एमजी हेक्टर रिव्यू: क्या इसका कम माइलेज है एक बड़ा समझौता?
Published On जुलाई 24, 2024 By भानु for एमजी हेक्टर
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एमजी हेक्टर अपनी प्राइस रेंज में आने वाली बड़ी एसयूवी है और इसका डिजाइन काफी प्रीमियम है और इसका केबिन भी काफी स्पेशियस है और इसकी फीचर लिस्ट भी काफी लंबी है। इसके अलावा इस कार में पेट्रोल और डीजल पावरट्रेन के ऑप्शंस भी दिए गए हैं। एमजी हेक्टर कार की कीमत 13.99 लाख रुपये से लेकर 21.95 लाख रुपये के बीच है। इसका मुकाबला टाटा हैरियर,महिंद्रा एक्सयूवी700 के 5 सीटर वेरिएंट्स और हुंडई क्रेटा और किआ सेल्टोस के टॉप वेरिएंट्स से है।
एक्सटीरियर
एमजी हेक्टर का रोड प्रजेंस काफी बोल्ड और अपामर्केट है जो इसके साइज और प्रीमियम डिजाइन से नजर आता है। इस कार को दूर से कोई भी पहचान सकता है क्योंकि इसमें बड़ी ग्रिल दी गई है जिससे हेक्टर को सिग्नेचर लुक मिलता है। इसके अलावा इसमें स्लीक एलईडी डेटाइम रनिंग लैंप्स,स्टाइलिश 18 इंच के अलॉय व्हील्स और कनेक्टेड टेललाइट्स दी गई है जिससे इसे एक मॉर्डन लुक मिलता है।
हालांकि, इसके डिजाइन में कुछ ऐसी चीजें अलग हो सकती थी। इस एसयूवी के साइज के हिसाब से इसमें दिए गए अलॉय व्हील्स का साइज छोटा नजर आता है और इसमें 19 इंच के अलॉय व्हील्स देने चाहिए थे। दूसरी चीज इसके एक्सटीरियर में क्रोम का इस्तेमाल। आजकल कई कारों के डिजाइन में क्रोम का इस्तेमाल हो रहा है मगर खासतौर पर हेक्टर की ग्रिल में इसका उपयोग ज्यादा ही हुआ है।
भारत में 2019 में लॉन्च होने के बाद से एमजी हेक्टर का ओवरऑल डिजाइन ज्यादा बदला नहीं हैं। लेकिन काफी हद तक अब ये कार मॉर्डन हो गई है और इसका रोड प्रजेंस भी बोल्ड हो गया है।
बूट स्पेस
एमजी ने इसमें दिए गए बूट स्पेस के ऑफिशियल फिगर्स की जानकारी तो नहीं दी है मगर आपका लगेज रखने के हिसाब से इसकी बूट लोडिंग कैपेसिटी काफी बढ़िया है। आप इसमें एक बड़े साइज का, एक मीडियम साइज का और एक छोटे साइज का सूटकेस आराम से रखा जा सकता है जिसके बाद भी इसमें 2 सॉफ्ट बैग्स रखने की जगह बच जाती है।
यदि आप इसमें ज्यादा लगेज रखना चाहते हैं या फिर कहीं शिफ्ट हो रहे हैं और बैग्स ज्यादा है तो इसकी रियर सीट को 60:40 के अनुपात में फोल्ड किया जा सकता है जिसके बाद आप और भी सामान रख सकते हैं। इसके अलावा इसमें पावर्ड टेलगेट भी दिया गया है जिससे सामान रखने के बाद आप बटन दबाकर बूट को बंद कर सकते हैं।
इंटीरियर
बाहर की तरह हेक्टर अंदर से भी काफी अपमार्केट नजर आती है। इसमें लैदरेट फिनिशिंग के साथ ब्लैक एंड व्हाइट केबिन थीम दी गई जिसमें ये काफी क्लासी और खुली खुली नजर आती है। इसके अलावा इसके डैशबोर्ड पर सॉफ्ट टच पैडिंग दी गई है जिससे केबिन ज्यादा प्रीमियम नजर आता है।
