कंपेरिज़न रिव्यू: महिंद्रा अल्टुरस जी4 Vs फोर्ड एंडेवर Vs टोयोटा फॉर्च्यूनर Vs इसुजु एमयू-एक्स
Published On जुलाई 04, 2019 By भानु for फोर्ड एंडेवर 2015-2020
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भारत में एसयूवी कारों को लेकर ग्राहकों में एक अजब सा क्रेज़ दिखाई देता है। वजह साफ है, यह कारें अपनी लंबाई, चौड़ाई और ऊंचाई के कारण ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों को आकर्षित करने में कामयाब हो जाती हैं। इस सेगमेंट में वर्तमान में टोयोटा फॉर्च्यूनर, फोर्ड एंडेवर, महिंद्रा अल्टुरस जी4 और इसुजु एमयू-एक्स जैसी कारें मौजूद हैं। ये कारें अपनी अलग अलग विशेषताओं के लिए जानी जाती हैं।
हमनें इन चारों एसयूवी की हर मोर्चे पर तुलना की है। तो क्या रहे इसके नतीजे ये जानेंगे यहां:
1. साइज़
एक असली एसयूवी की पहचान उसकी बड़ी साइज़ से होती है। वैसे तो ये चारों कारें ही साइज़ में काफी बड़ी हैं, मगर अल्टुरस जी4 और एंडेवर अन्य दोनों कारों से थोड़ी आगे हैं :
फोर्ड एंडेवर |
महिंद्रा अल्टुरस जी4 |
टोयोटा फॉर्च्यूनर |
इसुजु एमयू एक्स |
|
लंबाई |
4903 मिलीमीटर |
4850 मिलीमीटर |
4795 मिलीमीटर |
4825 मिलीमीटर |
चौड़ाई |
1869 मिलीमीटर |
1960 मिलीमीटर |
1855 मिलीमीटर |
1860 मिलीमीटर |
ऊंचाई |
1837 मिलीमीटर |
1845 मिलीमीटर |
1835 मिलीमीटर |
1840 मिलीमीटर |
व्हीलबेस |
2850 मिलीमीटर |
2865 मिलीमीटर |
2745 मिलीमीटर |
2845 मिलीमीटर |
ग्राउंड क्लीयरेंस |
225 मिलीमीटर |
244 मिलीमीटर |
225 मिलीमीटर |
230 मिलीमीटर |
ऊंचाई और चौड़ाई के मोर्चे पर महिंद्रा अल्टुरस जी4 बाकी तीनों कारों से आगे है। वहीं, फोर्ड एंडेवर की लंबाई दूसरी कारों से ज्यादा है। इसका मतलब ये नहीं है कि टोयोटा फॉर्च्यूनर और इसुजु एमयू-एक्स छोटी कारें है। बस, ये दोनों कारें अल्टुरस जी4 और एंडेवर के मुकाबले ही छोटी दिखाई पड़ती हैं।
इस मुकाबले में फॉर्च्यूनर साइज़ में छोटी कार जरुर साबित हुई है मगर, इसकी डिज़ाइन अन्य कारों से बेहतर लगती है। इसका फ्रंट लेक्सस की कारों से प्रभावित लगता है। इसमें मिलने वाली क्रोम फिनिशि ग्रिल, पतले बाई-बीम लैंप, विंडोलाइन और बड़ी रैपअराउंड टेललैंप आपका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने में सक्षम है।
इसुजू की एमयू-एक्स का मौजूदा मॉडल काफी पुराना हो चला है। इसकी डिज़ाइन भी अन्य कारों के मुकाबले उतनी ज्यादा ख़ास नहीं लगती है। हालांकि, फॉर्च्यूनर की तरह इसमें भी बाई-बीम एलईडी प्रोजेक्टर हेडलैंप और मशीन कट अलॉय व्हील जैसे मॉर्डन फीचर दिए गए हैं।
