एमजी जेड एस ईवी : फर्स्ट ड्राइव रिव्यू
Published On जनवरी 09, 2020 By भानु for एमजी जेडएस ईवी 2020-2022
- 9.7K Views
- Write a comment
भारत में प्रदूषण एक बड़ी समस्या है जिसकी रोकथाम के लिए कुछ बड़े कदम उठाए जाने बेहद जरूरी है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि सड़कों पर पेट्रोल एवं डीजल वाहनों की जगह इलेक्ट्रिक वाहन ले लें तो यह पर्यावरण को बचाने में ऐतिहासिक कदम होगा। हालांकि, एकाएक ऐसा हो पाना संभव नहीं है। हमारे देश में ग्राहकों के बीच इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर जागरूकता की काफी जरूरत है, मगर सरकार अब इस मामले को लेकर गंभीर हो गई है। आने वाले समय में भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने के साथ-साथ कंपनियों को इलेक्ट्रिक प्रोडक्ट्स तैयार करने के लिए प्रोत्साहन भी दिया जाएगा। ऐसे में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के भविष्य को देखते हुए एमजी मोटर्स यहां जेडएस ईवी को लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। एमजी जेडएस ईवी कंपनी की भारत में पहली इलेक्ट्रिक एसयूवी होगी। हमें कुछ समय पहले इस एसयूवी को चलाने का मौका मिला, जिसके बाद हमने तय किया कि इसके हर पहलू के बारे में लोगों को भी पता चले। तो कैसा रहा हमारा इस इलेक्ट्रिक कार का एक्सपीरियंस जानिए इस फर्स्ट ड्राइव रिव्यू में:-
कैसा है इसका लुक
एमजी जेडएस ईवी को देखकर ये तो बिल्कुल नहीं कहा जा सकता कि ये बहुत बड़ी कार है। इसका रोड प्रजेंस हुंडई क्रेटा जैसा है, मगर स्टाइलिंग के मामले में ये क्रेटा जैसी नहीं है। जेडएस ईवी के फ्रंट फेंडर पर 'इलेक्ट्रिक' वर्ड लिखे हुए स्टिकर दिए गए हैं जो ये दर्शाते हैं कि यह एक इलेक्ट्रिक कार है।
जेडएस ईवी साइज के हर मोर्चे पर हुंडई कोना से बड़ी है, केवल इसके व्हीलबेस की चौड़ाई कोना से कम है। हालांकि, कोना इससे ज्यादा स्टाइलिश लगती है, जबकि जेडएस ईवी यूरोपियन कार जैसी ज्यादा दिखाई पड़ती है। एमजी जेडएस ईवी में तीन कलर एक्वा ब्लू, रेड और व्हाइट का ऑप्शन मिलेगा।
साइज |
हुंडई कोना ईवी |
एमजी जेडएस ईवी |
लंबाई |
4180 मिलीमीटर |
4314 मिलीमीटर |
चौड़ाई |
1800 मिलीमीटर |
1809 मिलीमीटर |
ऊंचाई |
1570 मिलीमीटर |
1644 मिलीमीटर |
व्हीलबेस |
2600 मिलीमीटर |
2585 मिलीमीटर |
एमजी जेडएस ईवी में एलईडी डे-टाइम रनिंग लैंप दिए गए हैं। राइडिंग के लिए इसमें विंडमील (पवन चक्की) जैसे दिखने वाले 17 इंच के अलॉय व्हील दिए गए हैं जो काफी आकर्षक लगते हैं। कोना ईवी की तरह इस इलेक्ट्रिक कार में भी प्रोजेक्टर हेडलैंप दिए गए हैं। इसके हेडलैंप में हेलोजन बल्ब लगा है जबकि कोना इलेक्ट्रिक में एलईडी लाइट का फीचर दिया गया है।
यह एक महंगी एसयूवी जरूर है, मगर इसके डिजाइन को ज्यादा आकर्षक बनाने बनाने के चक्कर में कंपनी ने इसे किसी भारी भरकम एसयूवी जैसा लुक देने की बिल्कुल कोशिश नहीं की है। इसका डिजाइन एकदम सिंपल नजर आता है। कुल मिलाकर बाहर से देखने पर यह पेट्रोल/डीजल से चलने वाली सामान्य एसयूवी जैसी ही लगती है।
कैसा है इसका इंटीरियर
