मारुति सुजुकी इनविक्टो रिव्यू
Published On जुलाई 14, 2023 By arun for मारुति इनविक्टो
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टोयोटा इनोवा हाईक्रॉस के बजाए मारुति इनविक्टो को चुनने का कोई नया कारण नहीं है। यह टोयोटा इनोवा हाईक्रॉस का ही रिबैज्ड वर्जन है, जिसकी लंबाई और फीचर भी इसी के जैसे हैं। यहां यह चीज मायने रखती है कि आपको इनमें से कौनसा नाम पसंद आया, किसके लुक्स ज्यादा अच्छे लगे, और कौनसी कार की डिलीवरी आपको जल्दी मिल सकती है।
नई मारुति इनविक्टो में क्या कुछ मिलता है खास, ये आप जानेंगे आगे:
साइज काफी बड़ा है इसका
मारुति सुजुकी इनविक्टो में एसयूवी और एमपीवी जैसी डिजाइन का मिक्सचर बराबर नजर आता है। इसका बोनट ऊंचा है और इसमें चौड़ी ग्रिल दी गई है, वहीं हाई सेट की गई हेडलाइट्स से इसके सामने का लुक काफी दमदार नजर आता है। इसके फुल एलईडी हेडलैंप्स में नेक्सा के सिग्नेचर ट्रिपल डॉट डेटाइम रनिंग लैंप सेटअप दिए गए हैं। हाईक्रॉस के कंपेरिजन में इसके बंपर को अलग तरह से डिजाइन किया गया है।
साइड प्रोफाइल की बात करें तो यहां से ये आपको काफी अच्छी और बड़ी सी लगेगी। ये इसी प्राइस पॉइन्ट पर आने वाली एसयूवी कारों के मुकाबले भीड़ से काफी अलग नजर आती है। हालांकि इसके व्हील का साइज देखकर आप थोड़े अचंभित हो सकते हैं। इसमें 17 इंच के व्हील्स दिए गए हैं, जबकि इनोवा हाईक्रॉस में 18 इंच के व्हील मिलते हैं। इसमें डोर हैंडल्स और विंडो के नीचे क्रोम का काफी अच्छे से इस्तेमाल किया गया है।
अपराइट एंगल होने से इनविक्टो पीछे से बिल्कुल एमपीवी कार जैसी लगती है। इसके टेललैंप्स को अलग तरह का लाइटिंग पैटर्न दिया गया है, मगर इनोवा के मुकाबले इनका डिजाइन बदला नहीं गया है।
इनविक्टो में 4 कलर: ब्लू, व्हाइट, सिल्वर और ग्रे की चॉइस दी गई है।
दोनों कारों के डिजाइन में अगर फर्क होता तो ये चीज और भी ज्यादा पसंद की जाती, जैसा कि ग्रैंड विटारा और हाइराइडर में भी देखा गया है।
अच्छा खासा स्पेस दिया गया है इसमें
इनविक्टो के दरवाजे काफी अच्छे से खुलते हैं। इस कार में बैठना और उससे बाहर निकलना काफी आसान है, और इसके केबिन में अलग-अलग तरह की कलर स्कीम भी दी गई है। हालांकि इसके अलावा अंदर आपको और कोई बदलाव नजर नहीं आएगा। मारुति सुजुकी ने इसमें ग्रैंड हाइब्रिड वेरिएंट्स की तरह रोज़ गोल्ड एसेंट्स के साथ ऑल ब्लैक केबिन थीम दी है। ये दिखने में तो काफी क्लासी लगता है, मगर मारुति सुजुकी को डैशबोर्ड और डोर पैनल्स पर लैदरेट रैप के लिए कॉन्ट्रास्ट कलर देना चाहिए था। इसमें ब्लैक सॉफ्ट टच मैटेरियल्स के चारों ओर ब्लैक प्लास्टिक का इस्तेमाल किया गया है और आप जब इनको छूएंगे तो आपको अलग तरह के मैटेरियल और टेक्सचर का अनुभव होगा।
इंसर्ट्स को छोड़कर इसके प्लास्टिक की क्वालिटी और फिट और फिनिशिंग को देखकर आपको थोड़ी और ज्यादा उम्मीद रहेगी। डैशबोर्ड पर इस्तेमाल किया गया प्लास्टिक कुछ हार्ड महसूस होता है, मगर ये ड्यूरेबल है जो कि सालों साल टिका रहेगा। हमें इसके इंटीरियर ट्रिम में कुछ गैप्स भी नजर आए और 30 लाख रुपये की कार में ऐसी चीज की उम्मीद कोई नहीं करना चाहेगा।
