फोर्ड एंडेवर : फर्स्ट ड्राइव रिव्यू
Published On जनवरी 28, 2020 By भा नु for फोर्ड एंडेवर 2015-2020
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फोर्ड एंडेवर भारत की पॉपुलर फुल साइज़ एसयूवी में से एक है। 2003 से बिक्री के लिए उपलब्ध यह कार अपनी प्राइस के हिसाब से अच्छी टेक्नोलॉजी से लैस कार है। बाज़ार में इसका मुकाबला टोयोटा फॉर्च्यूनर, महिंद्रा अल्टुरस जी4, इसुजु एमयूएक्स, स्कोडा कोडिएक और होंडा सीआरवी से है। फोर्ड एंडेवर के न्यू जनरेशन मॉडल को 2016 में पेश किया गया था जिसके तीन साल बाद 2019 में कुछ छोटे-मोटे अपडेट देकर इसे दोबारा से लॉन्च किया गया। तो कितनी बदली फोर्ड एंडेवर जानेंगे इस फर्स्ट ड्राइव रिव्यू में:-
कैसा है इसका एक्सटीरियर
बड़ी, दमदार और शानदार ये तीन शब्द 2019 एंडेवर पर एकदम फिट बैठते हैं। अपडेट के साथ इसका साइज़ भी थोड़ा सा बदला है। इसमें नया बंपर दिया गया है जो पहले के मुकाबले 11 मिलीमीटर लंबा है, वहीं स्टैंडर्ड साइड स्टेप प्लेट से इस कार की चौड़ाई भी 9 मिलीमीटर बढ़ गई है। हालांकि इन अपडेट्स के बावजूद आज भी एंडेवर किसी अमेरिकन कार जैसी लगती है।
इस कार को दमदार दिखाने में ना तो कोई शार्प लाइन, ना ही मोटी-मोटी हेडलाइट का इस्तेमाल किया गया है। बल्कि ये अपने भारी भरकम बॉडी पैनल्स के चलते दमदार दिखाई देती है। इसमें नए बंपर के अलावा नई डिज़ाइन की ग्रिल भी दी गई है।
इस एसयूवी के साइड प्रोफाइल की बात करें तो इसमें पहले की तरह 18 इंच के अलॉय व्हील दिए गए हैं, जिनका डिज़ाइन एकदम नया है। कार के पिछले हिस्से में कंपनी ने कोई अपडेट नहीं किया है, मगर अब इसके टाइटेनियम और टाइटेनियम प्लस वेरिएंट में एलईडी टेललाइट का फीचर स्टैंडर्ड कर दिया गया है।
इस कार में पहले की तरह एचआईडी प्रोजेक्टर हेडलाइट, फ्रंट और रियर फॉगलैंप, क्रोम डोर हैंडल और मोटी स्किड प्लेट का फीचर दिया गया है।
कितना बदला इसका इंटीरियर
देखा जाए तो अंदर से फोर्ड एंडेवर में ज्यादा कुछ नहीं बदला है। इसमें डैशबोर्ड के ऊपरी हिस्से को ब्राउन से ब्लैक कलर का कर दिया गया है और गियर लिवर का लुक है वो अलग है जिसपर काफी अच्छी ग्रिपिंग मिलती है। अब नई एंडेवर को चाबी लगाकर स्टार्ट करने की भी जरूरत नहीं है क्योंकि इसमें पैसिव की-लैस एंट्री दे दी गई है। अब कार को केवल पुश बटन स्टॉर्ट/स्टॉप से चालू व बंद किया जा सकता है।
इसके अलावा कार में अब ड्राइवर के लिए 8 तरीकों से एडजस्ट की जाने वाली सीट का फीचर स्टैंडर्ड कर दिया गया है। वहीं, इसके टाइटेनियम प्लस वेरिएंट में फ्रंट पैसेंजर के लिए भी एडजस्टेबल सीट का फीचर दिया गया है। हालांकि, अपडेट होने के बावजूद इस बड़ी एसयूवी के केबिन में अब भी कुछ खामियां नज़र आती है।