जब हमने एमजी मोटर्स की पहली कार हेक्टर की टेस्टिंग की थी तो हमें उसके केबिन में इस्तेमाल किए गए मैटिरियल की क्वालिटी ज्यादा पसंद नहीं आई थी। हालांकि, उससे उलट एमजी जेडएस ईवी का केबिन हमें ज्यादा प्रीमियम नजर आया है। इसके केबिन में ऑल ब्लैक इंटीरियर थीम दी गई है जो काफी सिंपल और आकर्षक लगती है। डैशबोर्ड समेत पूरे केबिन में आपको काफी जगहों पर सॉफ्ट टच एलिमेंट नजर आएंगे।
इसके ट्रिम प्लास्टिक, स्टीयरिंग व्हील, टिल्ट एडजस्टर और स्टीयरिंग माउंटेड बटन वैसे ही लगते हैं, जैसे की फोक्सवैगन अपनी कारों में देती है। इसके डैशबोर्ड पर ऑडी ए3 जैसे स्टाइलिश एसी वेंट्स भी दिए गए हैं। इसके अलावा इसमें मर्सिडीज बेंज कारों की तरह डायल गियर सिलेक्टर और ड्राइव टॉगल्स भी दिए गए हैं, जो कार में प्रीमियम अहसास कराते हैं।
हुंडई कोना ईवी के मुकाबले एमजी जेडएस ईवी में डोर एंट्री काफी ऊंची है और कार के अंदर बैठते ही अच्छी ड्राइविंग पोजिशन मिलती है। इसमें फ्रंट सीट से बोनट का व्यू भी अच्छा मिलता है। हुंडई कोना के कंपेरिजन में जेडएस ईवी में बैठना और इससे बाहर निकलना भी काफी आसान है।
जेडएस ईवी में रियर सीट भी काफी अच्छा स्पेस दिया गया है। हालांकि, यह पांच की बजाए चार लोगों के बैठने के हिसाब से अच्छी कार है, जिसमें 6 फुट लंबे व्यक्ति एक-दूसरे के पीछे आराम से बैठ सकते हैं। यदि किसी की लंबाई 6 फुट से ज्यादा है तो उसे हैडरूम स्पेस की कमी जरूर लगेगी। इनके अलावा सीटों पर थोड़े बेहतर अंडर थाई सपोर्ट की कमी भी महसूस होती है।
एमजी जेडएस ईवी में 445 लीटर का अच्छा खासा बूट स्पेस मिलता है, वहीं हुंडई कोना में इससे कम 334 लीटर का बूट स्पेस दिया गया है। जेडएस ईवी में दो बड़े सूटकेस या कुछ ट्रॉली बैग आराम से रखे जा सकते हैं। आप चाहे तो एक्सट्रा स्पेस के लिए इसकी 60:40 के अनुपात में बंटी रियर सीट को फोल्ड भी कर सकते हैं।
फीचर्स एवं टेक्नोलॉजी
एमजी जेडएस ईवी में कुछ अच्छे फीचर्स दिए गए हैं तो वहीं इसमें कुछ फीचर्स की कमी भी खलती है। इसमें दिए गए फीचर्स में 6 तरीकों से एडजस्ट की जा सकने वाली पावर्ड ड्राइवर सीट, पुश बटन स्टार्ट स्टॉप के साथ एक स्मार्ट की, 6 स्पीकर से लैस म्यूजिक सिस्टम, सनरूफ और पीएम 2.5 एयर फिल्टर शामिल है।
एमजी जेडएस ईवी में एंड्रॉयड ऑटो और एपल कारप्ले कनेक्टिविटी से लैस 8 इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया गया है। हालांकि, इसका साइज एमजी हेक्टर के इंफोटेनमेंट सिस्टम (10.4-इंच) से छोटा है, मगर यह फीचर काफी स्मूद तरीके से काम करता है। इसके अलावा जेडएस ईवी में हेक्टर की तरह आई स्मार्ट इंटरनेट से लिंक कनेक्टेड कार फीचर भी दिया गया है, जिसमें वाई-फाई सपोर्ट का एक्स्ट्रा फायदा भी मिलता है। यदि कार की इंटीग्रेटेड ई-सिम नेटवर्क गायब हो जाता है तो आप अपने मोबाइल हॉटस्पॉट की मदद से नेविगेशन, गाना.कॉम, एक्यूवेदर अपडेट को एक्सेस कर सकते हैं।
