लॉकडाउन हटने के तुरंत बाद 38 प्रतिशत भारतीय खरीदेंगे कार: सर्वे
कारें आधुनिक समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रही हैं, लेकिन हाल ही में कारदेखो द्वारा किए गए सर्वे की मानें तो कारें जल्द ही एक अपरिहार्य कद हासिल कर सकती हैं। सड़कों पर भीड़भाड़ के कारण यात्रियों का एक बड़ा हिस्सा पर्सनल व्हीकल से दूर चला गया था, लेकिन अब एक नया दौर शुरू हो सकता है। कोरोना महामारी के गुजर जाने के बाद भी सोशल डिस्टेंसिंग की लंबे समय तक पालना की जाएगी, जिससे पर्सनल मोबिलिटी को बढ़ावा मिल सकता है। इसे ही लेकर हमने एक सर्वे किया है जिसके नतीजे आप आगे जानेंगे।
लॉकडाउन खुल जाने के बाद इस सर्वे में भाग लेने वाले 38 प्रतिशत लोगों की योजना नई या पुरानी कार खरीदने की है। सबसे दिलचस्प बात ये रही कि 5 से 12 लाख रुपये, 13 लाख से 30 लाख रुपये और 35 लाख रुपये से ज्यादा की कार खरीदने वाली कैटेगरी के ग्राहकों की एकमत राय देखने को मिली।
यह भी पढ़ें: कोरोना के बाद ज्यादातर भारतीय पर्सनल गाड़ी लेना पसंद करेंगे: सर्वे
- एंट्री लेवल कार सेगमेंट के 36 फीसदी ग्राहक लॉकडाउन हटने के बाद जल्द से जल्द कार खरीद लेना चाहते हैं, जबकि 37 फीसदी ने अपने इस फैसले को फिलहाल टाल दिया है। वहीं 19 फीसदी अभी तक इस नतीजे पर पहुंचे ही नहीं है कि उन्हें कार लेनी चाहिए या नहीं।
यह भी पढ़ें:कोरोनावायरस के बाद कार हाइजीन को सबसे ज्यादा तव्वजो देंगे भारतीय: सर्वे
- 13 लाख रुपये से लेकर 30 लाख रुपये की कार सेगमेंट वाले ग्राहकों में से 38 प्रतिशत ने कार खरीदने का मन बनाया है जबकि 37 प्रतिशत फिलहाल इंतजार करने के पक्ष में है और 17 प्रतिशत भ्रम की स्थिति में है।
- 30 लाख रुपये से ज्यादा की कार खरीदने की चाह रखने वाला तबका भी पर्सनल कार लेने के पक्ष में है। इनमें से 41 प्रतिशत बाज़ार के रवैये को देखने के बाद ही कोई फैसला लेना चाहते हैं। 16 प्रतिशत अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं।
इसके अलावा, सभी सेगमेंट के ग्राहकों ने कारों के डोरस्टेप टेस्ट ड्राइव में भी रुचि दिखाई है।
यह भी पढ़ें: कोरोना के बाद अधिकांश भारतीय डोरस्टेप टेस्ट ड्राइव को देंगे अहमियत: सर्वे
Write your कमेंट
Post lock down don't rush to buy any costly things as market will not support and we will be help less to meet the sales in our own business so where is the extra profit to buy luxuries things so holdrevive