इसके दरवाजों पर भी सॉफ्ट टच पैडिंग दी गई है और एक्सटीरियर की तरह इसके अंदर भी एसी वेंट्स,डोर पैड्स और सेंटर कंसोल में क्रोम इंसर्ट्स दिए गए हैं।
इसके मैटेरियल्स की क्वालिटी भी बेहतर हो सकती थी जो कि खासतौर पर सेंटर कंसोल के लिए लागू होती है जहां एलिमेंट्स को थोड़े प्रेशर के साथ मूव किया जा सकता था। इस चीज को छोड़कर तो इसके केबिन की ओवरऑल क्वालिटी काफी अच्छी है और ये नजर भी आता है कि इसपर अच्छा खासा पैसा लगाया गया है।
फ्रंट सीट्स की बात करें तो ये काफी स्पेशियस है और आप घंटो इसपर आराम से बैठे रह सकते हैं। इसकी फ्रंट सीट्स पर वेंटिलेशन के साथ पावर्ड फंक्शन दिया गया है। सीटों का कलर व्हाइट होने के कारण इनके जल्दी गंदा होने का खतरा रहता है और इन्हें साफ करने के लिए आपको थोड़ी मेहनत करनी पड़ती है।
फीचर्स
इसके केबिन की सबसे बड़ी हाइलाइट इसमें दिया गया 14 इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम है जो सबसे ज्यादा ध्यान अपनी ओर आकर्षित करता है। ये इंफोटेनमेंट टचस्क्रीन कम और एंड्रॉयड टेबलेट ज्यादा लगता है। चूंकि ये एंड्रॉयड टेबलेट जैसा नजर आता है तो इसकी अपनी कमियां और खूबियां भी है।
इसकी सबसे अच्छी बात ये है इस प्राइस रेंज पर या फिर इस सेगमेंट में आपको इतना बड़ा टचस्क्रीन नहीं मिलेगा। इससे केबिन को एक प्रीमियम लुक मिलता है और आपको ऐसा लगता है कि आप किसी महंगी कार में बैठे है। इसके अलावा ये एंड्रॉयड ऑटो और एपल कारप्ले को भी सपोर्ट करता है।
मगर इसकी स्क्रीन में कमियां भी है। पहली तो ये कि ये ज्यादा रेस्पॉन्सिव नहीं है और काफी अटकता है और इनपुट देने के बाद टास्क को पूरा करते में समय भी लेता है। उदाहरण के तौर पर यदि आपने कार स्टार्ट की है और रिवर्स गियर लगाया है तो रियर व्यू कैमरा से आने वाली फीड सामने आने में कुछ सेकंड्स लेता है।
दूसरी बात ये कि बड़ी टचस्क्रीन के होने से एसी के लिए एमजी ने कोई फिजिकल कंट्रोल नहीं दिया गया है जो अपने आप में एक बड़ी समस्या है। इसमें एसी के कंट्रोल्स टचस्क्रीन में ही इंटीग्रेटेड हैं और यदि आप एंड्रॉयड ऑटो या एपल कारप्ले का इस्तेमाल करते हैं तो आपको होम स्क्रीन पर आने और एसी कंट्रोल्स को खोलने के लिए कुछ स्टेप्स करने होंगे। फिर ये चीज करने के बाद आपको टेंपरेचर या फैन स्पीड को एडजस्ट करने के लिए काफी संभालकर टसस्क्रीन पर दिए गए छोटे छोटे बटंस को टच करना होगा। हालांकि इसमें वॉइस कमांड भी दिया गया है मगर ये ठीक से काम नहीं करता है।
कार ड्राइव करते वक्त ये टास्क और मुश्किल हो जाता है क्योंकि फिर आपको स्क्रीन का इस्तेमाल करने के लिए सड़क से नजर हटानी पड़ती है जिसमें काफी जोखिम होता है। हमारी राय में एसी के लिए फिजिकल कंट्रोल्स होने जरूरी है और एमजी को ये चीज इसमें देनी चाहिए।