एमजी जेडएस इलेक्ट्रिक में ऑटो एसी और रियर एसी वेंट्स कमी है। इसके स्टीयरिंग व्हील को आप ऊपर-नीचे तो एडजस्ट कर सकते हैं, मगर इसे आगे-पीछे एडजस्ट नहीं कर सकते हैं। इसके अलावा इसमें डिमिंग इनसाइड रियर व्यू मिरर, हीटेड वेंटिलेटेड सीट और रियर आर्मरेस्ट जैसे फीचर्स की भी कमी महसूस होती है, ये फीचर्स आपको कोना इलेक्ट्रिक में मिल जाएंगे। आमतौर पर वैसे तो इन फीचर्स की जरूरत उतनी महसूस नहीं होती है, पर बात जब 20 लाख रुपये से ज्यादा की प्राइस वाली कार खरीदने की हो तो ग्राहक हर चीज की उम्मीद रखेगा।
एमजी जेड एस ईवी के खास फीचर्स जो हुंडई कोना में नहीं मिलेंगे |
हुंडई कोना ईवी के खास फीचर्स जो एमजी जेडएस ईवी में नहीं मिलेंगे |
पीएम 2.5 एयर फिल्टर |
ऑटो एसी |
आई-स्मार्ट कनेक्टेड कार इंटरनेट लिंक्ड फीचर्स |
टेलिस्कोपिक एडजस्टेबल स्टीयरिंग |
पैनोरमिक सनरूफ |
रियर आर्मरेस्ट |
ऑटो वायपर्स |
ऑटो डिमिंग आईआरवीएम |
हीटेड एवं वेंटिलेटेड सीट |
सेफ्टी
एमजी जेड एस ईवी दो वेरिएंट एक्साइट और एक्सक्लूसिव में उपलब्ध होगी। इन दोनों वेरिएंट में 6 एयरबैग, एंटीलॉक ब्रेकिंग सिस्टम (एबीएस) के साथ इलेक्ट्रॉनिक ब्रेकफोर्स डिस्ट्रीब्यूशन (ईबीडी), रियर पार्किंग सेंसर, रियर कैमरा, हिल स्टार्ट असिस्ट, हिल डिसेंट कंट्रोल, स्पीड अलर्ट, फ्रंट और रियर सीटबेल्ट रिमाइंडर जैसे फीचर्स स्टैंडर्ड मिलेंगे। साथ ही कंपनी इसमें एंटी-थेफ्ट अलर्ट, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, टायर प्रेशर मॉनिटर, रियर फॉगलैंप और पैड्सट्रीयन वॉर्निंग सिस्टम भी देगी। हालांकि, इसके दोनों वेरिएंट में फ्रंट फॉगलैंप का फीचर नहीं मिलेगा। हाल ही में यूरो एनकैप (न्यू कार अस्सेस्मेंट प्रोग्राम) द्वारा एमजी जेडएस ईवी के यूरोपियन मॉडल का क्रैश टेस्ट किया गया, जिसमे इसे 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग प्राप्त हुई है। हालांकि, क्रैश टेस्ट में पास हुआ मॉडल इमरजेंसी ब्रेकिंग और लेन असिस्ट जैसे रडार बेस्ड फीचर्स से लैस था। ये फीचर्स इसके भारतीय मॉडल में नहीं दिए गए हैं।
एमजी जेडएस ईवी को इन तरीकों से किया जा सकेगा चार्ज:
एमजी जेडएस ईवी को काफी तरीकों से चार्ज किया जा सकेगा जिसके चार्जिंग ऑप्शन की तुलना हमने कोना इलेक्ट्रिक के चार्जिंग ऑप्शन से की है।
कोना इलेक्ट्रिक |
जेडएस ईवी |
|
चार्ज ऑप्शन 1 |
डीसी फास्ट चार्जर- 57 मिनट में 80% |
डीसी फास्ट चार्जर- 50 मिनट में 80% |
चार्ज ऑप्शन 2 |
होम एसी चार्जर- 6 घंटा 10 मिनट में 100 % |
होम एसी चार्जर- 6-8 घंटे में 100 % |
चार्ज ऑप्शन 3 |
पोर्टेबल चार्जर- औसतन 19 घंटे में 100% |
पोर्टेबल चार्जर- औसतन 19 घंटे में 100% |
एमजी जेडएस ईवी की चार्जिंग से संबंधित कुछ ध्यान देने वाली बातें:
- एमजी मोटर्स, फोर्टम के साथ मिलकर भारत में मौजूद लगभग अपनी सभी डीलरशिप पर डीसी फास्ट चार्जर सेटअप लगाएगी जिसका उपयोग अन्य इलेक्ट्रिक कार यूजर्स भी कर सकेंगे। फोर्टम एप पर ग्राहकों को अपना अकाउंट बनाना पड़ेगा और चार्जिंग का पेमेंट इसी एप के जरिए होगा। एमजी की कैल्कुलेशन के अनुसार कार को 80 प्रतिशत तक चार्ज करने के लिए 250 से 300 रुपये का खर्च आएगा।
- इसके अलावा कंपनी आपके घर या ऑफिस में 7.4 किलोवाट का एक होम एसी चार्जर भी इंस्टॉल करेगी जिसकी कीमत कार की प्राइस में ही शामिल होगी। इस चार्जर को एक्टिवेट करने के लिए एक की-कार्ड भी दिया जाएगा, ताकि कोई और इसे यूज ना कर सके।
