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फोर्ड एंडेवर 2.0 लीटर डीज़ल ऑटोमैटिक : फर्स्ट ड्राइव रिव्यू

Published On मार्च 13, 2020 By nabeel for फोर्ड एंडेवर 2020-2022

दुनियाभर में पर्यावरण को बचाने के पुरज़ोर प्रयास शुरू हो चुके हैं। इन प्रयासों में कारों के इंजन में किए जाने वाले बदलाव भी शामिल है। अब काफी कंपनियां अपनी कारों के इंजन के पावर आउटपुट को कम कर रही है। इन्ही में से फोर्ड भी शामिल है जिसने एंडेवर के इंडियन वर्जन को बीएस6 नॉर्म्स के अनुसार अपग्रेड कर दिया है। कंपनी ने एंडेवर में नया 2.0 लीटर बीएस6 डीज़ल इंजन दिया है जिसके साथ 10-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का एकमात्र ऑप्शन रखा गया है। एंडेवर में कम क्षमता के इंजन देने के साथ कंपनी ने टॉप वेरिएंट की कीमत को 1.45 लाख रुपये कम कर दिया है। हालांकि, कंपनी ने बेस वेरिएंट की प्राइस में ज़रूर इजाफा किया है। 

चूंकि बीएस6 नॉर्म्स पर अपग्रेड हुई फोर्ड एंडेवर का केवल ड्राइविंग एक्सपीरियंस ही बदला है तो हम इस रिव्यू स्टोरी में केवल कार के इसी पहलू पर बात करेंगे। एंडेवर को लेकर हम पहले भी एक रिव्यू कर चुके हैं जिसे आप यहां क्लिक कर पढ़ सकते हैं। 

तो क्या बदला बीएस6 फोर्ड एंडेवर का लुक?

पिछले ही साल कंपनी ने एंडेवर एसयूवी में कॉस्मैटिक बदलाव किए थे। ऐसे में इसे बीएस6 अपडेट देते वक्त कंपनी ने इस बार कोई बदलाव नहीं किया है। हां, मगर गौर से देखें तो कंपनी ने इसमें अब गोल शेप की बजाए स्क्वायर शेप के प्रोजेक्टर हेडलैंप दिए हैं। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि अब एंडेवर में एलईडी लाइट्स का फीचर भी जोड़ दिया गया है। पहले इसके साइड फैंडर पर बोल्ड लैटर्स में ‘3.2’ लिखा हुआ रहता था जिसकी जगह अब 'एंडेवर' की बैजिंग दे दी गई है। बाकि इस कार के एक्सटीरियर में कुछ नहीं बदला है। 

इंटीरियर

कार के इंटीरियर में डैशबोर्ड का लेआउट भी पहले की तरह है। कार के केबिन में दी गई हर चीज़ की क्वालिटी काफी प्रीमियम अहसास कराती है। हां इसमें एक नया ​गियर शिफ्टर भी दिया गया है जिसके सीधे हाथ पर +/- टॉगल का फीचर दिया गया है। बीएस6 नॉर्म्स के अनुसार अपग्रेड हुई फोर्ड एंडेवर में यदि कोई नया फीचर जुड़ा है तो वो है फोर्ड पास कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी। इस टेक्नोलॉजी के ज़रिए आप कार को दूर से ही स्टार्ट करने के साथ-साथ कार की हैल्थ, कार की लोकेशन, जिओ फेसिंग और इमरजेंसी कॉल्स जैसे फंक्शन का उपयोग कर सकते हैं। इसमें ओवर द एयर अपडेट्स का फीचर भी मौजूद है। 

इंजन और परफॉर्मेंस

बीएस6 फोर्ड एंडेवर में ईकोब्लू नाम से 2.0 लीटर डीज़ल इंजन दिया गया है। यह इंजन 170 पीएस की पावर और 420 एनएम का टॉर्क जनरेट करने में सक्षम है। फोर्ड एंडेवर के बीएस4 मॉडल में दिए गए 3.2 लीटर इंजन के मुकाबले बीएस6 मॉडल का पावर और टॉर्क फिगर कम हो गया है। फिर भी परफॉर्मेंस के मोर्चे पर यह कार अब भी वैसी की वैसी है। 3.2 लीटर इंजन के मुकाबले इसका नया 2.0 लीटर इंजन काफी रिफाइंड लगता है और यह ज्यादा शोर भी नहीं करता है। पहले के मुकाबले अब इसमें वाइब्रेशन भी काफी हद तक कम हो गई है। 

