2021 टाटा सफारी : फर्स्ट ड्राइव रिव्यू

Published On फरवरी 03, 2021 By nabeel for टाटा सफारी 2021-2023

जनवरी की शुरुआत में जब ग्रेविटास को टाटा ने सफारी नाम दिया गया तो बहुत से लोग आश्चर्यचकित हुए थे। इससे पहले जब ये कार टेस्टिंग के दौरान नज़र आई थी तब इसके बूट पर 'ग्रेविटास' नाम लिखा हुआ था और बाद में कंपनी ने इसे सफारी नाम दे दिया। अब भारत में इस अपकमिंग एसयूवी कार से पर्दा उठ गया है, यहां इसे जल्द लॉन्च किया जाएगा। इसकी लॉन्चिंग से पहले ही हमने इसे चलाकर देख लिया है। तो कैसा रहा हमारा टाटा सफारी को चलाने का एक्सपीरिएंस, जानेंगे इस फर्स्ट ड्राइव रिव्यू के जरिए...

2021 टाटा सफारी के कंपेरिजन में सेगमेंट में फिलहाल केवल हेक्टर प्लस से ही है, जल्द ही यहा 2021 महिंद्रा एक्सयूवी500 और हुंडई क्रेटा 7 सीटर को लॉन्च किया जाएगा। टाटा सफारी के रोड टेस्ट रिव्यू में हमारा फोकस इस कार की 7-सीटर क्षमताओं, केबिन प्रेक्टिकेलिटी और राइडिंग बिहेवियर पर रहा, जिनके बारे में विस्तार से यहां जानेंगे:-

लुक्स : 

सफारी एक बड़ी एसयूवी कार है। हालांकि, यह फॉर्च्यूनर के मुकाबले थोड़ी छोटी है। फॉर्च्यूनर का साइज़ बड़ा है और इसका रोड प्रजेंस किया सेल्टोस व हुंडई क्रेटा के मुकाबले ज्यादा अच्छा है। इस कार का फ्रंट डिजाइन हैरियर से ज्यादा अलग नहीं है। इसकी ग्रिल एकदम नई है और काफी पॉलिश्ड लगती है। इस कार की स्किड प्लेट पर सिल्वर फिनिशिंग की गई है जिसके चलते इस गाड़ी को अच्छा एसयूवी लुक मिलता है।  इसके अलावा इसमें हैरियर की तरह ही ज़ेनन एचआईडी हेडलैंप्स, एलईडी डीआरएल्स, फॉग लैंप्स और बंपर दिए गए हैं।

इसमें किंकड अप विंडो दी गई है। इस एसयूवी कार में स्पोर्टी लुक के लिए स्लोपिंग डाउन रूफलाइन नहीं दी गई है। इसकी रूफलाइन एकदम फ्लैट है और यह रियर स्पॉइलर पर जाकर मिलती है। इस फीचर के चलते यह गाड़ी हैरियर से अलग और बड़ी लगती है। इसकी डिज़ाइन बेहद अच्छी है, साइड से देखने पर यह कार एमपीवी की बजाए एसयूवी की तरह दिखती है।

इस 7 सीटर कार में फ्लेयर्ड व्हील आर्क, रियर क्वॉर्टर ग्लास पर किंक, रूफ रेल्स पर स्टेप और सी-पिलर पर क्लैडिंग दी गई है, ऐसे में यह कार काफी दमदार लगती है। राइडिंग के लिए इसमें 18 इंच  के अलॉय व्हील्स लगे हुए हैं जिनकी डिज़ाइन एकदम हैरियर कार के व्हील जैसी ही है। लेकिन, यह साइज़ में थोड़े बड़े हैं जिसके चलते इस गाड़ी में ज्यादा ग्राउंड क्लियरेंस मिलता है।  हैरियर के मुकाबले इसकी लंबाई 63 मिलीमीटर और ऊंचाई 80 मिलीमीटर ज्यादा है। वहीं, इसकी चौड़ाई और व्हीलबेस हैरियर के बिलकुल बराबर है।

रियर साइड पर इसमें पतली पैरलल एलईडी लाइटिंग दी गई है जो बूटगेट से थोड़ी उभरी हुई है। डिज़ाइन के मामले में इसकी लाइटिंग थोड़ी पुरानी सी लगती है, खासकर इसके फेक ड्यूल एग्ज़हॉस्ट। हमारे अनुसार, यह गाड़ी लॉन्च के कुछ महीनों तक ग्राहकों के बीच काफी पॉपुलर रहेगी।

