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कार को चोरी होने से बचाना चाहते हैं तो फॉलो करें ये पांच टिप्स

प्रकाशित: जून 10, 2020 08:08 pm । स्तुतिहुंडई वेन्यू 2019-2022

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हम अक्सर सही कार और सही वेरिएंट चुनने के लिए काफी रिसर्च करते हैं। कई बार हम सही कलर चुनने के लिए भी अक्सर दूसरों से सलह मांगते हैं। लेकिन, क्या हम कभी कार सिक्योरिटी पर ध्यान देते हैं? एक कार को चोरी होने और कार के पार्ट्स को अलग करने में बस कुछ घंटे ही लगते हैं। मगर, चोरी-चकारी से बचना इतना भी ज्यादा मुश्किल नहीं है। आज हम आपको 5 आसान तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे अपनाकर आप भी अपनी कार को सुरक्षित रख सकते हैं। 

1. सिक्योर पार्किंग

कार को चोरी होने से बचाने का यह सबसे कारगर तरीका है। हम में से अधिकतर लोग कार की पार्किंग कंपाउंड के भीतर या फिर अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स के एक समर्पित स्थान पर करते हैं। लेकिन, कई कार ओनर्स ऐसे भी होते हैं जो अपनी कार के लिए स्ट्रीट पार्किंग चुनते हैं। बता दें कि ऐसी हजारों आवासीय बिल्डिंग हैं जिसमें किसी भी तरह की कारों की पार्किंग की व्यवस्था नहीं की गई है या कोई पार्किंग स्पॉट नहीं दिए गए हैं। ऐसे में आप अपनी कार के लिए एक ऐसी जगह ही चुनें जहां से वह एकदम दिखाई दे और जहां भरपूर रोशनी हो। ध्यान रखें कि आप अपनी गाड़ी को खुद के या फिर दूसरों के घरों के आसपास ही पार्क करें। ऐसे में कार चोरी होने की संभावनाएं काफी कम रहती हैं। 

2. सीसीटीवी

अधिकतर सभी रेजिडेंशियल बिल्डिंग में सीसीटीवी कैमरा या मॉडर्न डे सिस्टम लगे होते हैं जो किसी भी कार या लोगों की पहचान करने में अच्छी फुटेज देते हैं। यदि आप अपनी कार को प्राइवेट कंपाउंड में बंद गेट के अंदर पार्क करते हैं तो भी सीसीटीवी कैमरा इंस्टॉल करने की सलाह अक्सर दी जाती है। बता दें कि एक सीसीटीवी कैमरे की कीमत 2000 रुपए से शुरू होती है। वहीं, मल्टी-कैमरा सेटअप की प्राइस 15,000 से 18,000 रुपए तक जाती है।

अगर आपके एरिया में या फिर घर में सिक्योरिटी सिस्टम इंस्टॉल हो रखा है तो अपनी कार को ऐसी लोकेशन पर ही पार्क करें जहां वह कैमरे की नज़र में हो। इसके अलावा काफी जगहों पर सीसीटीवी कैमरे इंस्टॉल होते हैं। ऐसे में सुनिश्चित करें कि फुटेज सही तरह से स्टोर व रिकॉर्ड की जा रही हो। अधिकतर शहरों में सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए गए हैं और पुलिस द्वारा उससे निगरानी रखी जाती है। ऐसे में यदि आप अपनी कार को किसी प्राइवेट पार्किंग स्पेस पर पार्क नहीं भी कर रहे तो भी इस बात का जरूर ध्यान रखें कि कैमरे में आपकी कार जरूर दिखाई दे रही हो। 

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3. स्टीयरिंग लॉक/गियर लॉक

कार में स्टीयरिंग व गियर लॉक होना तो लाजमी है। इसे आप अतिरिक्त फीचर के तौर पर बाहर से लगवा सकते हैं। हालांकि, इसके लिए आपको अपनी जेब थोड़ी ढीली जरूर करनी होगी। 

गाड़ी के गियर लॉक को खोलने व तोड़ने में काफी समय लगता है। यदि कार में गियर लिवर या स्टीयरिंग लॉक लगा होता है, तो ऐसी स्थिति में चाहे चोर कितनी ही कार को स्टार्ट करने या फिर लॉक को तोड़ने की कोशिश कर ले, इसके गियर लीवर या स्टीयरिंग व्हील का मूवमेंट जल्दी से बिल्कुल नहीं होता। ऐसे में कार के चोरी होने की संभावनाएं भी कम रहती है।

