फोक्सवैगन वर्टस रिव्यू: क्या है ये एक परफैक्ट सेडान कार?
Published On मई 17, 2022 By भानु for फॉक्सवेगन वर्टस
- 1 View
- Write a comment
सेडान कारों की अपनी एक स्पेशल अपील होती है। यदि आपको 90 का दशक याद हो.. कोई अगर कहता था कि उसने एक बड़ी कार खरीदी है तो उसका सीधा मतलब सेडान कार से होता था। एक सेडान कार खरीदना उस समय काफी बड़ी बात मानी जाती थी। हालांकि आज के दौर में सेडान कारों की जगह एसयूवी कारों ने ले ली है और आज मार्केट में अफोर्डेबल कीमत पर ऐसी कोई सेडान मौजूद नहीं है जो हर किसी को अपनी तरफ आकर्षित कर पाए।
फोक्सवैगन वर्टस इस मामले में एक अलग सा प्रोडक्ट है। ये दिखने में काफी आकर्षक है और इसमें पावरफुल इंजन भी दिया गया है जिसकी वजह एक बार फिर से लोग सेडान सेगमेंट में रूचि लेना शुरू करने लगे हैं। अब सवाल ये उठता है कि क्या इसे ड्राइव करने के बाद आप इसे खरीदने का मन बनाएंगे? ऐसे तमाम सवालों के जवाब हम आपको देंगे इस फर्स्ट ड्राइव रिव्यू के जरिए।
लुक्स
हमारे हिसाब से फोक्सवैगन वर्टस इंडिया की बेस्ट लुकिंग अफोर्डेबल सेडान है। ये कंपनी द्वारा बंद कर दी गई वेंटो सेडान का एक बड़ा वर्जन नजर आती है। नतीजतन वर्टस का डिजाइन ना केवल स्लीक लगता है बल्कि ये काफी दमदार भी नजर आती है। इसके फ्रंट में फोक्सवैगन की स्लिम सिग्नेचर ग्रिल और स्लीक एलईडी हेडलैंप्स दिए गए हैं। इसके अलावा इसकी लोअर ग्रिल को ग्लॉस ब्लैक फिनिशिंग दी गई है जिससे ये कार सामने से और भी ज्यादा प्रीमियम नजर आती है।
इसका रियर पोर्शन जेट्टा कार की याद दिलाता है, मगर यहां कंपनी ने इसे स्पोर्टी लुक देने की एक अच्छी कोशिश की है। इसमें स्मोक्ड एलईडी टेललैंप्स दिए गए हैं और रियर बंपर के निचले हिस्से को मैट ब्लैक फिनिशिंग दी गई है जिससे ये मोटा ना दिखाई दे। साथ ही यहां मोटी क्रोम स्ट्रिप का भी इस्तेमाल किया गया है जो शायद हर किसी को पसंद ना आए।
नई वर्टस सेडान का साइड प्रोफाइल स्कोडा स्लाविया जैसा नजर आता है। यहां एक स्ट्रॉन्ग शोल्डर लाइन दी गई है जिससे ये कार काफी स्पोर्टी नजर आती है। स्लाविया के मुकाबले वर्टस का व्हील डिजाइन अलग रखा गया है और इसमें ज्यादा स्पोर्टी लुक वाले 16 इंच के अलॉय व्हील्स दिए गए हैं।
यदि आप और ज्यादा स्पोर्टी लुक वाली वर्टस सेडान लेना चाहते हैं तो फोक्सवैगन ने आपके लिए इसका भी खास इंतजाम किया है। फोक्सवैगन वर्टस के डायनैमिक लाइन वेरिएंट के मुकाबले परफॉर्मेंस लाइन या जीटी लाइन वेरिएंट में कंपनी ने कुछ कॉस्मैटिक बदलाव किए हैं और ये केवल 1.5 लीटर पेट्रोल इंजन के साथ ही उपलब्ध है। इसके काफी पावरफुल जीटी वेरिएंट में आपको ब्लैक कलर के व्हील्स, मिरर्स और रूफ मिलेगी और साथ ही में इसमें ग्रिल, बूट और फ्रंट फेंडर पर जीटी की बैजिंग भी दी गई है। इसके अलावा इस वेरिएंट में रेड कलर के फ्रंट ब्रेक कैलिपर्स भी दिए गए हैं।
