गडकरी ने एक बार फिर से भारत में ऑटोमैन्युफैक्चरर्स को फ्लेक्स फ्यूल व्हीकल्स तैयार करने के लिए कहा
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कारमेकर्स से भारत में फ्लेक्स-फ्यूल और फ्लेक्स-फ्यूल हाइब्रिड व्हीकल्स का प्रोडक्शन शुरू करने का आह्वान किया है, और उन्हें ये काम 6 महीने के भीतर शुरू कर देने तक का समय भी दिया है।
ग्रीन हाउस गैसों को लेकर बढ़ रही चिंता के बीच केंद्रीय मंत्री का ये बयान आया है और भारत ने भी 2030 तक कार्बन उत्सर्जन को 1 बिलियन टन कम करने का लक्षय रखा है।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री का कहना है कि ऐसे वाहन 100 प्रतिशत पेट्रोल या 100 प्रतिशत बायो-एथेनॉल और उनके मिश्रणों पर चल सकते हैं, और फ्लेक्स फ्यूल हाइब्रिड भी स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजी का उपयोग कर सकते हैं।
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बता दें कि फ्लेक्स फ्यूल पेट्रोल और इथेनॉल (या मेथनॉल) का ही मिश्रण है और ये पेट्रोल की तुलना में काफी सस्ता पड़ता है। इथेनॉल, जिसे आमतौर पर बायोफ्यूल भी कहा जाता है ये गन्ने से बनी शराब का एक शुद्ध रूप है।
अभी काफी कारमेकर्स ने इस तकनीक को अपनाने का अपना प्लान शेयर नहीं किया है मगर,मारुति ने इतना जरूर कहा है कि उनके लाइनअप में ऐसे व्हीकल्स जरूर शामिल होंगे। गडकरी का कहना है कि फ्लेक्स फ्यूल आने के बाद व्हीकल्स की प्राइस ज्यादा नहीं बढ़ेगी। वहीं कंपनियां इस तकनीक को कितने प्रभावी रूप से अपनाएगी इसका भी कोई रोडमैप तैयार नहीं किया गया है।
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भानु
- 1106 व्यूज़
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