फोर्ड एंडेवर का लुक एक परफैक्ट एसयूवी कार जैसा है। कंपनी ने इसे हाल ही में नए अपडेट के साथ भी उतारा है। हालांकि, अपडेट होने के बाद भी पिछले मॉडल की तुलना में इसमें बहुत ज्यादा बदलाव नहीं आए हैं। इस नए अपडेट के साथ कंपनी ने इसमें स्मोक्ड हैडलैंप, 18-इंच के अलॉय व्हील और नए डिज़ाइन के बम्पर की पेशकश की है। फोर्ड एंडेवर अपने सेगमेंट में सबसे लम्बी एसयूवी है। एंडेवर की यही खासियत लोगों को काफी आकर्षित करती आई है।
महिंद्रा अल्टुरस एक ऊंची और बॉक्सी शेप वाली एसयूवी है। मगर, साइड से देखने पर इसकी लंबाई कम नजर आती है। कुल मिलाकर चारों कारें साइज के मोर्चे पर अपनी अलग पहचान रखती हैं। अब आगे जानते हैं कि सिटिंग कैपेसिटी के हिसाब से आपकी फैमिली के लिए इनमें से कौनसी कार सबसे बेहतर है।
2. सीटिंग & कम्फर्ट
आपको ये जानकर बेहद हैरानी होगी कि स्पेस और कम्फर्ट के मामले में एमयू-एक्स इस मुकाबले की सबसे बेस्ट 7-सीटर एसयूवी है। इसुजु ने इस कार में काफी चतुराई से हर एक रो में पर्याप्त मात्रा में स्पेस दिया है। कार के अंदर और बाहर प्रवेश करना बहुत आसान है। कार की सेकंड रो में वन टच टंबल का फीचर दिया गया है, जिससे थर्ड रो के पैसेंजर आराम से कार में प्रवेश कर सकते हैं या बाहर निकल सकते हैं।
इसुजु एमयू एक्स |
||||
इंटीरियर का माप |
लेगरूम |
नी-रूम |
हैडरूम |
शोल्डर रूम |
फ्रंट रो |
900-1080 मिलीमीटर |
550-810 मिलीमीटर |
885-990 मिलीमीटर |
1405 मिलीमीटर |
सेकंड रो |
- |
665-820 मिलीमीटर |
940 मिलीमीटर |
1450 मिलीमीटर |
थर्ड रो |
- |
630 मिलीमीटर |
900 मिलीमीटर |
1345 मिलीमीटर |
इसुजु एमयू-एक्स की किसी भी रो में आपको स्पेस की कमी महसूस नहीं होगी। आपको इसमें पर्याप्त नी, हेड और लेगरूम मिलता है। इसके अलावा, इसकी सेकंड रो में तीन वयस्क पैसेंजर आराम से बैठ सकते हैं।
केबिन स्पेस के मामले में इसुजु एमयू-एक्स के बाद फोर्ड एंडेवर दूसरी सबसे बेस्ट कार है। लेकिन इसकी सेकंड रो में टंबल फोल्ड का फीचर नहीं दिया गया है, जिससे थर्ड रो में प्रवेश करने और कार से उतरने में थोड़ी परेशानी होती है।क्योंकि इसके लिए पहले सेकंड रो की 40 सेक्शन सीट को आगे की ओर झुका कर (रेक्लाइन) फिर स्लाइड करना पड़ता है। चूंकि इसकी सेकंड रो में स्लाइड फंक्शन मिलता है, जिसके चलते इसमें पैसेंजर अपनी सुविधा अनुसार सीटिंग कम्फर्ट बना सकते है।
फोर्ड एंडेवर |
||||
लेगरूम |
नी-रूम |
हैडरूम |
शोल्डर रूम |
|
फ्रंट रो |
900-1000 मिलीमीटर |
550-790 मिलीमीटर |
850-960 मिलीमीटर |
1360 मिलीमीटर |
सेकंड रो |
- |
540 मिलीमीटर-895 मिलीमीटर |
910 मिलीमीटर |
1445 मिलीमीटर |
थर्ड रो |
- |
620-720 मिलीमीटर |
900 मिलीमीटर |
1250 मिलीमीटर |