इंटीरियर
एक्सटीरियर की तरह वर्टस का इंटीरियर भी काफी स्टाइलिश है। इसका डैशबोर्ड डिजाइन एकदम प्लेन है मगर सिल्वर और ग्लॉस ब्लैक पैनल से ये प्रीमियम भी नजर आता है। स्लाविया के मुकाबले वर्टस की फिट एंड फिनिशिंग काफी अच्छी है, मगर ये इस मामले में होंडा सिटी से फीकी नजर आती है। जहां होंडा सिटी के डैशबोर्ड पर सॉफ्ट टच मैटेरियल्स का इस्तेमाल किया गया है तो वहीं वर्टस में हार्ड प्लास्टिक का इस्तेमाल हुआ है।
इस कार के केबिन में भी आपको कुछ फर्क नजर आएगा। इसके जीटी वेरिएंट में आपको लैदर अपहोल्स्ट्री, पैडल पर एल्यूमिनियम इंसर्ट्स मिलेंगे और यदि आप जीटी वेरिएंट रेड कलर में खरीदते हैं तो आपको उसमें कलर मैचिंग रेड डैश पैनल्स मिलेंगे। यहां तक कि एम्बिएंट लाइटिंग भी रेड कलर में है और इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर में भी रेड थीम दी गई है।
इसमें दिया गया 10.1 इंच के टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम भी काफी इंप्रेसिव है। इसका टच रिस्पॉन्स काफी फास्ट है और ट्रांजिशन भी स्मूद है। इसके साथ वायरलेस एंड्रॉयड ऑटो और एपल कारप्ले कनेक्टिविटी का फीचर दिया गया है जिससे वायरलेस चार्जिंग पैड ज्यादा यूजफुल बन जाता है।
वर्टस के टॉप वेरिएंट में डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले दी गई है। ये कस्टमाइजेबल है आपको काफी काम की इंफॉर्मेशन इससे मिलती है। इसका स्क्रीन रेजोल्यूशन तो बेस्ट नहीं है और यदि इसके साथ नेविगेशन का फीचर दिया जाता तो ये काफी काम का फीचर साबित हो सकता था।
कंफर्ट की बात करें तो वर्टस को एक कंफर्टेबल 4 सीटर सेडान कहा जा सकता है। इसकी फ्रंट सीटों का शेप काफी अच्छा है और इनसे अच्छा साइड सपोर्ट भी मिलता है। गर्मी से बचने के लिए इस कार में फ्रंट सीट वेंटिलेशन का फीचर भी दिया गया है। इसकी रियर सीट्स का शेप भी बढ़िया है जिनसे अच्छा सपोर्ट मिलता है। वर्टस के केबिन का ओवरऑल एंबिएंस काफी अच्छा नजर आता है और इसमें खुलेपन का अहसास भी होता है। यहां तक कि 6 फुट लंबे 4 पैसेंजर को इसमें अच्छा नीरूम स्पेस और हेडरूम स्पेस मिलेगा। हालांकि इसके केबिन की चौड़ाई कम लगती है जिससे स्पेस की कमी नजर आती है। कम चौड़ाई होने के कारण वर्टस को 4 सीटर कार कहा जा सकता है। इसमें बीच में बैठने वाले पैसेंजर को ना सिर्फ कम शोल्डर रूम मिलेगा बल्कि सीटें लिमिटेड हेडरूम और क्रैंप्ड फुट रूम का भी अहसास होगा।
नई फोक्सवैगन वर्टस में 521 लीटर का बूट स्पेस दिया गया है जिसमें 4 लोगों का वीकेंड लगेज रखा जा सकता है। स्लाविया की तरह नई वर्टस में 60:40 के अनुपात में बंटी स्पिल्ट फोल्डिंग रियर सीट दी गई है। ऐसे में दूसरी सेडान कारों से अलग इस कार में ज्यादा सामान रखने की सुविधा भी मिलती है।