इंटीरियर

सफारी का इंटीरियर पहली ही नजर में पसंद आने वाला है। केबिन को प्रीमियम बनाने के लिए इसमें नई अपहोल्स्ट्री का इस्तेमाल किया गया है। इस कार के डैशबोर्ड पर ऐशवुड टच के साथ ओएस्टर व्हाइट फॉक्स लैदर अपहोल्स्ट्री दी गई है। इसका स्टीयरिंग व्हील लैदर रैप्ड है और इसमें डोर पैड को भी सीटों की तरह ही इसी अपहोल्स्ट्री से रैप्ड किया गया है। ऐसे में इस गाड़ी का लुक एकदम प्रीमियम लगता है। इसकी ड्राइवर सीटें पावर एडजस्टेबल हैं। इस गाड़ी में स्टीयरिंग व्हील के लिए टिल्ट व टेलीस्कोपिक एडजस्ट फीचर भी मिलता है जिसके चलते ड्राइवर कम्फर्टेबल होकर बैठ पाते हैं।

इसके केबिन में ऑटोमेटिक हेडलैंप और वाइपर्स, डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, पुश-बटन स्टार्ट स्टॉप, डोर पर मूड लाइटिंग, ऑटोमेटिक क्लाइमेट कंट्रोल और ऑटो डे/नाइट आईआरवीएम जैसे फीचर्स दिए गए हैं। इस गाड़ी की सबसे बड़ी खासियत इसका 'स्काई डोम' पैनोरमिक सनरूफ फीचर है। वहीं, इसमें वायरलैस चार्जर, वेंटिलेटेड फ्रंट सीटें, 360 डिग्री कैमरा और सनग्लास होल्डर जैसे फीचर्स का अभाव है। यह सभी फीचर्स सेगमेंट की दूसरी कारों में पहले से ही मिलते हैं।

इस एसयूवी कार में कनेक्टेड कार फीचर्स भी दिए गए हैं। यह टेक्नोलॉजी अधिकतर मॉडर्न कारों में नई है, लेकिन सफारी की लिस्ट काफी पुरानी लगती है। इसमें जियोफेन्सिंग, कार हेल्थ, स्पीड अलर्ट, फाइंड माय कार, रिमोट लॉक/अनलॉक, लाइट ऑन/ऑफ और हॉर्न जैसे फीचर्स दिए गए हैं। लेकिन, इस गाड़ी में कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी के जरिये एसी को ऑन/ऑफ, कार को स्टार्ट और विंडो को नीचे नहीं किया जा सकता है। सफारी में 'हिंगलिश' वॉइस कमांड फीचर की भी कमी है।

मनोरंजन के लिए इसमें 8.8-इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया गया है जो दिखने में बेहद अच्छा है। इसका लेआउट भी काफी आकर्षक लगता है। हालांकि, इसकी फ़ंक्शनेलिटी इतनी ज्यादा ख़ास नहीं है। यह मार्केट में मौजूद दूसरे इंफोटेनमेंट सिस्टम के मुकाबले इतना ज्यादा स्मूद नहीं है। यह समस्या खासकर एंड्रॉइड ऑटो का इस्तेमाल करते समय महसूस होती है। यह बेहद स्लो काम करता है और पुराने स्मार्टफोन की तरह लगता है। इसके रियर पार्किंग कैमरा का आउटपुट भी ज्यादा अच्छा नहीं है। रिवर्स लेते समय इसमें क्लियर व्यू नहीं मिलता है।

यदि आप इसके 320 वाट, 4 स्पीकर्स, 4 ट्वीटर, सबवूफर और एम्प्लीफायर के साथ आने वाले 9-स्पीकर जेबीएल साउंड सिस्टम को प्ले करते हैं तो आपकी इसके इंफोटेंमेंट सिस्टम से जुड़ी सभी चिंताएं दूर हो जाएंगी क्योंकि यह काफी अच्छा रिस्पांस देने में सक्षम है। इसकी साउंड क्वॉलिटी बेहद दमदार है। अब देखना ये होगा कि एमजी हेक्टर के इंफिनिटी या फिर सफारी के जेबीएल साउंड सिस्टम में से कौनसा ज्यादा बेहतर है।