एंडेवर के केबिन की चौड़ाई काफी अच्छी है। ऐसे में यहां तीन पैसेंजर को बैठने के लिए पर्याप्त स्पेस उपलब्ध होता है। एंडेवर में पैनोरमिक सनरूफ का फीचर दिया गया है। यह सनरूफ साइज़ में काफी बड़ी है। जिसके कारण कार में 6 फीट या उससे अधिक ऊंचे पैसेंजर को अच्छा हैडरूम नहीं मिल पाता है।
एंडेवर के केबिन की चौड़ाई काफी अच्छी है। ऐसे में यहां तीन पैसेंजर को बैठने के लिए पर्याप्त स्पेस उपलब्ध होता है। एंडेवर में पैनोरमिक सनरूफ का फीचर दिया गया है। यह सनरूफ साइज़ में काफी बड़ी है। जिसके कारण कार में 6 फीट या उससे अधिक ऊंचे पैसेंजर को अच्छा हैडरूम नहीं मिल पाता है।
टोयोटा फॉर्च्यूनर की बात करें तो इसमें थर्ड रो की सीटों पर पैसेंजर को काफी अच्छा नी-रूम मिलता है। इसुजु की एमयू एक्स की तरह इसमें भी वन टच टंबल का फीचर दिया गया है। इससे थर्ड रो में चढ़ना और उतरना आसान हो जाता है। ज्यादा कंफर्ट के लिए टोयोटा ने इसकी थर्ड रो में भी रेक्लाइन फीचर दिया है, जिससे सीट को अपने कम्फर्ट अनुसार पीछे की तरफ झुकाया जा सकता है। कार में रियर एसी वेंट को रूफ पर पोजिशन किया गया है, ऐसे में एसी वेंट के कारण पैसेंजर को पर्याप्त मात्रा में हैडरूम नहीं मिलता है।
टोयोटा फॉर्च्यूनर |
||||
लेगरूम |
नी-रूम |
हैडरूम |
शोल्डर रूम |
|
फ्रंट रो |
865-1045 मिलीमीटर |
550-790 मिलीमीटर |
880 मिलीमीटर-1010 मिलीमीटर |
1360 मिलीमीटर |
सेकंड रो |
- |
660-960 मिलीमीटर |
930 मिलीमीटर |
1415 मिलीमीटर |
थर्ड रो |
- |
630 मिलीमीटर |
900 मिलीमीटर |
1325 मिलीमीटर |
इसमें सेकंड रो की सीटों पर तीन पैसेंजर को बैठने में थोड़ी मुश्किल पैदा होती है। हालांकि, सीट का बैकरेस्ट काफी कंफर्टेबल है। यहां दो पैसेंजर आराम से बैठ सकते हैं। यदि आप सेकंड रो की सीटों को पीछे की तरफ रेक्लाइन करके बैठते हैं तो यह बेहद स्पेशियस लगती है, लेकिन इस स्थिति में थर्ड रो में स्पेस का अभाव नज़र आता है।
महिंद्रा अल्टुरस जी4 की सेकंड रो में काफी अच्छा स्पेस दिया गया है। कार की फ्रंट सीटें थोड़ी आगे की तरफ हैं, ऐसे में आप सेकंड रो की सीट पर आराम से अपने एक पांव पर दूसरा पांव रखकर बैठ सकते हैं। कार का केबिन भी काफी चौड़ा है जिससे सेकंड रो सीटों पर तीन पैसेंजर आराम से बैठ सकते हैं। इसमें भी सेकंड रो की सीटों को पीछे झुकाने की सुविधा मिलती हैं।
महिंद्रा अल्टुरस जी4 |
||||
लेगरूम |
नी-रूम |
हैडरूम |
शोल्डर रूम |
|
फ्रंट रो |
950-1105 मिलीमीटर |
550-780 मिलीमीटर |
880-975 मिलीमीटर |
1410 मिलीमीटर |
सेकंड रो |
- |
635-860 मिलीमीटर |
970 मिलीमीटर |
1490 मिलीमीटर |
थर्ड रो |
- |
630 मिलीमीटर |