उदाहरण के तौर पर आप इसके स्टीयरिंग को अपनी लंबाई के अनुसार केवल ऊपर नीचे करके ही एडजस्ट कर सकते हैं। लेकिन इसे रीच यानी आगे पीछे करके एडजस्ट नहीं किया जा सकता है। हालांकि, फिर भी एंडेवर में ड्राइवर को एक अच्छी ड्राइविंग पोजिशन मिल ही जाती है। इसकी सेकंड रो की सीटें टिल्ट फॉरवर्ड तो हो जाती है मगर टंबल फॉरवर्ड नहीं होती हैं जिसकी वजह से थर्ड रो पर पहुंच पाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। इस मामले में टोयोटा फॉर्च्यूनर को अच्छी एसयूवी माना जा सकता है। इसमें ना सिर्फ टच टंबल फॉरवर्ड सीट का फीचर दिया गया है बल्कि इसकी थर्ड रो सीट भी ज्यादा स्पेस वाली है।
इन छोटी-मोटी खामियों के बावजूद फोर्ड एंडेवर का केबिन काफी रिच फीचर्स से भरा है। इसमें एंड्रॉयड ऑटो और एपल कारप्ले कनेक्टिविटी वाला 8 इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, 10 स्पीकर वाला म्यूज़िक सिस्टम, सनरूफ, रियर एसी वेंट समेत ड्यूल ज़ोन क्लाइमेट कंट्रोल और लैदर अपहोल्स्ट्री जैसे फीचर्स दिए गए हैं।
2019 एंडेवर में हैंड्स फ्री फंक्शन वाला पावर्ड टेलगेट का फीचर दिया गया है जिससे आप टेलगेट को खोल और बंद कर सकते हैं। इसके साथ ही इसमें पिछली बार की तरह पावर फोल्डिंग लास्ट रो सीट्स, स्लाइडिंग और रिक्लाइनिंग सेकंड रो सीट और दोनों फ्रंट रो के लिए एंटी पिंच समेत वन टच अप डाउन पावर विंडो जैसे फीचर्स दिए गए हैं।
फोर्ड एंडेवर 2019 बाहर से तो काफी बड़ी है, मगर कार के केबिन में स्पेस की थोड़ी कमी महसूस होती है। हालांकि, इसमें 6 फुट तक के लंबे पैसेंजर एक-दूसरे के पीछे आराम से बैठ सकते हैं फिर भी इसकी मिडिल रो सीटें फ्लोर के काफी करीब हैं जिससे लंबे पैसेंजर को ठीक-ठाक अंडर थाई सपोर्ट और हेडरूम मिलता है। साइड स्टेप प्लेट्स की वजह से बुजुर्ग पैसेंजर्स को कार में बैठने और उससे बाहर निकलने में भी तकलीफ होती है।
फोर्ड एंडेवर में 450 लीटर का बूट स्पेस दिया गया है। इसमें 50:50 के अनुपात में बंटी सीटों को फोल्ड करने के बाद आप चाहें तो इसके बूट स्पेस को 1050 लीटर तक बढ़ा सकते हैं। सेकंड रो की सीटों को भी यदि आप फोल्ड कर दें तो फिर इसका बूट स्पेस 2010 लीटर का हो जाता है।
परफॉर्मेंस
3.2 लीटर इंजन
फोर्ड एंडेवर के थाईलैंड वाले मॉडल में 2.0 लीटर डीज़ल इंजन दिया गया है जिसके साथ 10-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का ऑप्शन मिलता है, मगर फोर्ड एंडेवर फेसलिफ्ट के इंडियन वर्जन में पुराने मॉडल वाले इंजन ऑप्शन ही दिए गए हैं। एंट्री लेवल इंजन के तौर पर इसमें पहले की तरह 2.2 लीटर 4-सिलेंडर डीज़ल इंजन दिया गया है। यह इंजन 160 पीएस की पावर और 385 एनएम का टॉर्क जनरेट करने में सक्षम है। इस इंजन के साथ 6-स्पीड मैनुअल और 6-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का ऑप्शन मिलता है। एंडेवर के टॉप मॉडल में 3.2 लीटर 5-सिलेंडर डीज़ल इंजन दिया गया है। यह इंजन 200 पीएस की पावर और 470 एनएम का टॉर्क जनरेट करने में सक्षम है। इस इंजन के साथ केवल 6-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स और ऑल व्हील ड्राइव सिस्टम दिया गया है। उम्मीद है कि फोर्ड जल्द ही इन इंजन को बीएस6 नॉर्म्स के अनुसार अपग्रेड करेगी।
