किआ केंरेंस Vs हुंडई अल्कजार: स्पेस एंड प्रैक्टिकैलिटी कंपेरिजन रिव्यू
Published On फरवरी 25, 2022 By arun for किया केरेंस
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हुंडई अल्कजार और किआ केंरेंस से मिलने वाले एक्सपीरियंस से एक निष्कर्ष ये निकाला जा सकता है कि एक समान एलिमेंट्स होने के बावजूद इन दो कारों में अपने अपने यूनीक एक्सपीरियंस मिल सकते हैं। इन दोनों कारों में प्लेटफॉर्म, इंजन और 7 सीटिंग कॉन्फिग्रेशन जैसी चीजें कॉमन है। हालांकि रियल वर्ल्ड में ये कारें एक-दूसरे से काफी अलग भी हैं जिनके बारे में आप जानेंगे आगे:
एसयूवी नहीं है केरेंस
जब हमें ये मालूम चला की किआ ने दावा किया है कि केरेंस एसयूवी नहीं है तो एकबारगी हमें इस बात पर यकीन ही नहीं हुआ। ऐसी चीजों में लॉजिक इसलिए भी नहीं है क्योंकि कई छोटी हैचबैक्स को भी आजकल एसयूवी नाम देकर ग्राहकों का ध्यान अपनी ओर खींचा जाता है। मगर केरेंस एक ऐसी कार है जो अपने शानदार स्टांस, 195 मिलीमीटर ग्राउंड क्लीयरेंस और साइज की वजह से एसयूवी कारों को भी मात देती नजर आती है। यहां तक की साइज के हर मोर्चे पर ये अल्कजार से बड़ी ही है।
जहां अल्कजार हुंडई की क्रेटा एसयूवी का एक स्ट्रेच्ड वर्जन नजर आती है तो वहीं किआ केरेंस को किसी भी एंगल से सेल्टोस एसयूवी जैसा नहीं दिखाने की शानदार कोशिश की गई है। किआ केरेंस का फ्रंट सेल्टोस जैसा नहीं है, इसमें बड़े ग्लास, 16 इंच के छोटे अलॉय व्हील्स जैसे एलिमेंट्स दिए गए हैं जिससे इसे जबरदस्ती तैयार की गई एसयूवी तो बिल्कुल नहीं कहा जा सकता है। कुल मिलाकर एक एमपीवी के तौर पर भी ये कार काफी आकर्षक पैकेज के रूप में नजर आती है।
दूसरी तरफ अल्कजार उन लोगों को ज्यादा पसंद आ सकती है जो बिल्कुल एक एसयूवी कार रखने की चाहत रखते हैं। 18 इंच के अलॉय व्हील्स, स्कवायर शेप बोनट के रहते ये केरेंस से अलग लगती है। हालांकि दोनों कारों का डिजाइन आकर्षक करने वाला है, मगर यहां अल्कजार के कंपेरिजन में केरेंस ज्यादा ध्यान खींचती है।
बूट स्पेस टेस्ट
- ऑन पेपर्स केरेंस में 216 लीटर का स्टैंडर्ड बूट स्पेस दिया गया है तो वहीं अल्कजार में 180 लीटर का बूट स्पेस मिलता है।
- हुंडई अल्कजार में या तो आप दो छोटे ट्रॉली बैग्स या एक छोटा ट्रॉली बैग और एक डफल बैग रख सकते हैं। हालांकि 7 पैसेंजर्स के हिसाब से इतना लगेज किसी वीकेंड ट्रिप के लिए तो काफी नहीं रहेगा, मगर हां एक दिन के ट्रिप के लिहाज से इतने स्पेस में इतना लगेज काफी है।
- किआ केरेंस में मीडियम साइज ट्रॉली बैग्स और छोटी ट्रॉली/ डफल बैग रख सकते हैं। इसके अलावा बचे हुए थोड़े बहुत स्पेस में आप कुछ बॉटल्स और फुटवियर भी रख सकते हैं।