फीचर्स
फोक्सवैगन वर्टस काफी फीचर लोडेड कार है। इसमें वायरलेस एंड्रॉइड ऑटो और एपल कारप्ले कनेक्टिविटी के साथ 10-इंच इंफोटेनमेंट सिस्टम, कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी, वेंटिलेटेड फ्रंट सीट्स, डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले, हाइट-एडजस्टेबल फ्रंट सीट्स, ऑटोमैटिक हेडलैंप, रेन-सेंसिंग वाइपर, टिल्ट एंड टेलीस्कोपिक एडजस्टेबल स्टीयरिंग व्हील, पुश-बटन इंजन स्टार्ट, वायरलेस चार्जिंग पैड आदि जैसे फीचर्स दिए गए हैं। इस कार के जीटी वेरिएंट में रेड एंबिएंट लाइटिंग और अन्य वेरिएंट्स में कूल व्हाइट लाइटिंग का फीचर भी दिया गया है।
सेफ्टी
फोक्सवैगन वर्टस की सेफ्टी फीचर लिस्ट को देखते हुए इसे काफी सेफ कार माना जा सकता है। इसे सेडान में ईएसपी, 6 एयरबैग, एक टायर प्रेशर लॉस वार्निंग, पार्किंग सेंसर के साथ एक रिवर्स कैमरा और हिल होल्ड कंट्रोल जैसे फीचर्स दिए गए हैं। इसकी बैक सीट पर सभी पैसेंजर्स के लिए एडजस्टेबल हेडरेस्ट और 3 पॉइन्ट सीट बेल्ट और बच्चों की सेफ्टी के लिए दो आईएसओफिक्स चाइल्ड सीट एंकर का फीचर दिया गया है।
परफॉर्मेंस
वर्टस में दो तरह के पेट्रोल इंजन के ऑप्शंस दिए गए हैं। पहला ऑप्शन 1.0 लीटर टर्बो पेट्रोल है जो 115 पीएस की पावर देने में सक्षम है और इसमें 6 स्पीड मैनुअल और 6 स्पीड टॉर्क कन्वर्टर ऑटोमैटिक की चॉइस दी गई है। दूसरी तरफ इसमें 1.5 लीटर 4 सिलेंडर टर्बो पेट्रोल इंजन का भी ऑपशन दिया गया है जो 150 पीएस की पावर जनरेट करने में सक्षम है। इस इंजन के साथ दो गियरबॉक्स: 6 स्पीड मैनुअल और 7 स्पीड डीसीटी की चॉइस दी गई है। हमनें इस कार के 6 स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स से लैस 1.0 लीटर वेरिएंट और डीसीटी ट्रांसमिशन वाले 1.5 लीटर इंजन वेरिएंट को ड्राइव किया है।
इसका कम कैपेसिटी वाला 1.0 लीटर पेट्रोल इंजन भी काफी पावरफुल है और रेस्पॉन्सिव 6 स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ तो ये इंजन लो स्पीड में भी अच्छी पावर निकाल लेता है। इससे कार को सिटी में ड्राइव करना काफी कंफर्टेबल हो जाता है। हालांकि कम स्पीड पर ड्राइव करते हुए ये पावरट्रेन थोड़ा जर्क करता है, मगर एकदम से इसमें पावर डिलीवर भी होती है। कुछ समय तक ड्राइव करने के बाद आप इस चीज के आदी हो जाएंगे। हाईवे पर भी बिना किसी समस्या के ये इंजन पावरफुल महसूस होता है और आप चाहें तो 100 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड पर भी हाईवे क्रूजिंग कर सकते हैं। हालांकि हाई स्पीड ओवरटेकिंग के दौरान जरूर ये कम पावर डिलीवर करता है जिससे स्पीड मोमेंटम गेन करने में काफी समय लग जाता है। रिफाइनमेंट लेवल की बात करें तो ये 3 सिलेंडर इंजन वैसे तो काफी शांत रहता है, मगर हार्ड एक्सलरेशन के दौरान कुछ वाइब्रेशन जरूर महसूस होती है।