यदि आप किसी छोटी कार से इस कार पर अपग्रेड हो रहे हैं तो आपको इसका केबिन फैमिली के हिसाब से काफी प्रैक्टिकल नजर आएगा। आपको इसकी ड्राइविंग पोजिशन भी काफी पसंद आएगी, जहां से आपको बोनट का क्लीयर व्यू मिलता है। इस कार में काफी शानदार ऑल राउंड विजिबिलिटी मिलती है और इससे इनविक्टो ड्राइव करने वाले शख्स में कॉन्फिडेंस बना रहेगा।
इस कार की सबसे बड़ी खूबी इसमें मिलने वाला स्पेस है। इसकी हर एक रो पर 6 फुट तक का लंबा इंसान आराम से बैठ सकता है। ये वो एमपीवी नहीं है जिनकी थर्ड रो पर केवल बच्चे ही आराम से बैठ सकते हैं। दरअसल यहां वयस्क पैसेंजर भी आराम से बैठ सकते हैं और लंबे सफर के दौरान उन्हें कोई परेशानी नहीं आएगी। इसमें थर्ड रो पर बैठने के लिए रूफ माउंटेड एसी वेंट्स, कपहोल्डर्स और फोन चार्जर दिए गए हैं।
यदि आप कार में पीछे की सीट पर बैठकर सफर करने का ज्यादा आनंद लेते हैं तो आपको इनविक्टो की सेकंड रो सीट ज्यादा पसंद आएगी। इसकी सेकंड रो की सीट पीछे खिसक जाती है, जिसका मतलब ये हुआ कि आप लेग क्रॉस करके आराम वाली मुद्रा में बैठ सकते हैं। इसकी सेकंड रो की सीट के बीच फोल्ड आउट ट्रे भी दी गई है और साथ ही यहां आपको सन ब्लाइंड्स और दो टाइप सी चार्जर जैसे फीचर्स भी मिल जाएंगे। इसमें दी गई फोल्ड आउट ट्रे केबिन एक्सपीरियंस बेहतर करती है।
इसकी कैप्टन सीट्स भी काफी कंफर्टेबल है जिनपर हेल्दी लोग भी आराम से बैठ सकते हैं। यहां स्लाइड और रिक्लाइन फंक्शन के लिए कोई इलेक्ट्रिक एडजस्टमेंट नहीं दिया गया है और ना ही इनमें काफ सपोर्ट के लिए यहां ओटोमन दिया गया है। ये चीजें लॉन्ग ड्राइव के दौरान कंफर्ट को बढ़ाती है और एक शहर से दूसरे शहर के सफर के दौरान आपको इन चीजों की काफी कमी महसूस होती है। एक और फीचर जिसे आप जरूर मिस करेंगे वो है सेकंड रो के लिए वन टच टंबल। इसकी सीटें केवल स्लाइट और रिक्लाइन हो सकती है। इसकी सेकंड रो पर इतना स्पेस मिल जाता है कि आप सेकंड रो पर चल सकते हैं और यहां से सेकंड रो की सीटों को टंबल करके थर्ड रो पर आराम से जाया जा सकता है और वहां से निकला भी जा सकता है।


इस कार में 289 लीटर का बूट स्पेस दिया गया है। यहां वीकेंड ट्रिप के लिए डफल बैग्स रखे जा सकते हैं। ज्यादा बूट स्पेस के लिए थर्ड रो की सीटों को फोल्ड किया जा सकता है, जिसके बाद आपको 690 लीटर का बूट स्पेस मिल जाता है।
फीचर्स की है भरमार


मारुति इनविक्टो को दो वेरिएंट्स: जेटा+ और अल्फा+ में पेश किया गया है। इसका टॉप वेरिएंट इनोवा हाईक्रॉस के जेडएक्स पर बेस्ड है। इसका मतलब ये हुआ कि इसमें काफी सारे फीचर्स दिए गए हैं, जिनमें से कुछ ऐसे भी है जो मारुति सुजुकी की किसी कार में पहली बार दिए गए हैं। इनमें पैनोरमिक सनरूफ, 360-डिग्री कैमरा, फ्रंट सीट वेंटिलेशन, दूसरी और तीसरी रो में बैठने वालों के लिए एक डेडिकेटेड क्लाइमेट कंट्रोल जोन और एक पावर्ड टेलगेट शामिल है।