- दोनों कारों में अंडरफ्लोर स्टोरेज स्पेस भी दिया गया है। मगर यहां किआ केरेंस में आपको थोड़ा ज्यादा स्पेस मिलेगा।
- थर्ड रो सीट डाउन करने के बाद केरेंस में आपको 645 लीटर स्पेस मिलता है जबकि अल्कजार में इसके बाद आपको 579 लीटर का स्पेस मिलेगा। यदि आप सेकंड रो सीट्स को भी डाउन कर दें तो आपको केरेंस में 1164 लीटर का बूट स्पेस जबकि अल्कजार में 1051 लीटर का बूट स्पेस मिलेगा।
थर्ड रो स्पेस और एक्सपीरियंस
- हुंडई अल्कजार और किआ केरेंस में बड़े साइज के रियर डोर दिए गए हैं। दोनों के दरवाजे काफी अच्छे से और काफी बाहर तक खुलते हैं, मगर केरेंस के केबिन में एंट्री लेना और इससे बाहर निकलना काफी कंफर्टेबल लगता है। आपको यहां काफी चौड़ाई और ऊंचाई नजर आएगी और आप आसानी से थर्ड रो में भी जा सकते हैं।
- दोनों कारों में सेकंड रो के लिए वन टच टंबल फंक्शन दिया गया है। हालांकि किआ ने हुंडई से एक कदम आगे जाते हुए नई केरेंस में इलेक्ट्रिक रिलीज फीचर दिया है जो थर्ड रो पर जाना काफी आसान बनाता है।
- स्पेस के मोर्चे पर किया कारेन्स मुकाबले में मौजूद 7 सीटर अल्कजार को पीछे छोड़ती नजर आती है। इसमें अच्छा खासा नीरूम स्पेस, अंडर थाई सपोर्ट और हेडरूम दिया गया है। यहां औसत कद काठी के एडल्ट पैसेंजर इंटर सिटी ट्रिप्स के दौरान काफी आराम से बैठ सकते हैं। बड़ा क्वार्टर ग्लास होने से भी आपको खुलेपन का अहसास होता है।
- अल्कजार की थर्ड रो में एडल्ट्स को थोड़ा सिकुड़कर बैठना पड़ता है, मगर यहां बच्चे आराम से बैठ सकते हैं।
- यह ब्लैक कलर की सराउंडिंग होने से आपको स्पेस और भी कम नजर आता है।
- अल्कजार में थर्ड रो पर बैठने वालों के लिए ब्लोअर स्पीड कंट्रोल का फीचर दिया गया है, मगर एसी वेंट्स चेस्ट लेवल पर पोजिशन किए गए हैं।
- इसमें कप और छिटपुट सामान रखने के लिए स्टोरेज स्पेस भी दिया गया है। केरेंस में यूएसबी सी चार्जर जबकि अल्कजार में यूएसबी ए पोर्ट का फीचर भी दिया गया है।
सेकंड रो स्पेस और एक्सपीरियंस
- केरेंस और अल्कजार की सेकंड रो में दाखिल होना और उससे बाहर निकलना काफी आसान है। यहां तक की बड़े लोगों को भी इसमें कोई परेशानी नहीं होती है।
- किआ केरेंस में आपको थोड़ा बेहतर एक्सपीरियंस मिलेगा।
- इसमें अच्छा नीरूम स्पेस दिया गया है जबकि सनरूफ का फीचर ना होने से इसमें बेहतर हेडरूम भी मिलता है। इसका सीट एंगल ऊपर की तरफ है जिससे अच्छा थार्ड सपोर्ट भी मिलता है।
- सेकंड रो पर बैठने वालों के लिए फैन स्पीड कंट्रोल का फीचर भी दिया गया है जो सेकंड और थर्ड रो दोनों पर बैठने वालों के लिए एयर फ्लो को कंट्रोल कर करता है।
