इलेक्ट्रिक कारों की सेफ्टी के लिए बीआईएस ने पेश किए नए स्टैंडर्ड्स,जानिए इनके बारे में
ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (बीआईएस) ने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए दो नए स्टैंडर्ड्स:आईएस 18590:2004 और आईएस 18606:2004 जारी किए हैं जिसका फोकस इनके पावरट्रेन पर रहेगा। इन नए स्टैंडर्ड्स का मकसद भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की ओवरऑल सेफ्टी में सुधार लाना है।
क्या है बीआईएस
ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (बीआईएस) जो पहले इंडियन स्टैंडर्ड्स इंस्टीट्यूशन के तौर पर भी जाना जाता था एक सरकारी संस्था है जो प्रोडक्ट,प्रोसेस,सिस्टम और सर्विसेज को स्टैंडर्डडाइज और सर्टिफाय करता है। ये मिनिस्ट्री ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स,फूड और पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन के अधीन आता है। आमतौर पर लोग यहीं जानते हैं कि ऑटोतमोटिव इंडस्ट्री् के पैरामीटर्स सड़क,परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ही तय करता है मगर कार बनाने में इस्तेमाल लिए जाने वाले कई कंपोनेंट्स ऐसे होतें है जिनको बीआईएस ही सर्टिफिकेट जारी करता है।
क्यों बीआईएस सर्टिफिकेट है जरूरी?
ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स भारत में बिकने वाले प्रोडक्ट्स की मिनिमम सेफ्टी को सुनिश्चित करता है। नए रेगुलेशंस के आने से अब कार में आगजनी जैसी घटनाएं थोड़ी कम हो सकती है जो कि खराब दर्जे की बैटरी और इलेक्ट्रिक मोटर की खराब क्वालिटी की वजह से लगती है। बता दें कि क्रैश सेफ्टी डेटा के अनुसार टाटा नेक्सन ईवी और टाटा पंच ईवी इस वक्त सबसे सेफ मेड इन इंडिया इलेक्ट्रिक कारें हैं।