सेकंड रो

सफारी के 6-सीटर वर्जन में कैप्टेन सीटें और 7-सीटर वर्जन में बेंच सीटें दी गई हैं। इसमें कैप्टेन सीटों का ऑप्शन केवल टॉप वेरिएंट एक्सजेड+ में ही दिया गया है। सफारी में दी गई कैप्टेन सीटें काफी ऊंची हैं। यह हैरियर के बेंच सीट बेस के मुकाबले लगभग 40 मिलीमीटर ऊंची है। ऐसे में इसमें पैसेंजर को ऊंची सीटिंग पोज़िशन मिलेगी। लेकिन, इसके बावजूद भी इसमें पैसेंजर्स को हेडरूम, नीरूम और लेगरूम स्पेस की कोई समस्या नहीं आएगी। इसमें रेक्लाइनिंग और स्लाइडिंग केप्टेन सीटें दी गई हैं। यदि आपको ज्यादा स्पेस की आवश्यकता है तो ऐसे में फ्रंट पैसेंजर सीट के साइड पर इसमें बॉस मोड लीवर भी दिया गया है जिसे दबा कर सीट को आगे की तरफ पुश किया जा सकता है। यह जगह सनरूफ खुले होने पर बेहद अच्छी लगती है।

हालांकि, इसमें सेंकड रो पर थोड़ी बहुत कमियां भी देखने को मिलती हैं। इसकी सीटें कई लोगों को छोटी लगेंगी और इसकी कुशनिंग भी कम्फर्टेबल महसूस नहीं होगी। चूंकि इसकी सीटें ऊंची हैं, ऐसे में लंबे कद के लोगों को इसकी सीट पर बैठकर थोड़ी असुविधा महसूस हो सकती है क्योंकि इसमें वह टॉप विंडो लाइन के काफी नज़दीक पाएंगे। इन सभी समस्याओं के चलते यह गाड़ी ज्यादा प्रीमियम नहीं लगती है। ऐसे में इस कार को खरीदने का सबसे सही सॉल्यूशन ये है कि इसके बेंच सीट ऑप्शन को चुना जाए।

इसकी बेंच सीटें कैप्टेन सीटों से 10 मिलीमीटर नीची है और इनकी कुशनिंग भी काफी सॉफ्ट है। ऐसे में इस पर बैठकर काफी कम्फर्टेबल महसूस होता है। कैप्टेन सीटों पर इसमें एडजस्टेबल हेडरेस्ट, रेक्लाइन, स्लाइड और बॉस मोड जैसे फीचर्स दिए गए हैं। इसमें कपहोल्डर्स के साथ बड़ा सेंटर आर्मरेस्ट दिया गया है। साथ ही इसमें अच्छी-खासी स्टोरेज स्पेस भी मिलती है जिसकी कैप्टेन सीटों में कमी रखी गई है। हालांकि कैप्टेन सीटों के मुकाबले इसकी बेंच सीटें बेहद कम्फर्टेबल हैं।  

फीचर्स की बात करें तो इसमें बी-पिलर माउंटेड रियर एसी वेंट, 2 यूएसबी चार्जर और फोन होल्डर दिए गए हैं। डोर पॉकेट में स्मार्टफोन ट्रे और कई सारी वॉटर बॉटल रखने की जगह भी दी गई है। 

थर्ड रो

सफारी में तीसरी रो पर भी सीटें दी गई हैं। यदि आप कैप्टेन सीट वाले मॉडल को चुनते हैं तो ऐसे में आपके लिए केबिन के अंदर आकर सीटों पर बैठना थोड़ा मुश्किल हो सकता है क्योंकि इसकी सीटें ज्यादा हिलती डुलती नहीं हैं। इसमें सबसे आसान तरीका सीटों के बीच में से वॉक करके आना है। इसकी बेंच सीटें आगे की तरफ झुक जाती हैं, ऐसे में इसमें आसानी से एंटर किया जा सकता है।