यदि आप स्पोर्टी ड्राइविंग के शौकीन है तो फिर आपको वर्टस का 1.5 लीटर पेट्रोल इंजन काफी पसंद आएगा। थोड़ा सा हार्ड एक्सलरेशन देते ही वर्टस जीटी हवा से बातें करने लग जाती है। इस दौरान वर्टक का डीसीटी ट्रांसमिशन भी काफी स्मूद महसूस होता है और सही समय पर सही गियर में भी रहता है। ये ओवरटेकिंग के दौरान तुरंत डाउनशिफ्टिंग में चला जाता है और इस काम को काफी आसान बना देता है। इस इंजन के साथ हाईवे ड्राइविंग की बात करें तो कंफर्टेबल आरपीएम पर हाई स्पीड ड्राइविंग के लिए ये जरूरत के हिसाब से पावर को बचाकर रखता है। इससे ना सिर्फ इंजन पर लोड कम पड़ता है बल्कि फ्यूल एफिशिएंसी भी बढ़ती है। इसमें हाईवे पर फ्यूल एफिशिएंसी को बढ़ाने के लिए सिलेंडर डीएक्टिविटेशन टेक्नोलॉजी का फीचर भी दिया गया है। इंजन पर लोड कम होने से 4 सिलेंडर में से दो सिलेंंडर बंद हो जाते हैं जिससे फ्यूल कम खर्च होता है। लो स्पीड पर वर्टस के दोनों इंजन में आपको ज्यादा फर्क महसूस नहीं होगा। ऐसे में यदि आप वर्टस को केवल सिटी ड्राइविंग के हिसाब से ही खरीदने वाले हैं तो हम आपको 1.0 लीटर वेरिएंट लेने की सलाह देंगे। वहीं आप स्पोर्टी ड्राइविंग का शौक रखते हैं और अक्सर गाड़ी हाईवे पर लेकर निकलते रहते हैं तो फिर जीटी लाइन वेरिएंट आपके लिए एक राइट चॉइस साबित होगा।
इंजन की तरह वर्टस की राइड भी काफी शानदार है। ये खराब कंडीशन वाली सड़कों पर भी काफी आराम से ड्राइव की जा सकती है। सॉफ्ट सस्पेंशन होने के बावजूद हाईवे पर भी कंफर्टेबल राइड मिलती है और ये इस दौरान आने वाले ऊंचे नीचे रास्तों पर भी आराम से चलती है, वहीं इसमें ज्यादा बॉडी मूवमेंट नहीं होता है। नतीजतन वर्टस में लंबा सफर तय करने में कोई परेशानी नहीं आती है। पहली बार में इसके सस्पेंशन सेटअप स्लाविया से काफी मिलते जुलते महसूस हुए। वर्टस की राइड क्वालिटी भले ही अच्छी हो मगर स्पोर्टी राइड के लिए इसके जीटी वेरिएंंट में कंपनी को थोड़े अलग से सस्पेंशन सेटअप देने चाहिए थे।
निष्कर्ष
ओवरऑल वर्टस एक परफैक्ट कार नजर आती है, मगर इसमें कुछ चीजें अलग और बेहतर भी की जा सकती थी। इसके इंजन में तो दम है, मगर सस्पेंशन काफी सॉफ्ट है जो कंफर्टेबल राइड देते हैं। मगर हैंडलिंग पार्ट पर ये कार रोमांचित नहीं करती है। इसके इंटीरियर की क्वालिटी भी काफी अच्छी है, मगर केबिन की चौड़ाई कम होने से ये एक 4 सीटर कार ही लगती है।
एक्सटीरियर डिजाइन की बात करें तो ये काफी अच्छा है और कंफर्टेबल सीट्स के रहते ये एक परफैक्ट कार नजर आती है। इसके दोनों ही इंजन काफी पावरफुल है और कंफर्टेबल राइड देते हैं जिससे ये एक ऑलराउंडर कार महसूस होती है। फोक्सवैगन वर्टस ने इतना तो प्रूव कर दिया है कि अभी सेडान सेगमेंट का जमाना गया नहीं है।