845 मिलीमीटर |
1410 मिलीमीटर |
अल्टुरस की थर्ड रो सीटें सतह से ज्यादा उपर नहीं है। ऐसे में यहां अच्छी कद काठी वाले पैसेंजर का बैठना मुश्किल बन जाता है। हालांकि, यहां छोटे बच्चों को बैठाया जा सकता है। यहां अंडर थाई सपोर्ट की बेहद कमी लगती है। कुल मिलाकर अल्टुरस जी4 को 7 सीटर के बजाए अच्छी 5 सीटर एसयूवी माना जा सकता है।
3. केबिन और फीचर्स
जब आप 30 लाख रुपये खर्च कर एक एसयूवी लेते हैं तो ज़ाहिर सी बात है कि आपको अपनी कार से बहुत ज्यादा उम्मीदें रहती हैं। ऐसे में फीचर देने के मामले में इसुज़ु एमयू-एक्स काफी साधारण एसयूवी नज़र आती है। इसका केबिन ऑल ब्लैक थीम पर तैयार किया गया है। इसके केबिन में इस्तेमाल किया गाय हार्ड प्लास्टिक डी मैक्स वी क्रॉस कार की याद दिलाता है, जो इससे आधी कीमत में उपलब्ध है। हालांकि इसुज़ु ने कार के केबिन में प्रीमियम अहसास लाने के लिए डैशबोर्ड के कुछ हिस्सों में लैदर का इस्तेमाल किया है। मगर, ये कार को अंदर से प्रीमियम लुक देने के लिए नाकाफी साबित होता है।
इसुजु एमयू-एक्स की फीचर लिस्ट की बात करें तो इसमें लैदर अपहोल्स्ट्री, पावर्ड ड्राइवर सीट, क्रुज़ कंट्रोल, ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल और 8-स्पीकर वाले ऑडियो सिस्टम से लैस 7-इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया गया है। इस गाड़ी में ड्राइवर साइड विंडो को छोड़कर बाकि सभी पावर विंडो के लिए ऑटो अप डाउन, वन टच लेन इंडिकेटर, ऑटोमैटिक हैडलैंप, रेन सेंसिंग वाइपर और रिवर्स कैमरा के लिए डायनामिक गाइडलाइन जैसे फीचर्स का अभाव है। कार की कीमत के हिसाब से इसका टचस्क्रीन भी इतना प्रीमियम नहीं लगता है। इसमें एंड्रॉयड ऑटो और एप्पल कारप्ले जैसे मॉर्डन कनेक्टिविटी फीचर भी नहीं दिए गए हैं।
फीचर के मामले में फॉर्च्यूनर का नया मॉडल पुराने मॉडल से काफी बेहतर है। इसमें डार्क ब्राउन लैदर अपहोल्स्ट्री दी गई है। साथ ही कार को प्रीमियम लुक देने के लिए इसमें वुडन फिनिशिंग और सिल्वर एक्सेंट मिलता है। कुल मिलाकर नई फॉर्च्यूनर का केबिन पहले से ज्यादा आकर्षक हो गया है। टोयोटा फॉर्च्यूनर में पावर्ड फ्रंट सीट, इलेक्ट्रिक टेलगेट रिलीज़ और ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंंट्रोल का फीचर दिया गया है। दूसरी तरफ इसमें सनरूफ, एबिएंट लाइटिंग, बेहतर ऑडियो सिस्टम, एंड्रॉयड ऑटो और एपल कारप्ले कनेक्टिविटी वाला एक अच्छा इंफोटेनमेंट सिस्टम जैसे फीचर का अभाव भी है।
