चीन ने बनाई एंटी कोरोना वायरस एसयूवी, जानिए इसके बारे में सबकुछ
संशोधित: मार्च 16, 2020 12:03 pm | भानु
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- कॉम्पैक्ट एसयूवी गीली आइकन में दिया गया है एन95 सर्टिफाइड इंटैलिजेंट एयर प्योरिफाइंग सिस्टम
- एसी के साथ मिलकर केबिन में मौजूद एयर में मिले खतरनाक एलिमेंट्स से लड़ेगा ये सिस्टम
- कोरोना वायरस महामारी के लिए खासतौर पर तैयार किया गया है यह सिस्टम
- भविष्य में एसी वेंट्स से गुजरने से पहले हवा में मौजूद कीटाणुओं को मारने के लिए लग्जरी कारों में हो सकता है अल्ट्रावॉयलेट लाइटिंग का इस्तेमाल
दुनिया का आधे से ज्यादा हिस्सा महामारी घोषित हो चुके कोरोना वायरस के प्रकोप से पीड़ित है। ऐसे में कार चलाते वक्त केबिन में हानिकारक कीटाणुओं से बचने के लिए लोग मास्क का इस्तेमाल करते दिखाई दे रहे हैं। कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए चीन की कंपनी गीली ने इससे निपटने के लिए नया एन95 सर्टिफाइड बिल्ट इन एयरप्योरिफायर सिस्टम तैयार किया है। कंपनी ने यह फीचर अपनी नई एसयूवी आईकन में पेश किया है।
गीली का यह एयर प्योरिफिकेशन सिस्टम एसी के साथ मिलकर कार के केबिन में हवा में घुले खतरनाक कीटाणुओं के साथ साथ वायरस और बैक्टिीरिया का खात्मा करेगा। फिलहाल मॉर्डन कारों में दिए गए बिल्ट इन प्योरिफायर्स को केवल धूल और पीएम 2.5 पार्टिकल्स से निपटने के लिए ही विकसित किया गया है। भारत में किया सेल्टोस, हुंडई वेन्यू, एमजी जेडएस ईवी और नई हुंडई क्रेटा जैसी मास मार्केट कारों में बिल्ट इन एयर प्योरिफायर का फीचर दिया गया है। हालांकि, बैक्टिीरियर और वायरस से निपटने के लिए एक अलग तरह की एयर प्योरिफाइंग टेक्नोलॉजी की जरूरत पड़ती है।
कुछ लग्जरी कारमेकर्स भी एक ऐसा एयर प्योरिफायर सिस्टम विकसित करने पर काम कर रहे हैं जो किसी भी कीटाणुओं को मारने के लिए यूवी-सी नामक कम तीव्रता वाली अल्ट्रावॉयलेट लाइट का उपयोग करते हुए वेंट के माध्यम से आने वाली खतरनाक कीटाणुओं से लड़ने का काम करेगा।
अस्पताल नसबंदी प्रयोजनों के लिए यूवी-सी लाइटिंग का उपयोग करते हैं क्योंकि यह हवा में मौजूद रोगजनकों, बैक्टीरिया और वायरस को मार सकता है।
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लैंप के बीच से गुजरने वाली हवा को कीटाणुरहित करने के लिए यूवी-सी का उपयोग करने वाले स्टैंडअलोन एयर फिल्टर भी होते हैं। ये आईकन एसयूवी में दिए गए एन 95 एयरप्योरिफायर की तुलना में कीटाणुओं के खिलाफ लड़ाई में कहीं अधिक प्रभावी होंगे जो 0.3 माइक्रोन से छोटे कणों को रोक नहीं सकता है।
चीन में गीली ने आर्ईकन एसयूवी को ऑनलाइन लॉन्च किया है जो माइल्ड हायब्रिड पावरट्रेन से लैस है। इसके 1.8 लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन में 48 वोल्ट का माइल्ड हायब्रिड सिस्टम दिया गया है जिसका आउटपुट 190 पीएस और 300 एनएम है। इस इंजन के साथ 7 स्पीड डीसीटी गियरबॉक्स दिया गया है। गीली के स्वामित्व वाली वोल्वो कंपनी भी अपनी कारों में इसी तरह का एयरप्योरिफायर सिस्टम दे सकती है। वैसे तो जिन एयरप्योरिफायर सिस्टम का हमनें जिक्र किया है वो कोरोना वायरस जैसी जानलेवा बीमारी से लड़ने में इतने भी सक्षम नहीं है। ऐसे में हर किसी को खुद से भी अपना ख्याल रखना चाहिए। कार चलाते वक्त आप जिन भी इंस्टरुमेंट्स जैसे कि स्टीयरिंग व्हील, डोर हैंडल्स, ड्राइवर कंट्रोल्स और सेंट्रल कंसोल का इस्तेमाल करते हैं उन्हें लगातार सेनिटाइज़र से साफ करते रहें।
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