कोरोना वायरस के कारण ऑटो सेल्स में आई गिरावट, 2 महीने तक और चल सकती है बीएस4 कारों की बिक्री
प्रकाशित: मार्च 17, 2020 07:44 pm । nikhil
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कोरोना वायरस (कोविड-19) लोगो के स्वास्थ्य के साथ-साथ देश-विदेश की अर्थव्यस्था को भी प्रभावित कर रहा है। संक्रमण फैलने के डर से लोग बाजार में खरीदारी करने के लिए नहीं निकल रहे हैं। परिणाम स्वरुप विभिन्न सेक्टर की सेल्स में कमी देखी जा रही है और इससे ऑटो इंडस्ट्री भी अछूती नहीं रही है। इसके चलते देश के डीलरशिप्स का 31 मार्च की डेडलाइन से पहले अपना बीएस4 वाहनों का स्टॉक निपटाना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए फेडरेशन ऑफ़ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (एफएडीए) ने सुप्रीम कोर्ट से बीएस 4 वाहनों की बिक्री और रजिस्ट्रेशन की अनुमति देने के लिए 31 मई तक का समय मांगा है। वर्तमान समय सीमा के अनुसार, 1 अप्रैल से किसी भी बीएस 4 वाहन की बिक्री या रजिस्ट्रेशन नहीं किया जा सकता है और केवल बीएस 6 वाहनों की ही बिक्री की जा सकेगी।
एफएडीए के अनुसार, हाल के दिनों में वॉक-इन सेल्स में 60 से 70% तक की कमी आई है क्योंकि लोग अपना कोरोना वायरस से बचाव के लिए अधिकांश समय घर पर ही व्यतीत कर रहे हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि फेडरेशन ने फरवरी में भी इसी तरह का अनुरोध किया था जिसे अस्वीकार कर दिया गया था। एफएडीए के अध्यक्ष आशीष हर्षराज काले ने इस बारे में टिपण्णी करते हुए कहा, "हमेशा की तरह व्यवसाय के संचालन की परिस्थितियों में भारी बदलाव आया है। पिछले 3-4 दिनों में स्थिति खराब हो गई है क्योंकि कई कस्बों और शहरों में आंशिक लॉकडाउन की स्थिति है और कुछ जिला मजिस्ट्रेटों ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए ऑटो डीलरशिप सहित दुकानों और प्रतिष्ठानों को बंद करने के नोटिस जारी करना शुरू कर दिया है।""
सुप्रीम कोर्ट द्वारा फिलहाल इस नए अनुरोध का जवाब नहीं आया है। ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री पिछले एक साल से मंदी की मार झेल रही है। बीएस4 वाहनों की बिक्री के विस्तार का उद्देश्य बीएस6 वाहनों की बिक्री प्रभावित करना नहीं है। बल्कि विभिन्न बीएस4 वाहनों के स्टॉक को निकालने का अनुरोध है, ख़ासकर डीजल मॉडल्स का।
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