हमें एंडेवर के दोनों इंजन ऑप्शन में से 3.2 लीटर इंजन ज्यादा पसंद आया। इसमें कम आरपीएम पर भी गाड़ी को अच्छा खासा टॉर्क मिल जाता है और इस भारी भरकम एसयूवी को पावर देते हुए यह सुस्त नहीं पड़ता है। फोर्ड एंडेवर का ट्रांसमिशन स्कोडा कोडिएक के 7-स्पीड डीएसजी जितना फुर्तिला नहीं है। मगर, रोज़ाना इस्तेमाल के हिसाब से इससे अच्छा रिस्पॉन्स मिल जाता है। इस इंजन के चलते कोई नौसिखिया ड्राइवर भी एंडेवर को सिटी में आराम से चला सकता है। चाहे यह कार पैसेंजर्स से भरी हुई ही क्यों ना हो एंडेवर का इंजन ज़रा भी दबाव नहीं लेता है। कम और ज्यादा स्पीड में ओवरटेकिंग के दौरान भी थ्रॉटल रिस्पॉन्स अच्छा मिलता है। इसके अलावा इस एसयूवी को हाईवे पर चलाने का भी अपना ही मज़ा है। अगर आप एक दिन में 1000 किलोमीटर की रोड ट्रिप करने का मन बनाते हैं तो फोर्ड एंडेवर के इस इंजन के रहते ये मुमकिन है।
फोर्ड एंडेवर काफी भारी एसयूवी है। इसके टॉप वेरिएंट टाइटेनियम प्लस का वज़न करीब 2.4 टन का है। ऐसे में इस भारी भरकम एसयूवी से अच्छे माइलेज की उम्मीद थोड़ी कम ही रखें। फोर्ड ने एंडेवर 3.2/4x4 को लेकर 10.91 किलोमीटर प्रति लीटर माइलेज का दावा किया है। कंपनी के दावों के विपरीत ये आपको सिटी में 9 से 10 किलोमीटर प्रति लीटर और हाईवे पर 14 से 15 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज दे ही देगी।
2.2 लीटर इंजन
इस छोटे इंजन के रहते फोर्ड एंडेवर से ठीक-ठाक परफॉर्मेंस मिल जाती है। यह इंजन 160 पीएस की पावर और 385 एनएम का टॉर्क जनरेट करने में सक्षम है। कम और ज्यादा स्पीड पर भी इस इंजन से परफॉर्मेंस की कमी महसूस नहीं होती है। जल्दी से ओवरटेकिंग करने के लिए भी ये इंजन हमेशा तैयार रहता है और पैसेंजर लोड होने पर भी आराम से अपना काम करता है। हालांकि, हाईवे पर फोर्ड एंडेवर 2.2 लीटर वैसा ही परफॉर्म करती है जैसा कि स्कोडा कोडिएक, हाईवे पर ज्यादा स्पीड के दौरान इसका इंजन कुछ खास परफॉर्म नहीं करता है और जब गाड़ी में पैसेंजर का लोड ज्यादा हो तो ओवरटेकिंग के लिए भी पहले से तैयारी करनी पड़ती है।