इसमें 7 इंच डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले भी दी गई है जो कि समझने में आसान है और आपकी जरूरत की सारी इंफॉर्मेशन इससे मिल जाती है और इसमें एडीएएस के लिए भी एक डेडिकेटेड सेक्शन दिया गया है। हालांकि इसमें फ्यूल एफिशिएंसी डिस्प्ले नहीं होती है।
इसके अलावा एमजी हेक्टर में ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल,वायरलेस फोन चार्जर,मल्टी कलर्ड एंबिएंट लाइटिंग और पैनोरमिक सनरूफ जैसे फीचर्स दिए गए हैं।
प्रैक्टिकैलिटी और चार्जिंग ऑप्शंस
हेक्टर के सभी दरवाजों पर 1 लीटर का बॉटल होल्डर,सेंटर कंसोल में 2 कपहोल्डर,सेंटर आर्मरेस्ट में स्टोरेज,एक अच्छे साइज का ग्लव बॉक्स,सीट बैक पॉकेट्स,2 रियर आर्मरेस्ट में 2 कपहोल्डर्स और रियर एसी वेंट्स के नीचे फोन या वॉलेट रखने के लिए एक ट्रे दी गई है।
हालांकि हेक्टर में ज्यादा चार्जिंग ऑप्शंस नहीं दिए गए है। वायरलेस फोन चार्जर के अलावा इसमें केवल 2 यूएसबी चार्जिंग पोर्ट्स और फ्रंट में 12 वोल्ट का सॉकेट और बैक में एक यूएसबी चार्जिंग पोर्ट ही दिया गया है। एमजी को इसमें कम से कम एक टाइप सी चार्जिंग पोर्ट तो देना ही चाहिए था।
रियर सीट एक्सपीरियंस
इस मोर्चे पर हेक्टर काफी शानदार साबित होती है। इसकी रियर सीट्स पर अच्छा खासा हेडरूम,लेगरूम,नीरूम और अंडरथाई सपोर्ट मिल जाता है।
यहां पर तीन वयस्क आराम से बैठ सकते हैं जिनके कंधे भी आपस में नहीं टकराते हैं और इसकी रियर सीट रिक्लाइन भी हो सकती है।
ज्यादा स्पेस के साथ व्हाइट केबिन थीम और बड़ी विंडोज के रहते रियर सीट से बाहर की विजिबिलिटी भी अच्छे से मिलती है और आपको कार में घुटन महसूस नहीं होती है।
सेफ्टी फीचर्स
हेक्टर की बेसिक सेफ्टी फीचर लिस्ट में 6 एयरबैग, ईबीडी के साथ एबीएस, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम (ईएसपी), ट्रैक्शन कंट्रोल, एक टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (टीपीएमएस), ऑल-व्हील डिस्क ब्रेक, एक इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग ब्रेक, आईएसओफिक्स चाइल्ड सीट एंकर और फ्रंट और रियर पार्किंग सेंसर शामिल है।
इन सब फीचर्स के अलावा इसमें 360 डिग्री कैमरा भी दिया गया है जिसकी कैमरा क्वालिटी काफी बढ़िया है। मगर हेक्टर में सबसे ज्यादा एडवांस्ड फीचर एडीएएस है जिसके तहत लेन डिपार्चर वॉर्निंग,लेन कीप असिस्ट,अडेप्टिव क्रूज कंट्रोल,हाई बीम असिस्ट और ऑटोनॉमस इमरजेंसी ब्रेकिंग शामिल है।
इन सब फीचर के रहते हेक्टर एक सेफ कार बनी है मगर इसकी मजबूती का अंदाजा तो क्रैश टेस्ट के बाद ही सामने आएगा।
परफॉर्मेंस
इंजन |
1.5-लीटर टर्बो पेट्रोल |