स्टीयरिंग लॉक का इस्तेमाल करना काफी आसान है क्योंकि इसे इंस्टॉल करने के लिए स्टीयरिंग व्हील पर परमानेंट माउंट की जरूरत नहीं पड़ती। इस लॉक को आप स्टीयरिंग के ऊपर से ही लगा सकते हैं। यह सेटअप चाबी या फिर पासकोड के सहारे लॉक किए जाते है। मार्केट में इसके लिए कई सारे ऑप्शंस  उपलब्ध हैं। बाजार में ड्यूरेबल लॉक की कीमत 2000 रुपए के आसपास से शुरू होती है।  

4. व्हीकल जीपीएस ट्रैकर

आप एक अच्छी क्वॉलिटी का जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम अपनी कार में 4000 रुपए से 6000 रुपए के बीच खर्च करके आसानी से इंस्टॉल करवा सकते हैं। इस सेटअप में ज्यादा बदलाव या वायर को छेड़छाड़ करने की जरूरत नहीं पड़ती। यह सेटअप आपको अपनी कार से कनेक्टेड रखते हैं। साथ ही कार की रियल टाइम अलर्ट भी भेजते रहते हैं। यदि आपकी कार चोरी हो जाती है तो इसके जरिये आप कार की करेंट लोकेशन को ट्रैक कर सकते हैं। इस टेक्नोलॉजी के जरिये कार ओनर को तुरंत कार के बारे में सूचित किया जाता है और आप अपनी कार को केवल मिनटों में ट्रैक कर सकते हैं। 

इसके अलावा कई प्रीमियम सिस्टम जैसे कारदेखो अपलिंक आपके व्हीकल की एक्टिविटी और उपयोगिता से जुड़ी जानकारी शेयर करने में मददगार है। इसके जरिये आप कार के मूवमेंट की रियलटाइम इन्फॉर्मेशन भी प्राप्त कर सकते हैं। अगर कोई ड्राइवर या फिर आपकी फैमिली का कोई दूसरा सदस्य भी आपकी कार को चलाता है तो भी इस बात की जानकारी आपको मिल जाती है। ऐसे सिस्टम लाइव ट्रैकर्स के साथ आते हैं और टैक्सी ओनर्स के लिए बेहद जरूरी होते हैं। 

5. कार अलार्म

कार अलार्म को लगवाना भी अच्छा तरीका है। अलार्म सिस्टम लाउडस्पीकर बेस्ड होते हैं। कई अलार्म ऐसे भी होते हैं जिसमें हैडलाइट्स और हज़ार्ड लाइट्स दोनों जुड़ी होती हैं जिससे कार पर ज्यादा ध्यान दिया जा सकता है। मॉडर्न अलार्म सिस्टम फोन इंटीग्रेशन के साथ आते हैं, ऐसे में यदि कोई आपकी कार के साथ छेड़छाड़ करता है तो तुरंत आपके पास एसएमएस नोटिफिकेशन आ जाएगा ।

हालांकि, कार अलार्म का प्रभाव इन दिनों काफी कम हो गया है। यह टेक्नोलॉजी निश्चित रूप से ध्यान आकर्षित करती है, लेकिन कई अध्ययन संकेत देते हैं कि ग्राहक इन दिनों एक्टिव कार अलार्म को नहीं लगवाना ही पसंद कर रहे हैं। इसकी वजह ये है कि बहुत से कार अलार्म गलती से चले जाते हैं और लोगों को लगता है कि कोई उनकी कार के साथ छेड़छाड़ कर रहा है। हम खुद भी कार अलार्म से परिचित हैं जो कार के पास कोई नहीं खड़े होने के बावजूद भी बज जाता है। ऐसे में कोई भी चोर आपकी कार को तोड़कर अंदर घुस सकता है और जता सकता है कि वह कार का ओनर है। कुल मिलाकर, कार अलार्म एक उपयोगी टूल है, लेकिन इतना ज्यादा कारगर भी नहीं है।

आज के दौर की अधिकतर कारें कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी के साथ आती हैं, जिसमें बहुत से सिक्योरिटी फीचर्स भी इंटीग्रेटेड होते हैं। लेकिन, अगर आपकी कार पुरानी है तो आप सुरक्षा के लिहाज से ये फीचर्स अपनी कार में लगवा सकते हैं।

अगर आपकी कार को कोई नुकसान पहुंचता है तो ऐसे में इंश्योरेंस पॉलिसी का होना भी बेहद जरूरी है। यदि आपकी कार चोरी हो जाती है तो आप पॉलिसी होने के चलते कम से कम नुकसान की भरपाई जरूर कर सकते हैं। हालांकि कुछ लोग इंश्योरेंस को फिजूल खर्चा मानते हैं, क्योंकि उन्हें इस पर कोई रिटर्न नहीं मिलता। लेकिन जब कोई घटना या दुर्घटना हो जाती है जो वास्तव में इसका मूल्य समझ में आता है।

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