यदि रोजाना की भागदौड़ में आपका समय हाईवे पर ज्यादा बीतता है तो हम आपको एंडेवर 3.2 लीटर लेने की सलाह देंगे। वहीं, आपको ज्यादातर सिटी में ही ड्राइव करना पड़ता है और कभी-कभी हाईवे पर जाना होता है एवं 4x4 ड्राइवट्रेन की जरूरत नहीं है तो इसका 2.2 लीटर इंजन आपके लिए परफैक्ट साबित होगा। फोर्ड एंडेवर 2.2 लीटर ना केवल सस्ती बल्कि माइलेज फ्रेेंडली भी है। कंपनी ने एंडेवर 2.2 एमटी और एटी को लेकर क्रमश: 14.2 किमी प्रति लीटर और 12.62 किमी प्रति लीटर माइलेज का दावा किया है। एंडेवर 3.2 लीटर के मुकाबले इसका मेंटेनेंस कॉस्ट भी काफी कम है। कंपनी ने 1 लाख किलोमीटर से ज्यादा चलाने के बाद एंडेवर 2.2 लीटर की मेंटेनेंस कॉस्ट 68,011 रुपये बताई है, वहीं 3.2 लीटर की मेंटेनेंस कॉस्ट 71,564 रुपये बताई गई है।
पहले की तरह फोर्ड एंडेवर 2019 का स्टीयरिंग तारीफ के काबिल है। सिटी में ड्राइव करते वक्त ये कुछ हैचबैक कारों के स्टीयरिंग से भी ज्यादा हल्का महसूस होता है और जैसे ही कार की स्पीड बढ़ती है तो इसका वजन अपने आप बढ़ जाता है। चूंकि फोर्ड एंडेवर एक बड़ी एसयूवी है तो इसमें बॉडी रोल होना लाज़मी है। कार चलाने के लिए इसका स्टीयरिंग व्हील तो ड्राइवर को पूरा कॉन्फिडेंस देता है, मगर याद रहे कि ये बॉडी ऑन फ्रेम चेसिस पर तैयार की गई एसयूवी है ऐसे में शार्प टर्न्स पर इसे आहिस्ता ही चलाएं।
खराब रास्तों और गड्ढों पर ये कार आराम से निकल जाती है, वहीं अच्छी सड़कों पर कार की राइड क्वालिटी और भी बेहतरीन हो जाती है। ये कार हैवी पैसेंजर लोड के लिए बनी है, यदि इसमें केवल दो से तीन लोग ही सवार हो तो उन्हें थोड़ा उछाल महसूस होगा।
ऑफ रोडिंग के लिए इसमें 225 मिलीमीटर का ग्राउंड क्लीयरेंस मिलता है और साथ ही 4x4 वर्जन के लिए फोर्ड का टैरेन रिस्पॉन्स दिया गया है जिसमें नॉर्मल, स्नो, ग्रास, मड, सैंड और रॉक मोड दिए गए हैं।
सेफ्टी
जितनी भारी ये एसयूवी है उतने ही भारी सेफ्टी फीचर्स इसमें दिए गए हैं। स्टैंडर्ड फीचर्स में 6 एयरबैग, एबीएस एवं ईबीडी, ट्रैक्शन कंट्रोल, ईएसपी, हिल स्टार्ट असिस्ट, ऑटो हेडलैंप और वायपर, फ्रंट और रियर फॉगलैंप शामिल है। इनके अलावा इसमें टीपीएमएस (टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम), रियर कैमरा, रियर पार्किंग सेंसर और वॉल्यूमैट्रिक बर्गलर अलार्म सिस्टम भी दिए गए हैं। कार के टॉप वेरिएंट टाइटेनियम प्लस में ड्राइवर के घुटनों की सुरक्षा के लिए एयरबैग, फ्रंट पार्किंग सेंसर, हिल डिसेंट कंट्रोल और ऑटो डिमिंग इंटीरियर रियरव्यू मिरर जैसे फीचर्स भी दिए गए हैं।
निष्कर्ष
फोर्ड एंडेवर 2019 में कंपनी ने कोई ज्यादा बदलाव नहीं किए हैं। मगर इसकी फीचर लिस्ट अब पहले से बड़ी हो गई है। अब भी इस कार में तीसरी रो तक जाने के लिए काफी जतन करना पड़ता है और कार में दो से तीन ही पैसेंजर्स हो तो केबिन में उछाल महसूस होता है। इन छोटी कमियों के बावजूद आज भी फोर्ड एंडेवर भारत की पॉपुलर एसयूवी में से एक है। इसकी प्राइस 28.19 लाख रुपये से लेकर 32.97 लाख रुपये (एक्स-शोरूम, इंडिया) के बीच है। अपनी रोड प्रजेेंस, कंफर्ट फीचर्स, सेफ्टी, ऑफ रोडिंग क्षमता और स्मूद ड्राइविंग की वजह से इसे एक वैल्यू फॉर मनी एसयूवी कहा जा सकता हैै।