2-लीटर डीजल |
पावर |
143 पीएस |
170 पीएस |
टॉर्क |
250 एनएम |
350 एनएम |
ट्रांसमिशन |
6-स्पीड मैनुअल/सीवीटी |
6-स्पीड मैनुअल |
हेक्टर में दो इंजन के ऑप्शंस: मैनुअल और सीवीटी के ऑप्शंस के साथ 1.5 लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन और मैनुअल ट्रांसमिशन से लैस 2 लीटर डीजल इंजन दिए गए हैं। हमनें रिव्यू के लिए इसके पेट्रोल सीवीटी मॉडल को ड्राइव किया था।
इसका इंजन काफी रेस्पॉन्सिव,स्मूद और पावरफुल है। इसमें काफी स्मूद तरीके पावर डिलीवर होती है जिससे बंपर टू बंपर ट्रैफिक में कोई अटकाव नहीं आता है। ये इंजन बिल्कुल भी हांफता नहीं है और सिटी या हाईवे पर आराम से आप ओवरटेकिंग कर सकते हैं।
इसमें स्मूद पावर डिलीवरी सीवीटी गियरबॉक्स की वजह से होती है। ये ना स्लो होती है ना हार्श है। इसमें स्मूद ड्राइव और क्विक एक्सलरेशन का परफैक्ट बैलेंस देखने का को मिलता है। ऐसे में हम आपको मैनुअल के बजाए सीवीटी वेरिएंट लेने की सलाह देंगे।
हालांकि, हेक्टर के पेट्रोल मॉडल की फ्यूल एफिशिएंसी काफी कम है। हमारे टेस्ट में नॉर्मल कंडीशन में हमनें पाया कि हेक्टर पेट्रोल सिटी में 10 किलोमीटर प्रति लीटर से कम का माइलेज देती है और हाईवे पर ये 13 से 14 किलोमीटर प्रति लीटर माइलेज देती है।
राइड कंफर्ट
आपको फ्यूल एफिशिएंसी से समझौता करना पड़ता है मगर इसकी राइड क्वालिटी से आपको कोई समझौता नहीं करना पड़ता है। इसके सस्पेंशन काफी सॉफ्ट है और बंप्स को आराम से एब्जॉर्ब कर लेते हैं। सिटी में टूटी फूटी सड़कों पर ड्राइव करते वक्त केबिन के अंदर आपको कोई जर्क महसूस नहीं होता है मगर आपको साइड टू साइड मूवमेंट जरूर महसूस होता है।
हाईवे पर हाई स्पीड के दौरान हेक्टर काफी स्टेबल रहती है मगर रियर सीट पैसेंजर्स को कोई बंप आने पर थोड़ा मूवमेंट महसूस होता है। इसके अलावा इस साइज की एसयूवी में थोड़ा बॉडी रोल तो महसूस होना लाजमी है
हालांकि रिलेक्स तरीके से ड्राइव करने पर आप एक हेक्टर में पूरी तरह से कंफर्टेबल रहेंगे।
निष्कर्ष
क्या आपको एमजी हेक्टर लेनी चाहिए? तो बता दें कि इस कार में आपको अच्छी रोड प्रजेंस,स्पेशियस और कंफर्टेबल केबिन और अच्छे खासे फीचर्स के साथ साथ ज्यादा बूट स्पेस और अच्छी परफॉर्मेंस मिलती है।
ये आपके लिए एक परफैक्ट फैमिली एसयूवी बन सकती थी मगर ऐसा है नहीं। इसके पेट्रोल इंजन की फ्यूल एफिशिएंसी काफी कम है और इसके केबिन की फिट और फिनिशिंग थोड़ी बेहतर हो सकती थी। वहीं इसकी टचस्क्रीन काफी अटकती भी है।
यदि आप इन सब चीजों को नजरअंदाज करते हुए स्पेस और कंफर्ट पर ध्यान देते हैं तो आप एमजी हेक्टर पर गौर कर सकते हैं और यदि आपके लिए माइलेज एक समस्या है तो बेहतर फ्यूल एफिशिएंसी के लिए आप इसका डीजल मॉडल ले सकते हैं।