इस एमपीवी कार में वायरलेस एंड्रॉयड ऑटो और एपल कारप्ले कनेक्टिविटी को सपोर्ट करने वाला 10.1 इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया गया है। इसकी स्क्रीन का कॉन्ट्रास्ट थोड़ा कम है। वहीं कैमरे की फीड क्वालिटी भी इस कार की कीमत को देखते हुए तो औसत ही कही जा सकती है। मारुति सुजुकी ने इसमें 9 स्पीकर वाला जेबीएल साउंड सिस्टम भी नहीं दिया है जबकि ये फीचर हाईक्रॉस में मौजूद है।
सेफ्टी
इनविक्टो में 6 एयरबैग, एबीएस के साथ ईबीडी और ट्रेक्शन कंट्रोल स्टैंडर्ड दिए गए हैं। इसके बेस मॉडल में रिवर्स पार्किंग कैमरा दिया गया है, मगर पार्किंग सेंसर का फीचर नहीं दिया गया है। बता दें कि इनविक्टो कार में टोयोटा इनोवा हाईक्रॉस के जेडएक्स ऑप्शनल वेरिएंट की तरह एडवांस्ड ड्राइविंग असिस्टेंस सिस्टम का फीचर भी नहीं दिया गया है। ग्लोबल एनकैप और दूसरी इंडिपेंडेंट अथॉरिटी की ओर से ना तो इनविक्टो और ना ही हाईक्रॉस का अब तक क्रैश टेस्ट किया गया है।
परफॉर्मेंस
इनविक्टो में टोयोटा का 2.0 लीटर पेट्रोल इंजन दिया गया है जो एक इलेक्ट्रिक मोटर और छोटी सी बैटरी से पेयर्ड है। ध्यान देने वाली बात ये है कि मारुति ने इस कार में नॉन हाइब्रिड पावरट्रेन नहीं दिया है। ये चीज मारुति के लिए निगेटिव साबित हो सकती है, क्योंकि हाईक्रॉस के नॉन हाइब्रिड वेरिएंट्स और हाइब्रिड वेरिएंट्स के बीच प्राइस गैप काफी ज्यादा है।
इसके हाइब्रिड सेटअप की पर्सेनिलिटी काफी अलग है। ये काफी शांत है और जब आपको अच्छी ड्राइव पर जाने का मन हो तो ये काफी एफिशिएंट नजर आता है। ये ईवी मोड पर स्टार्ट होता है और कम स्पीड पर बैटरी से पावर लेता है। जैसे ही स्पीड बढ़ती जाती है, पेट्रोल इंजन अपना काम करना शुरू कर देता है और आपको जरूरी पावर देता है। थ्रॉटल हटाते ही ब्रेक लगाने पर बैटरी को फिर से एनर्जी मिलने लगती है। बीच बीच में इलेक्ट्रिक मोटर भी अपना काम करती रहती है और आपका काफी पेट्रोल बचता है।
मारुति सुजुकी का कहना है कि इनविक्टो को 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड पकड़ने में 9.5 सेकंड्स लगते हैं और असल में भी ये इस फिगर के पास ही रही थी। 100 से ऊपर की स्पीड पर ड्राइव करने और ओवरटेक करने के लिए इससे जरूरी पावर मिल जाती है।
साथ ही इस कार से एक अच्छी ट्यूनिंग वाली राइड का एक्सपीरियंस भी मिल जाता है। स्लो स्पीड पर आपको साइड टू साइड मूवमेंट जरूर महसूस होगा, मगर आप अनकंफर्टेबल नहीं होते हैं। इसका केबिन जल्दी ही ऐसी सिचुएशन के बाद सैटल हो जाता है। इसकी हाई स्पीड स्टेबिलिटी काफी शानदार है और ये चीज सबका कॉनिफडेंस बनाए रखती है।
इसके स्टीयरिंग व्हील का वजन काफी हल्का है और सिटी के ट्रैफिक में इनविक्टो आराम से ड्राइव की जा सकती है। वहीं हाई स्पीड पर भी इसके स्टीयरिंग का वजन काफी बैलेंस्ड महसूस होता है।
निष्कर्ष
हाईक्रॉस के जेडएक्स वेरिएंट के कंपेरिजन में इनविक्टो के अल्फा+ की कीमत करीब लाख रुपये से कम है। हालांकि इस बचत से आपको कुछ फीचर से समझौता भी करना पड़ेगा, मगर इससे काम चल जाएगा। यदि आपको इनोवा कार ही चाहिए और आपको टोयोटा या इनोवा नाम से कोई फर्क नहीं पड़ता है तो इनविक्टो आपके लिए परफैक्ट साबित होगी।