एक्सलरेशन देते ही आपको जो एक चीज़ सबसे ज्यादा अच्छी लगेगी वो ये कि इसका नया 2.0 लीटर बीएस6 इंजन काफी स्मूद है। हालांकि, पावर डिलेवरी पहले जैसी नहीं है जिससे अब ओवरटेकिंग के लिए पहले से तैयारी करनी पड़ती है। पावर डिलेवरी कम होने के कारण अब इसका थ्रॉटल रिस्पॉन्स भी पहले जैसा नहीं रहा है। इसके अलावा तेज़ स्पीड के दौरान इसका इंजन काफी शांत रहता है। हालांकि, 2800 आरपीएम के बाद ही इसका शोर सुनाई देता है। 10-स्पीड ऑटोमैटि​क गियरबॉक्स होने के कारण 1500 आरपीएम के बाद ही यह 100 किलोमीटर/घंटे की रफ्तार पकड़ लेती है। 

छोटा बीएस6 इंजन और एक अच्छा गियरबॉक्स होने के कारण फोर्ड एंडेवर का माइलेज फिगर पहले से बेहतर हो गया है। कंपनी ने इसके 2.0 लीटर इंजन से लैस 4x2 वेरिएंट को लेकर 13.9 किलोमीटर/लीटर का माइलेज दावा किया है, वहीं 4x4 वेरिएंट को लेकर 12.4 किलोमीटर/लीटर का माइलेज दावा किया गया है। पुराने ऑटोमैटि​क वेरिएंट्स के मुकाबले यह माइलेज काफी बेहतर है। हालांकि, मैनुअल गियरबॉक्स से लैस पहले वाले 2.2 लीटर वेरिएंट का माइलेज फिगर इससे भी ज्यादा अच्छा था। 

इसका नया 10-स्पीड ट्रांसमिशन इस्तेमाल करने में काफी अच्छा है। इसके शिफ्ट्स ना सिर्फ काफी फुर्तीले और तेज हैं बल्कि ये गियरबॉक्स आपकी ड्राइविंग स्टाइल को देखते हुए सही गियर पर गाड़ी को आगे बढ़ने देता है। यदि आप लगभग खाली सड़क पर कार चला रहे हैं तो इसका गियरबॉक्स तीसरे से सीधे पांचवे और फिर सातवे गियर पर कार को पहुंचा देता है। यहां तक की 90 किलोमीटर/घंटे की रफ्तार पर कार 10वें गियर तक भी पहुंच जाती है और इस दौरान इसका इंजन और भी शांत हो जाता है।

यदि आप इस एसयूवी को अच्छी खासी स्पीड पर चलाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको इसमें स्पोर्ट्स मोड का फीचर भी दिया गया है जो एक ही गियर पर काफी देर तक कार को चलते रहने में मदद करता है। इससे कार को तेजी से स्पीड पकड़ने में भी मदद मिलती है। इसके अलावा इस गियरबॉक्स में प्रोग्रेसिव रेंज सलेक्शन नाम से भी एक टेक्नोलॉजी दी गई है। इससे आप ऊपर से लेकर नीचे तक जितने भी गियर हैं उन्हें लॉक करने में मदद मिलती है। आसान भाषा में कहें तो आप गियरबॉक्स को पहले, दूसरे, तीसरे या जितना आप चाहें वहां तक लॉक कर सकते हैं फिर आपकी यह कार इन्हीं गियर के बीच चलेगी।

हम बीएस6 फोर्ड एंडेवर की ऑफ रोडिंग क्षमता का परीक्षण करने के लिए इसे एक सैंड ड्यूंस यानी रेतीले इलाके में भी लेकर गए। अब चूंकि इसका नया बीएस6 इंजन पहले के मुकाबले कम पावरफुल है तो ऐसे में 10-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स के रहते इसे अच्छा परफॉर्मेंस देने में मदद मिलती है। इसके अलावा गियरबॉक्स में केवल शुरूआती गियर तक लॉक होने वाले फीचर के रहते कार को ऑफ रोडिंग के दौरान बिना अटके लगातार चलाया जा सकता है। एक अच्छे ट्रैक्शन के लिए इसका टैरेन मैनेजमेंट सिस्टम पावर डिलेवरी, थ्रॉटल रिस्पॉन्स और गियरबॉक्स लॉजिक को बदलता रहता है। रेतीले धोरों में कार को ड्राइव करते वक्त हम अपनी कम अनुभव के कारण अटके जरूर थे जिसमें कार की कोई गलती न​हीं थी। 

