड महिन्द्रा के कार्यकारी निदेशक पवन गोयनका की छह केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक भी हुई। इनमें सुरेश प्रभु, रवि शंकर प्रसाद, अशोक गजपति राजू, नितिन गडकरी, प्रकाश जावड़ेकर और राजीव प्रताप रूड़ी शामिल थे। इस बारे में पवन गोयनका ने कहा कि ‘एफआईए इस आयोजन को लेकर काफी उत्सुक है। यह आयोजन आम लोगों में इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति जागरूकता और समझ को बढ़ावा देगा। इलेक्ट्रिक वाहनों की यह प्रतियोगिता रेसिंग ट्रैक पर नहीं सड़कों पर आयोजित होगी। इसके लिए एक दिन शहर के बीचों-बीच से गुजरने वाली मुख्य सड़कों को आम ट्रैफिक के लिए बंद करना होगा। हो सकता है इससे जनता को थोड़ी असुविधा हो लेकिन जब ऐसा होगा तो दुनिया की नजर भारत पर होगी।'
पवन गोयनका ने आगे बताया कि एक्सयूवी-500 और स्कॉर्पियो की ऑफ रोडिंग क्षमताओं को और सुधारने के लिए महिन्द्रा रेसिंग दक्षिण अमेरिका में होने वाली डकार रैली में हिस्सा लेने के बारे में सोच रही है।
फॉर्मूला ई-रेसिंग की बात करें तो देश में इसके आने से कई लाभ होंगे। एक तो इससे लोगों में इलेक्ट्रिक कारों को लेकर जागरूकता बढ़ेगी। दूसरा, देश में ऐसे वाहनों की बिक्री बढ़ाने और इनके लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने में मदद मिलेगी। इस समय देश में बैटरी चालित कारों की स्थिति खास अच्छी नहीं है और काफी कम लोग ही इन्हें खरीदते हैं। इसकी एक वजह इन कारों को बनाने में आने वाला ऊंचा खर्च भी शामिल है। हालांकि कार कंपनियां धीरे-धीरे इस तकनीक को अपनी कारों में लाने लगी हैं।
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