होली स्पेशलः कंपनियों ने भी उतारी हैं कुछ खास रंग की कारें, जानने के लिए पढ़िए यह खबर
संशोधित: मार्च 23, 2016 04:55 pm | nabeel
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होली, देश का सबसे उत्साह से मनाया जाने वाला त्यौहार है। इस मौके पर चारों ओर अलग-अलग रंगों की छटा छायी रहती है। कई कार निर्माता कंपनियों ने भी सामान्य रंगों से अलग रंगों की कारों को बाजार में उतारा है। इनमें से कुछ पसंद आई और कुछ तो ग्राहकों ने पूरी तरह से नकार दिया। लेकिन जो भी हो, इन अलग रंगों की कारों ने अपनी एक खास पहचान तो बना ही ली। इस इन्द्रधनुषीय लेख में हमने शामिल किया है ऐसी ही टॉप-7 कारों को, जो अपने कलर की वजह से खासी चर्चा में रहीं। कौन सी थी यें कारें और कौन से थे वे खास रंग, आइए जानते हैं।
रेड कलर: मित्सुबिशी सिडिया
देश में मित्सुबिशी ने जब चमकीले लाल (रैली रेड) रंग में सीडिया को उतारा था तो स्पोर्ट्स कारों के शौकीनों के लिए यह किसी सनसनी से कम नहीं थी। इस कार की कीमत करीब 10 लाख रूपए थी। इस कार में 2.0 लीटर का पेट्रोल इंजन लगा था जो 115बीएचपी की पावर देता था। यूज्ड कार मार्केट में आज भी खासी लोकप्रिय है।
ऑरेंज कलर: होंडा जैज़
वैसे तो कुछ कारें ऑरेंज कलर में उपलब्ध हैं लेकिन पिछले साल लॉन्च हुई होंडा जैज़ के ऑरेंज कलर ने सभी का ध्यान खींचा। जब इस कलर की जैज़ आपके पास से गुजरेगी तो आप इसे निहारने से अपने आपको रोक नहीं पाएंगे।
यलो कलर: मारूति ज़ेन
यलो यानी पीले कलर वाली मारूति की ज़ेन तो आपको याद होगी ही। देश के ड्रैग रेसिंग फैंस के बीच यह कार काफी लोकप्रिय रही। 60 बीएचपी की पावर देने वाली ज़ेन एक मजेदार ड्राइविंग का अहसास कराने वाली कार थी। भारत में ज़ेन ने ही कार मॉडिफिकेशन का ट्रेंड शुरू किया था।
ग्रीन कलर: शेवरले बीट
इससे पहले भी ग्रीन कलर वाली कारें बाजार में आई थीं लेकिन कोई भी कार ग्रीन बीट जितनी पसंद नहीं की गई। बीट का यह कलर छोटे डीज़ल इंजन वाली कार का पर्याय बन गया था। बीट इस सेगमेंट की पहली कार थी जिसे डीज़ल इंजन के साथ उतारा गया था। यह 936 सीसी डीज़ल और 1199 सीसी पेट्रोल इंजन के साथ आती है। इसका ग्रीन कलर आज भी चर्चा में है।
ब्लू कलर: फोर्ड फीगो (प्री-फेसलिफ्ट)
देश में ब्लू कलर की कारें वैसे तो काफी ज्यादा हैं लेकिन पसंद के मामले में कोई भी फोर्ड फीगो के ब्लू कलर की बराबर नहीं है। फोर्ड ने इस हैचबैक को आइकॉनिक ब्लू कलर पेंट में इसे उतारा था जो वाकई में काफी लुभावना था। पुरानी फीगो को युवा वर्ग ने काफी पसंद किया और यह काफी पॉपुलर भी रही। इस कार को पेट्रोल व डीज़ल दोनों इंजन ऑप्शन में उतारा गया था। इसमें लगा 1.4 लीटर का डीज़ल इंजन 70 बीएचपी की ताकत देता है, वहीं इसका 1.2 लीटर पेट्रोल इंजन 70 बीएचपी की पावर जनरेट करने में सक्षम है। पुराना मॉडल आज भी सड़कों पर दौड़ते हुए दिखाई दे जाता है।
इंडिगो कलर: टाटा नैनो
देश में टाटा नैनो एक खास स्थान रखती है। वैसे तो देश में कई कॉम्पैक्ट कारे हैं लेकिन नैनो सबसे अलग है। शुरूआत में टाटा नैनो को केवल एक लाख रूपए की कीमत पर उतारा गया था। तब से अब तक इसमें कई बदलाव किए जा चुके हैं। टाटा नैनो काफी सारे अलग-अलग ट्रेंडी रंगों में उपलब्ध है जिनमें डमसन पर्पल (गहरा बैंगनी) और पर्सियन रोज कलर भी शामिल हैं।
वायलेट: जे़न एस्टिलो
जे़न के बदले में आई जे़न एस्टिलो को बाजार में वो प्रतिक्रिया नहीं मिली जैसी पुरानी जे़न को मिली थी। फिर भी एक फैमली हैचबैक कार के रूप में इसका प्रदर्शन ठीक-ठाक रहा। ब्लाइंडिंग यलो के अलावा इसका वयलेट कलर सबसे ज्यादा बिका और मशहूर हुआ। खासकर लड़कियों के बीच यह काफी पसंद किया गया। इस कार की बिक्री कुछ खास नहीं थी और वेगन-आर के अपडेट मॉडल आने के बाद इसे बंद कर दिया गया। आज भी वायलेट कलर की एस्टिलो आपको सड़कों पर दौड़ते मिल जाएगी।
तो यह थी हमारी रेन-बो कलर (इन्द्रधनुषीय रंगों) वाली सात कारें, जिनके रंग ही उनके पहचान बन गए।
कारदेखो टीम की ओर से हमारे सभी पाठकों को होली की ढेर सारी शुभकामनाएं। हंसते रहिए, मुस्कराते रहिए और सुरक्षित ड्राइविंग करते रहिए।