इंजन और गियरबॉक्स के वजन को देखते हुए कंपनी ने फोर्ड एंडेवर के सस्पेंशन को री-ट्यून किया है। अब यह कार उछाल और गड्ढों पर आराम से गुज़र जाती है। एंडेवर अब भी कॉर्नर पर अपने भारी वजन को संभालने में सक्षम है। हालांकि, पहले की तर​ह इसमें अब भी बॉडी रोल होता है जिसमें घबराने जैसी कोई बात नहीं रहती है। 

सेफ्टी

पहले की तरह बीएस6 फोर्ड एंडेवर में 6 एयरबैग, एबीएस के साथ ईबीडी, ट्रैक्शन कंट्रोल, ईएसपी, हिल स्टार्ट असिस्ट, ऑटो हेडलैंप, फ्रंट एवं रियर फॉगलैंप के साथ वायपर जैसे फीचर्स मौजूद हैं। इसके अलावा इसमें टीपीएमएस (टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम), रियर कैमरा, रियर पार्किंग सेंसर और कार के अंदर होने वाली हलचल को डिटेक्ट करने वाला वॉल्यूमैट्रिक बर्गलर अलार्म सिस्टम जैसे फीचर्स भी दिए गए हैं। इसके टाइटेनियम प्लस वेरिएंट में ड्राइवर के घुटनों की सेफ्टी के लिए एयरबैग, फ्रंट पार्किंग सेंसर, हिल डिसेंट कंट्रोल और ऑटो डिमिंग इनसाइड रियरव्यू मिरर जैसे एक्सट्रा फीचर्स दिए गए हैं। 

निष्कर्ष

इस बात को मानने में कोई हर्ज नहीं कि फोर्ड एंडेवर पहले से कम पावरफुल हो गई है। हालांकि, अगर आपने इससे पहले कभी एंडेवर नहीं चलाई है तो आपको यह फर्क समझ ही नहीं आएगा। इसका नया 2.0 लीटर बीएस6 डीज़ल इंजन कम पावरफुल होने का अहसास बिल्कुल नहीं कराता है और इसके रहते सिटी में एंडेवर को आराम से ड्राइव किया जा सकता है। साथ ही इसका 10-स्पीड ऑटोमैटि​क गियरबॉक्स भी आपकी ड्राइव को आसान और स्मूद बनाता है। इसके अलावा फोर्ड की कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी से अब एंडेवर और भी ज्यादा ​फीचर रिच एसयूवी बन गई है। 


फोर्ड 30 अप्रैल 2020 के बाद एंडेवर की प्राइस 70,000 हज़ार रुपये तक बढ़ा देगी। एंडेवर का टॉप वेरिएंट बीएस4 वर्जन के मुकाबले 1.45 लाख रुपये सस्ता हुआ है। वहीं, ऑटोमैटिक गियरबॉक्स के शामिल होने से इसके एंट्री-लेवल वेरिएंट की प्राइस में जरूर इजाफा किया गया है। फिर भी फोर्ड एंडवेर अपने मुकाबले में मौजूद टोयोटा फॉर्च्यूनर से ज्यादा सस्ती एसयूवी है। इससे ये कार और भी ज्यादा वैल्यू फॉर मनी साबित भी होती है। यदि आप अपनी पुरानी कार बेचकर नई एंडेवर लेना चाहते हैं तो कारदेखो गाड़ी स्टोर जरूर जाएं जहां कुछ ही मिनट में आप अपनी पुरानी कार बेच सकते हैं।

य​ह भी पढ़ें: कंपेरिज़न रिव्यू: महिंद्रा अल्टुरस जी4 Vs फोर्ड एंडेवर Vs टोयोटा फॉर्च्यूनर Vs इसुजु एमयू-एक्स

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