सड़क हादसों में पिछले सा ल हर दिन 460 से ज्यादा भारतीयों ने गंवाई जान! जानिए सबसे ज्यादा मौतें कहां हुई
प्रकाशित: नवंबर 07, 2023 12:23 pm । भानु
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- पिछले 5 सालों में 2022 के दौरान हुई सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं
- नेशनल हाईवे पर 60,000 दुर्घटनाएं घटी जिनका देश की सड़कों में महज 2 प्रतिशत ही है हिस्सा
- लॉकडाउन की वजह से 2020 में हुई सबसे कम दुर्घटनाएं क्योंकि सड़कों पर नहीं निकले ज्यादा वाहन
भारत में सड़क सुरक्षा का मुद्दा काफी गहरा है और दुर्घटनाएं और हादसों में होने वाली मौतों को रोकने के लिए काफी कार्यक्रम भी देश में चलाए जा रहे हैं। हालांकि, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा 2022 में सड़क दुर्घटनाओं को लेकर पेश की गई एक नई रिपोर्ट के अनुसार, देश में कोविड-19 महामारी के बाद गतिविधियां पूरी तरह से खुलने के बाद से सड़क हादसों से होने वाली मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है। 2018 से 2022 तक देश की सड़कों पर 21 लाख से ज्यादा दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 7.7 लाख से ज्यादा लोगों की जान चली गई। आगे आप जानेंगे साल दर साल कैसी रही सड़क हादसों की संख्या:
पिछले 5 साल का डेटा
साल |
2018 |
2019 |
2020 |
2021 |
2022 |
दुर्घटनाओं की संख्या |
4,70,403 |
4,56,959 |
3,72,181 |
4,12,432 |
4,61,312 |
मौतों की संख्या |
1,57,593 |
1,58,984 |
1,38,383 |
1,53,972 |
1,68,491 |
घायलों की संख्या |
4,64,715 |
4,49,360 |
3,46,747 |
3,84,448 |
4,43,366 |
साल 2020 में सड़क हादसों में कुछ हद तक कमी आई थी क्योंकि ये वो दौर था जब पूरे देश में लॉकडाउन लगा हुआ था जिससे ज्यादा लोग सड़कों पर निकले ही नहीं। फिर साल 2021 में सड़क हादसों की संख्या फिर से बढ़ने लगी और 2022 में ये आंकड़ा काफी चिंतनीय स्थिति में पहुंच गया जो 2018 के आंकड़े के आसपास रहा।
पिछले 5 सालों में साल 2022 में सबसे ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवाई जो 2018 की तुलना मेंं 6.9 प्रतिशत ज्यादा रहा। 2022 में घटी दुर्घटनाओं में 33.8 प्रतिशत दुर्घटनाएं जानलेवा थी, जिनमें कम से कम एक व्यक्ति की जान गई और बाकी में ड्राइवर या पैसेंजर्स को चोटें आई। 2021 की तुलना में जानलेवा दुर्घटनाओं की संख्या में 9.4 प्रतिशत का इजाफा हुआ और सड़क दुर्घटना में घायलों की संख्या में 15.3 प्रतिशत का इजाफा हुआ।
सबसे ज्यादा कहां हुए हादसे?
2022 |
|||
सड़क |
नेशनल हाईवे |
स्टेट हाईवे |
अन्य सड़कें |
हादसे |
1,51,997 |
1,06,682 |
2,02,633 |
मौतों की संख्या |
61,038 |
41,012 |
66,441 |
घायलों की संख्या |
1,44,352 |
1,06,485 |
1,92,529 |
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा पेश किए गए डेटा के अनुसार 2022 में हुए कुल हादसो में 33 प्रतिशत नेशनल हाईवे पर घटे जो देश के सड़क नेटवर्क का 2 प्रतिशत हिस्सा है। भारत में दूसरी सड़कों की बात करें तो रिपोर्ट के अनुसार जिला, ग्रामीण, शहरी और प्रोजेक्ट रोड जिनका देश की सड़कों की लंबाई मे 95 प्रतिशत हिस्सा है, उनपर कुल हादसों की संख्या में 44 प्रतिशत हिस्सा रहा।
कैसा होगा भविष्य?
जहां पिछले साल की तुलना में सड़क हादसों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है तो वहीं अब देश की सड़कों पर भी कारों की संख्या में इजाफा होने के पूरे आसार हैं। भविष्य में कारों को सेफ बनाने की दिशा में ज्यादा सेफ्टी फीचर्स स्टैंडर्ड दिए जाएंगे और कारों की बिल्ड क्वालिटी भी बेहतर रखी जाएगी और सरकार की ओर से भी सड़कों की स्थिति को बेहतर किया जाएगा जिससे हादसों की संख्या में कमी लाई जा सकती है।
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