इस मुकाबले में महिंद्रा अल्टुरस जी4 के केबिन ने हमें सबसे ज्यादा प्रभावित किया है। इसमें 360 डिग्री व्यू कैमरा, वेंटिलेटेड फ्रंट सीट और मेमोरी फंक्शन के साथ पावर ड्राइवर सीट जैसे सेगमेंट फर्स्ट फीचर दिए गए हैं। इसमें 7-इंच की टचस्क्रीन यूनिट भी दी गई है। इसकी स्क्रीन क्वालिटी और ब्राइटनेस अच्छी है, साथ ही इसका टच रेस्पोंस भी शानदार है। इन फीचर्स के साथ अल्टुरस में बैठने पर एक लग्जरी कार में बैठने जैसा अहसास होता है।
हालांकि, महिंद्रा अल्टुरस में इलेक्ट्रिकली एडजस्टेबल को-ड्राइवर सीट, ऑटो डिमिंग मिरर जैसे फीचर नहीं दिए गए हैं। वहीं इसका 6-स्पीकर से लैस साउंड सिस्टम भी औसत दर्जे का है। मुकाबले में मौजूद दूसरी एसयूवी के मुकाबले इसके टच पॉइन्ट भी काफी नाज़ुक हैं।
अल्टुरस के बाद फोर्ड एंडेवर का केबिन सेगमेंट में सबसे ज्यादा प्रीमियम नज़र आता है। इसमें डैशबोर्ड, गियर लिवर, डोर पैड, स्टीयरिंग व्हील पर लैदर का इस्तेमाल किया गया है। एंडेवर की फीचर लिस्ट की बात करें तो इसमें सनरूफ, एक्टिव नॉइस कैंसिलेशन, सेमी ऑटो पैरेलल पार्क असिस्ट और इंस्टरुमेंट क्लस्टर में दो स्क्रीन दी गई हैं। इसमें सब वूफर से लैस 10 स्पीकर वाला ऑडियो सिस्टम दिया गया है। साथ ही इसमें थर्ड रो सीट के लिए पावर फोल्डिंग का फीचर भी दिया गया है।
सेफ्टी के लिहाज से इन सभी एसयूवी में कंपनियों ने फीचर देने में कोई कमी नहीं रखी है। अल्टुरस के टॉप वेरिएंट में सबसे ज्यादा 9 एयरबैग दिए गए हैं। वहीं, एंडेवर में 7 और टोयोटा फॉर्च्यूनर व इसुजु एमयू-एक्स में 6 एयरबैग मिलते हैं। इसके अलावा सभी एसयूवी में एंटीलॉक ब्रेकिंग सिस्टम (एबीएस) के साथ इलेक्ट्रॉनिक ब्रेकफाॅर्स डिस्ट्रीब्यूशन (ईबीडी), ट्रैक्शन कंट्रोल, हिल स्टार्ट असिस्ट और हिल डिसेंट कंट्रोल फीचर भी मिलते हैं। इसके अलावा, फोर्ड एंडेवर को छोड़ कर सभी कारों में आईएसओफिक्स चाइलड सीट माउंट का फीचर भी मिलता है।
4.इंजन और परफॉर्मेंस
आइये अब एक नज़र डालें सभी एसयूवी के इंजन स्पेसिफिकेशन पर:
स्पेसिफिकेशन |
फोर्ड एंडेवर |
महिंद्रा अल्टुरस जी4 |
टोयोटा फॉर्च्यूनर |
इसुजु एमयू-एक्स |
इंजन |
3.2-लीटर |
2.2-लीटर |
2.8-लीटर |
3.0-लीटर |
पावर |
200 पीएस |
180 पीएस |
177 पीएस |
177 पीएस |
टॉर्क |
470एनएम |
420एनएम |
450एनएम |
380एनएम |
गियरबॉक्स |
6-स्पीड एटी |
7-स्पीड एटी |
6-स्पीड एटी |
5- स्पीड एटी |
ड्राइवट्रेन |
4x4 |
4x4 |
4x4 |
4x4 |
रोड टेस्ट डेटा |
फोर्ड एंडेवर |
महिंद्रा अल्टुरस जी4 |
टोयोटा फॉर्च्यूनर |
इसुज़ु एमयू एक्स |
माइलेज (सिटी) |
8.89 किमी/लीटर |
10.1 किमी/लीटर |
9.39 किमी/लीटर |
9.25 किमी/लीटर |
माइलेज (हाइवे) |
11.9 किमी/लीटर |
12.34 किमी/लीटर |
13.19 किमी/लीटर |
12.17 किमी/लीटर |
0-100 किमी/प्रति/घंटा |
11.70 सेकेंड |
10.80 सेकेंड |
12.48 सेकेंड |