- हुंडई अल्कजार की सीटें काफी फ्लैट है। हालांकि इसमें स्पेस की तो कोई समस्या नहीं रहती है, मगर बहुत ज्यादा स्पेस भी नजर नहीं आता है।
- यहां तीन लोग बैठ सकते हैं मगर कोई भारी भरकम शरीर वाला शख्स बैठ जाए तो आपको फिर उसके हिसाब से एडजस्ट होकर बैठना होगा।
- दोनों कारों की सेकंड रो सीट की सीट बैक हाइट को थर्ड रो पैसेंजर को आगे का अच्छा व्यू देने के लिए थोड़ा कम रखा गया है। इससे 6 फुट तक के लंबे कद के व्यक्ति को अच्छा शोल्डर सपोर्ट नहीं मिलता है।
- अल्कजार में दो ट्रे टेबल दी गई है जबकि केरेंस में केवल एक ही दी गई है। स्टोरेज के लिए डोर पैड्स में उपयोग करने लायक स्पेस और कूल्ड बॉटल होल्डर दिए हैं जबकि अल्कजार के 6 सीटर वर्जन में एक्सट्रा स्टोरेज स्पेस के साथ सेंट्रल आर्मरेस्ट का फीचर दिया गया है।
फर्स्ट रो एक्सपीरियंस
- दोनों कारों में से अल्कजार में सीधी और कमांडिंग ड्राइविंग पोजिशन मिलती है। इसकी सीटों को ऊंचा और सीधा सेट किया गया है और ऊंचा बोनट होने के कारण आप इसे देख भी सकते हैं। इसमें पर्याप्त सीट सपोर्ट मिलता है और स्पेस भी अच्छा है।
- किआ ने केरेंस में ज्यादा स्पेस देने के लिए डैशबोर्ड को विंडस्क्रीन की तरफ ज्यादा पुश किया है। इस कार में आपको एक एमपीवी जैसी ड्राइविंग पोजिशन मिलती है।
- स्टोरेज स्पेस की बात करें तो अल्कजार में आर्मरेस्ट के अंदर स्पेस, चिल्ड ग्लवबॉक्स और डोर पैड्स में स्टोरेज दिए गए हैं।
- दूसरी तरफ केरेंस में पॉप-आउट टिकट/कार्ड होल्डर, पॉप-आउट कप होल्डर, सेंटर में कूल्ड कप होल्डर और अंब्रेला होल्डर सहित डोर पैड्स में भी ज्यादा स्टोरेज स्पेस दिया गया है। इसके अलावा पैसेंजर सीट के नीचे भी स्टोरेज बॉक्स दिया गया है।
केबिन क्वालिटी और फीचर्स
- दोनों कारों की केबिन क्वालिटी लगभग एक समान है। हालांकि हमें अल्कजार की तुलना में केरेंस की क्वालिटी और टेक्सचर ज्यादा अच्छा लगा। ये बात जरूर ध्यान रखे कि ग्लॉस ब्लैक पैनल्स अपनी तरफ ज्यादा डस्ट खींचते हैं और इनमें स्क्रैच भी जल्दी पड़ते हैं।
- ऐसा नहीं है कि केरेंस के इंटीरियर में कोई कमी छोड़ी गई है। इसमें बेहतर क्वालिटी के वाइपर/हेडलैंप स्टॉक्स और वेंटिलेटेड सीट्स, ड्राइव मोड्स आदि के लिए बेहतर क्वालिटी के बटन दिए जा सकते थे।
- फीचर्स के मोर्चे पर अल्कजार कहीं ना कहीं केरेंस को पीछे छोड़ती नजर आती है। इसमें पावर्ड ड्राइवर सीट, 360° कैमरा, 10.25 इंच का पूरी तरह से डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर और पैनोरमिक सनरूफ जैसे एक्सक्लूसिव फीचर्स दिए गए हैं जो केरेंस में आपको नहीं मिलेंगे। इसके अलावा अल्कजार में एंड्रॉयड ऑटो/एपल कारप्ले और सेकंड रो पर बैठने वालों के लिए एडिशनल वायरलैस चार्जर जैसे फीचर्स दिए गए हैं।
