साल 2017 में बंद हुईं ये सात कारें...
संशोधित: दिसंबर 28, 2017 01:43 pm | cardekho
- 11 Views
- Write a कमेंट
भारतीय कार बाजार के लिए साल 2017 काफी उतार-चढ़ाव के बावजूद उत्साहज़नक नतीजे देने वाला रहा। इस साल भारत में कई नई कारें लॉन्च हुईं और चर्चाओं में रही, इस लिस्ट में जीप कंपास, रेनो कैप्चर और स्कोडा कोडिएक समेत कई कारें शामिल हैं। वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसी कारें भी चर्चाओं में रही जो इस साल भारत के कार बाजार से हमेशा के लिए अलविदा हुईं। यहां हम ऐसी ही सात कारों के बारे में बात करेंगे जिनकी बिक्री इस साल बंद हुई...
होंडा मोबिलियो
होंडा की 7-सीटर मोबिलियो ने भारत के कार बाजार में तीन साल की पारी खेली है। मोबिलियो को साल 2014 में लॉन्च किया गया था। भारत में इस कार के पिछड़ने के दो कारण थे। पहला, ब्रियो से मिलता-जुलता डिजायन और दूसरा, बेस वेरिएंट में जरूरी फीचर का अभाव। इस वजह से यह मुकाबले में मौजूद मारूति कार से पिछड़ गई। होंडा ने मार्च 2017 में मोबिलियो का प्रोडक्शन बंद कर दिया और जुलाई 2017 में इसकी बिक्री पर रोक लगा दी।
हुंडई सेंटा-फे
हुंडई सेंटा-फे ने भारत में चार साल की पारी खेली। सेंटा-फे, कंपनी की फ्लैगशिप एसयूवी थी। भारत में इसे 2010 में लॉन्च किया गया। साल 2014 में इसका अपडेट वर्जन पेश किया गया। सेंटा-फे के पिछड़ने का कारण इसकी ज्यादा कीमत थी। इसकी कीमत 31.07 लाख रूपए (एक्स-शोरूम, दिल्ली) थी जिसकी वजह से यह मुकाबले में मौजूदा एसयूवी की तुलना में काफी महंगी लगती थी। कम बिक्री के चलते हुंडई ने इस साल सेंटा-फे को बंद कर दिया।
बीएमडब्ल्यू 1-सीरीज
बीएमडब्ल्यू 1-सीरीज ने भी भारत में चार साल की पारी खेली। भारत में यह कंपनी की पहली हैचबैक थी, इसे साल 2013 में लॉन्च किया गया था। महंगी होने की वजह से इसे बिक्री के अच्छे आंकड़े नहीं मिले। जनवरी 2017 में कंपनी ने इसके प्रोडक्शन पर रोक लगा दी और अगस्त 2017 में इसकी बिक्री बंद हो गई।
स्कोडा येती
स्कोडा येती ने भारत में सात साल की पारी खेली। देश में यह कंपनी की पहली एसयूवी थी, इसे साल 2010 में लॉन्च किया गया था। इसके फेल होने के दो कारण थे। पहला, यह साइज में छोटी थी और दूसरा, कीमत काफी ज्यादा थी। कम बिक्री के चलते कंपनी ने मई 2017 में येती को बंद कर दिया।
मारूति सुज़ुकी रिट्ज
मारूति सुज़ुकी रिट्ज को साल 2009 में लॉन्च किया गया था। भारत में रिट्ज ने आठ साल की पारी खेली, इस दौरान कंपनी ने इसकी चार लाख से ज्यादा यूनिट बेची। मारूति सुज़ुकी पिछले कुछ समय से नए मॉडल उतार रही है और इनकी अच्छी-खासी डिमांड भी बनी हुई है। नए मॉडलों के प्रोडक्शन को बढ़ाने के चलते कंपनी ने रिट्ज हैचबैक को बंद कर दिया।
हुंडई आई10
भारत के कार बाजार में हुंडई आई10 ने साल 2007 में दस्तक दी थी। भारत में इसने करीब दस साल की पारी खेली और इस दौरान कंपनी को देश में अच्छी पहचान भी दिलाई। हुंडई ने सितम्बर 2013 में सेकंड जनरेशन की आई10 को उतारा था, इसे ग्रैंड आई10 के नाम से भी जाना जाता है। ग्रैंड आई10 के आने के बाद से ही पहली जनरेशन की आई10 बिक्री में पिछड़ गई और यही वजह है कि कंपनी ने इसे बंद करने का निर्णय लिया।
टाटा सफारी डायकोर
टाटा सफारी डायकोर ने भारत में करीब 19 साल की पारी खेली है। सफारी डायकोर को 1998 में लॉन्च किया गया था और तब से लेकर अब तक इस एसयूवी ने कई मुकाम हासिल किए हैं। साल 2012 में कंपनी ने इसके नए अवतार सफारी स्ट्रॉर्म को लॉन्च किया था, हालांकि इस के बाद भी सफारी डायकोर की बिक्री में कमी नहीं आई। सफारी स्ट्रॉर्म की बिक्री बढ़ाने के लिए कंपनी ने सफारी डायकोर को बंद करने का फैसला लिया।
यह भी पढें : ऑटो एक्सपो-2018 से पहले भारत में दस्तक देंगी ये चार कारें..