12.34 सेकेंड |
20-80 किमी/प्रति/घंटा |
6.81 सेकेंड |
6.92 सेकेंड |
7.93 सेकेंड |
7.54 सेकेंड |
100-0 किमी/प्रति/घंटा |
41.53 मीटर |
42.54 मीटर |
45.23 मीटर |
44.90 मीटर |
महिंद्रा अल्टुरस जी4
सिटी ड्राइविंग के लिहाज से महिंद्रा अल्टुरस जी4 सबसे ज्यादा माइलेज देने वाली एसयूवी है। इसका सांगयॉन्ग द्वारा निर्मित 2.0-लीटर इंजन काफी रिफाइन है। इस इंजन के साथ कंपनी ने मर्सिडीज़ बैंज का 7-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स दिया है। यह गियरबॉक्स काफी तेज़ी से काम करता है।
कार का सस्पेंशन सिस्टम काफी अच्छा है। कम स्पीड पर केबिन में किसी प्रकार के झटके महसूस नहीं होते हैं। हालांकि, हाई स्पीड पर मामूली झटके लगते हैं। कार का स्टीयरिंग और ब्रेकिंग सिस्टम काफी अच्छे से काम करते हैं, जो ड्राइविंग एक्सपीरियंस को बढ़ाता है।
टोयोटा फॉर्च्यूनर
टोयोटा फॉर्च्यूनर का इंजन काफी शोर करता है। इसकी आवाज़ केबिन के अंदर तक सुनाई देती है। कंपनी ने इसमें नॉइस इंसुलेशन में जरूरी सुधार नहीं किए हैं। फॉर्च्यूनर का इंजन काफी दमदार है। इसे हाइवे पर 120 किमी/घंटा और सिटी में 20 किमी/घंटा की रफ्तार पर आराम से चलाया जा सकता है।
टोयोटा फॉर्च्यूनर का सस्पेंशन सिस्टम थोड़ा स्टिफ है। खराब सड़कों और गड्ढों पर से गुजरते वक्त आपको इसमें झटके महसूस होने के साथ सस्पेंशन से निकलने वाली आवाज़ भी साफ सुनाई देगी। हालांकि हाइवे की सपाट सड़कों पर ये सब आवाज़ें और झटके महसूस नहीं होते हैं।
इसुज़ु एमयू-एक्स
फॉर्च्यूनर की तरह इसुज़ु एमयू-एक्स का इंजन से निकलने वाली आवाज़ कार के केबिन तक पहुंचती है। सिटी ड्राइविंग के लिहाज से इसका 5-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स काफी स्मूद है। वहीं, हाइवे पर भी ये कार एक स्थिर गति में बड़े आराम से चलती है। खराब सड़कों और गड्ढों के लिहाज से एसयूएक्स का सस्पेंशन सिस्टम काफी अच्छा है। हालांकि, 100 किमी/घंटे की रफ्तार पार करने के बाद कार में उछाल लेने लग जाती है। भीड़भाड़ वाले इलाकों में इसके स्टीयरिंग व्हील जरूरत से ज्यादा भारी लगता है, तो वहीं हाइवे पर ये जरूरत से ज्यादा हल्का महसूस होता है।
फोर्ड एंडेवर
फोर्ड एंडेवर की राइड और हैंडलिंग बेहद अच्छी है। इसका स्टीयरिंग काफी हल्के हैं। वहीं इसका सस्पेंशन सिस्टम भी सड़कों पर आने वाली बाधाओं से निपटने का काम अच्छे से करते हैं।
फोर्ड एंडेवर में दिया गया 3.2-लीटर इंजन सिटी और हाइवे दोनों जगह पर काफी अच्छी परफॉर्मेंस देता है। एंडेवर में नॉइस कैंसिलेशन का फीचर दिया गया है, जिससे केबिन तक इंजन का शोर नहीं पहुंचता है।
5. कौनसी कार खरीदें?