- इलेक्ट्रिक सीट को छोड़कर ऐसा कोई फीचर्स नहीं है जो केरेंस में दिया गया हो और वो अल्कजार में मौजूद ना हो। दोनों कारों के कॉमन फीचर्स इस प्रकार है:
कीलेस एंट्री |
फ्रंट वेंटिलेटेड सीट्स |
64 कलर एम्बिएंट लाइटिंग |
पुश-बटन स्टार्ट |
10.25-इंच टचस्क्रीन |
ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल |
टिल्ट / टेलीस्कोपिक स्टीयरिंग एडजस्ट |
बोस साउंड सिस्टम |
क्रूज कंट्रोल |
राइड और कंफर्ट
अच्छे ग्राउंड क्लीयरेंस के चलते दोनों व्हीकल्स हर तरह के रास्ते पर चलने में सक्षम है। दोनों कारें गड्ढों और उबड़ खाबड़ रास्तों पर आराम से ड्राइव की जा सकती है। हालांकि इस मामले में केरेंस थोड़ी बेहतर नजर आती है।
कम व्हील साइज और बड़ी साइड वॉल होने के कारण इसके सस्पेंशंस बंप्स और उतार चढ़ाव वाले रास्तों से आराम से निपट लेते हैं। वहीं इस दौरान अल्कजार में आपको थोड़ा वर्टिकल मूवमेंट जरूर महसूस होगा।
सेफ्टी
किआ ने केरेंस में काफी अच्छे सेफ्टी फीचर्स दिए हैं जिनमें से अधिकतर आपको बेस वेरिएंट से मिलना शुरू हो जाएंगे। छह एयरबैग, ईबीडी के साथ एबीएस, व्हीकल स्टेबिलिटी मैनेजमेंट (ईएससी) और ऑल-व्हील डिस्क ब्रेक जैसे फीचर्स स्टैंडर्ड दिए गए हैं। वहीं अल्क्जार के बेस वेरिएंट में ड्युअल एयरबैग्स दिए गए हैं बाकी अन्य फीचर्स इसके सभी वेरिएंट्स में दिए गए हैं। हालांकि ना तो अल्कजार और ना केरेंस का किसी स्वायत्त संस्था ने क्रैश टेस्ट नहीं किया है।
निष्कर्ष
किआ केरेंस और हुंडई अल्कजार दोनों ही अलग कारें हैं मगर ये दोनों अपनी अपनी जगह एक अलग एप्रोच रखने वाली 7 सीटर कारें भी है। एक में आपको एसयूवी कार की पूरी झलक देखने को मिलेगी तो दूसरी प्रैक्टिकैलिटी के मोर्चे पर एक परफैक्ट एमपीवी नजर आती है।
अल्कजार को चुनने के दो कारण हो सकते हैं:
- यदि आप एक दमदार लुक वाली एसयूवी लेना चाहते हैं तो आपको ये खूबी अल्कजार में मिलेगी।
- इसके अलावा आपको केरेंस के मुकाबले अल्कजार में फील गुड फीचर्स भी मिलेंगे जो इसकी वैल्यू बढ़ाते हैं।
केरेंस को चुनने के भी अपने अलग कारण हैं:
- इसमें आपको स्पेस की कोई कमी नजर नहीं आएगी और फर्स्ट रो से लेकर थर्ड रो और यहां तक की बूट एरिया में स्पेस ही स्पेस नजर आएगा।
- खराब सड़कों पर अल्कजार के मुकाबले केरेंस में आपको अच्छी राइड क्वालिटी मिलेगी।
तो स्पेस और कंफर्ट के मोर्चे पर किआ केरेंस अल्कजार को कड़ी टक्कर देती है।