इस कार की थर्ड रो काफी स्पेशियस है। इसमें पैरो को आगे वाली सीट के नीचे की तरफ स्ट्रेच करने की भी जगह मिलती है।  साथ इसमें नीरूम और हेडरूम स्पेस भी अच्छा-खासा मिलता है। इसमें दो व्यस्क पैसेंजर आगे पीछे होकर आसानी से बैठ पाते हैं। इसका बैकरेस्ट रेक्लाइनिंग एडजस्टेबल नहीं है, लेकिन इसका एंगल बेहद कम्फर्टेबल है। इसकी तीसरी रो इसलिए भी कम्फर्टेबल है क्योंकि इसमें अच्छी सिटिंग मिलती है। इस कार में सेकंड रो पर पैसेंजर्स फर्स्ट रो के मुकाबले थोड़ा ऊंचा बैठ पाते हैं। वहीं, तीसरी रो के पैसेंजर को इसमें सेकंड रो से भी ज्यादा ऊंची सीटिंग पोज़िशन मिलती है। इसमें बड़ा क्वॉर्टर ग्लास और व्हाइट अपहोल्स्ट्री दी गई है। हेक्टर प्लस के मुकाबले सफारी ज्यादा स्पेशियस लगती है।

टाटा ने इसकी तीसरी रो में भी अच्छे-खासे फीचर्स देने पर पूरा ध्यान दिया है। इस कार में लास्ट रो के पैसेंजर्स के लिए अलग से एसी की सुविधा ब्लोअर कंट्रोल्स के साथ दी गई है। इसके अलावा इसमें फोन होल्डर्स, दो यूएसबी चार्जर और कपहोल्डर जैसे फीचर्स भी मिलते हैं।

सेफ्टी : 

कंपनी ने इस कार में पैसेंजर सेफ्टी का पूरा ख्याल रखा है। इसमें छह एयरबैग्स (ड्राइवर, को-ड्राइवर, साइड और कर्टेन एयरबैग्स), ऑटो होल्ड के साथ इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग ब्रेक, ऑल-व्हील डिस्क ब्रेक, टायर प्रेशर मॉनिटर सिस्टम (टीपीएमएस) और चाइल्ड सीट आईएसोफिक्स एंकर पॉइंट जैसे सेफ्टी फीचर्स दिए गए हैं।

बूट : 

इसमें तीसरी रो के पीछे की तरफ 73-लीटर का स्टोरेज स्पेस मिलता है। ऐसे में इसमें छोटे बैग्स या फिर लैपटॉप बैग्स आसानी से रखे जा सकते हैं। वहीं, इसमें तीसरी रो की सीटों को फ्लैट फोल्ड करने पर 447 लीटर का लगेज स्पेस मिलता है जो एमजी हेक्टर (530 लीटर) के मुकाबले कम है। हालांकि, इसमें कई सूटकेस को आसानी से स्टोर किया जा सकता है।

इंजन व परफॉर्मेंस

टाटा सफारी एसयूवी में हैरियर कार वाली ही पॉवरट्रेन दी गई है। इसका 1956 सीसी का डीजल इंजन 3750 आरपीएम पर 170 पीएस की पावर और 1750-2500 आरपीएम पर 350 एनएम का टॉर्क जनरेट करने में सक्षम है। इंजन के साथ इसमें 6-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स और 6-स्पीड ऑटोमेटिक गियरबॉक्स का ऑप्शन मिलेगा। ड्राइविंग के लिहाज से सफारी अच्छी कार है। इसका ए पिलर काफी चौड़ा है, लेकिन फिर भी इसे सिटी में चलाने पर कोई परेशानी नहीं आती। सिटी राइड के दौरान इसका स्टीयरिंग व्हील काफी हल्का लगता है। लेकिन, यू-टर्न लेते समय इसके साथ थोड़ी ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है।

इसका इंजन 1000 आरपीएम से ही काफी अच्छा टॉर्क देना शुरू कर देता है। इस टॉर्क के साथ सिटी ट्रैफिक में गियर भी ज्यादा बदलने की जरूरत नहीं पड़ती है। इसका इंजन तेज़ स्पीड पर काफी अच्छा रिस्पांस देता है और मोमेंटम को बरक़रार रखता है। स्पोर्ट ड्राइव मोड पर स्विच करने पर एक्सलरेशन अच्छा मिलता है क्योंकि इसमें थ्रॉटल रिस्पांस शार्प हो जाता है। वहीं, अगर आप डीजल की बचत करना चाहते हैं तो आपके लिए इसमें इको मोड भी दिया गया है।