जैसा की हमनें पहले भी बताया था कि इन सभी एसयूवी की अपनी एक अलग विशेषता लिए है। इस लिहाज़ से हमनें इन सभी एसयूवी की तुलना अलग अलग मोर्चो पर की है।
(iv )इसुज़ु एमयू-एक्स
हमनें इस सूची में नंबर 4 पर इसुज़ु एमयू-एक्स को रखा है। इस कार की कीमत के हिसाब से इसमें काफी फीचर का अभाव है। इसका केबिन भी इतना प्रीमियम नज़र नहीं आता है।
यदि इन सब बातों पर ध्यान ना दिया जाए तो, इसुज़ु की बिल्ट क्वालिटी काफी अच्छी है। इसुज़ु को भरोसेमंद व्हीकल बनाने वाली कंपनी माना जाता है। कंपनी इस कार के साथ 5 साल या 1,50,000 किलोमीटर की वारंटी पेश कर रही है। यदि आप एक आरामदायक 7-सीटर कार खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो हम आपको इसुजु एमयू-एक्स लेने की सलाह देंगे।
खूबियां
- अच्छी बिल्ट क्वालिटी
- अच्छा ड्राइविंग एक्सपीरियंस
- स्मूद गियरबॉक्स
- ऑफ रोडिंग के लिए परफैक्ट कार
खामियां
- फीचर्स का अभाव
- प्रीमियम केबिन की कमी
(iii) टोयोटा फॉर्च्यूनर
इस सूची में हमने तीसरे नंबर पर टोयोटा फॉर्च्यूनर को रखा है। फॉर्च्यूनर अपनी स्टाइलिंग की वजह से ग्राहकों को काफी आकर्षित करती है। इस कार को खरीदने के बाद कंपनी की ओर से काफी शानदार आफ्टर सेल सपोर्ट का अनुभव दिया जाता है। महंगी एसयूवी होने के भी इसमें काफी प्रीमियम फीचर का अभाव है।
खूबियां
- अच्छी री सेल वैल्यू
- स्टाइलिंग
कमियां
- फीचर्स का अभाव
- ज्यादा कीमत
(ii )महिंद्रा अल्टुरस जी4
महिंद्रा अल्टुरस इस सूची में नंबर दो के स्थान पर आती है। इस कार को एक पैसा वसूल एसयूवी कहा जा सकता है। लग्जरी एसयूवी होने के साथ साथ इसका इंजन और गियरबॉक्स भी काफी अच्छा है।
खूबियां
- प्रीमियम डिज़ाइन
- सिटी ड्राइविंग के लिहाज से परफैक्ट एसयूवी
- बेस्ट 5 सीटर एसयूवी
- वैल्यू फॉर मनी कार
कमियां
- थर्ड रो की सीटों पर कंफर्ट की कमी
- ऑफ रोडिंग के लिए परफैक्ट नहीं है
(i) फोर्ड एंडेवर
इस कंपेरिजन टेस्ट में नंबर 1 एसयूवी का स्थान फोर्ड एंडेवर को दिया गया है। इसमें कंफर्ट, फीचर और स्पेस की कोई कमी नहीं है। इसमें एक परफैक्ट एसयूवी में दी जाने वाली सभी बुनियादी चीज़ें मौजूद हैं।
खूबियां
- बेहतर फीचर्स
- लग्जरी अहसास
- सेगमेंट में सबसे ज्यादा पावरफुल इंजन
- ऑलराउंडर एसयूवी
कमियां
- थर्ड रो पर बैठना थोड़ा कठिन
- माइलेज की कमी