इसके अलावा इस कार में रफ रोड और वेट जैसे टेरेन रिस्पांस मोड भी दिए गए हैं जो इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम की सेटिंग को बदल देते हैं, जिससे स्लिपरी कंडीशन में बेहतर ट्रैक्शन मिल सके। बता दें कि यह दोनों ऑफ रोड मोड नहीं हैं।

मैनुअल और ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन में से इसके ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन को चुनना बेहतर ऑप्शन है। सिटी ट्रैफिक में इसके मैनुअल गियरबॉक्स और हैवी क्लच का इस्तेमाल करके आप थकान महसूस करेंगे। लेकिन, अगर इसके ऑटोमेटिक गियरबॉक्स की बात करें तो इसे इसमें काफी अच्छी तरह से ट्यून करके पेश किया गया है। इसके ट्रांसमिशन अपशिफ्ट बेहद स्मूद हैं और डाउनशिफ्ट काफी क्विक है। इसके शिफ्ट थ्रॉटल इनपुट और स्पीड के अनुसार काफी रिस्पॉन्सिव हैं। हमारे अनुसार, इसके ऑटोमेटिक गियरबॉक्स का चयन करना बेस्ट ऑप्शन है।

राइड व हैंडलिंग

हैरियर के मुकाबले टाटा सफारी कार ज्यादा लंबी और ऊंची है। ऐसे में हमने इसके सस्पेंशन और बॉडी स्टेबिलिटी को ज्यादा अच्छा नहीं होने की उम्मीद की थी। मगर, इस गाड़ी के साथ ऐसा बिलकुल भी नहीं है। इसके सस्पेंशन बेहद अच्छे हैं, यह पैसेंजर को हमेशा बेहद कम्फर्टेबल महसूस करवाते हैं। चाहे बात स्पीड ब्रेकर से गुज़रने की हो या फिर गड्ढों को पार करने की, इसमें केबिन के अंदर कभी भी झटके महसूस नहीं होते हैं और ना ही सस्पेंशन की आवाज़ केबिन के अंदर सुनने को मिलती है। इसमें स्पीड ब्रेकर को पार करने पर पैसेंजर्स को केवल साइड टू साइड मूवमेंट महसूस होता है, लेकिन इसे भी आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। सफारी की बॉडी स्टेबिलिटी बेहद अच्छी है, यह कार राइड के दौरान एकदम स्थिर रहती है और यहां तक की लेन बदलने पर भी पैसेंजर्स को इस कार के साथ किसी तरह ही कोई समस्या नहीं होती है। इस कार के साथ एकदम फ्लैट राइड मिलती है और हाइवे पर इसे चलाना एकदम फन टू ड्राइव लगता है।

इसके स्टीयरिंग व्हील का फीडबैक इतना ज्यादा अच्छा नहीं है, लेकिन यह हाइवे पर राइडिंग के दौरान इतना बुरा भी नहीं है। 100 किलोमीटर/घंटे से ज्यादा की स्पीड पर इस कार के स्टीयरिंग व्हील के साथ थोड़ी मेहनत करने की जरूरत पड़ती है। हालांकि, यह सुरक्षित जरूर लगता है।

निष्कर्ष : 

हमने टाटा सफारी कार से ज्यादा उम्मीद नहीं की थी। हमने सोचा था कि यह हैरियर (थ्री रो सीटिंग कैपेसिटी के साथ) जैसी ही होगी। लेकिन, इस गाड़ी के साथ करीब 12 घंटे बिताने के बाद हम काफी आश्चर्यचकित हुए। सफारी कार की खुद की अपनी कई विशेषताएं हैं, लुक्स के मामले में यह कार बेहद आकर्षक लगती है। इसमें सात पैसेंजर्स कम्फर्टेबल होकर बैठ सकते हैं। इसका केबिन बेहद प्रीमियम लगता है, साथ ही इसकी राइड क्वॉलिटी भी एकदम दमदार है। कुल मिलाकर, यह एक परफेक्ट फैमिली कार है। हमारे अनुसार, कंपनी इसमें वेंटिलेटेड सीट्स, वायरलैस चार्जर, 360 डिग्री कैमरा और बेहतर इंफोटेनमेंट सिस्टम दे सकती थी।

भारत में टाटा सफारी की प्राइस 15 लाख रुपए से 22 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) के बीच हो सकती है। यदि कंपनी सफारी को वाजिब प्राइस पर उतारती है तो यह 7 सीटर कार सेगमेंट में बेहतर ऑप्शन बन सकती है।

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