- चार्जर का इस्तेमाल करने से पहले आपको अपनी कार अनलॉक करनी पड़ेगी। इसके बाद चार्जिंग गन को कार में लगे सॉकेट के अंदर प्लग इन करना होगा, इसके बाद कार को लॉक करने से इसकी चार्जिंग गन भी अपने आप लॉक हो जाएगी। इस तरह आपको चार्जिंग के दौरान कार का ध्यान रखने के लिए उसके आसपास घूमते रहने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कार चार्ज होने के बाद चार्जिंग गन को निकालने के लिए पहले कार को अनलॉक करना होगा।
- यदि आप अपनी जेडएस ईवी को हर बार डायरेक्ट करंट (डीसी) फास्ट चार्जिंग से ही चार्ज करते रहेंगे तो उससे बैट्री की लाइफ पर फर्क पड़ सकता है। ऐसे में हमारी राय ये है कि 4 से 5 बार अल्टर्नेटिंग करंट (एसी चार्जर) से चार्ज करते रहे और उसके बाद डीसी चार्ज का इस्तेमाल करें।एमजी जेडएस ईवी के साथ दिए जाने वाले पोर्टेबल चार्जर को आप 15 एम्पियर के प्लग पॉइन्ट में लगाकर चार्ज कर सकते हैं।
परफॉर्मेंस
एआरएआई ने एमजी जेडएस ईवी की रेंज को लेकर 340 किलोमीटर का दावा किया है। यदि हम इसकी रेंज 200 से 300 किलोमीटर ही मान लें तो भी हम आराम से पूरे हफ्ते इससे अपने घर से ऑफिस एवं ऑफिस से घर का सफर तय कर सकते हैं। यदि आपको इसकी इतनी रेंज भी कम लगती है तो बस! रात के वक्त इसे चार्ज पर लगाकर छोड़ दीजिए।
इलेक्ट्रिक कारों का एक सबसे बड़ा फायदा ये भी है कि आप ब्रेक एनर्जी रीजनरेशन सिस्टम का इस्तेमाल करते हुए कार को स्लो स्पीड में चलाकर कुछ किलोमीटर तक के लिए इसकी रेंज बढ़ा सकते हैं। जेडएस ईवी में दिए गए इस सिस्टम के तीन लेवल हैं जिसमें तीसरा लेवल काफी काम का साबित होता है। तीसरे लेवल को डाउनहिल ड्राइविंग यानी ढलान पर गाड़ी उतारते वक्त इस्तेमाल किया जाता है। हाईवे टेस्ट में हमने इस फीचर का इस्तेमाल करके देखा तो यह काफी काम का साबित हुआ। रीजनरेशन लेवल्स को कंट्रोल करने के लिए कोना इलेक्ट्रिक में जहां स्टीयरिंग पैडल दिए गए हैं, वहीं जेडएस ईवी में इसके लिए टॉगल स्विच दिया गया है।
एमजी जेडएस ईवी में तीन ड्राइव मोड ईको, नॉर्मल और स्पोर्ट दिए गए हैं। हाईवे ड्राइविंग में ईको मोड पर चलाते हुए कार को 60 किलोमीटर/घंटे की रफ्तार से 80 किलोमीटर/घंटे की रफ्तार पकड़ने में ज्यादा समय नहीं लगा।
कोना ईवी |
जेडएस ईवी |
|
बैटरी |
39.2 केडब्ल्यूएच |
44.5 केडब्ल्यूएच |
एआरएआई रेंज |
452 किलोमीटर |
340 किलोमीटर |
पावर |
136 पीएस |
143 पीएस |
टॉर्क |
395 एनएम |
353 एनएम |
0-100 किलोमीटर प्रति घंटा |
9.7 सेकंड |
8.5 सेकंड |
सिटी ड्राइविंग के लिहाज से हमें एमजी जेडएस ईवी काफी पसंद आई। यहां जरा सा थ्रॉटल देने पर ये कार आराम से ट्रैफिक में चलती है। जेडएस ईवी में ओवरटेकिंग के दौरान भी पहले से कोई तैयारी नहीं करनी पड़ती है। इलेक्ट्रिक कारों की यही तो खास बात होती है, जो एमजी जेडएस ईवी में भी दिखाई देती है। इसकी मोटर से तुरंत 353 एनएम का टॉर्क जनरेट हो जाता है।
यदि सिटी में आपको और भी बेहतरीन राइड चाहिए तो आप इसे स्पोर्ट मोड पर चला सकते हैं। चाहे कार में चार ही पैसेंजर क्यों ना सवार हो, इस इलेक्ट्रिक गाड़ी में आपको टॉर्क की कमी कभी महसूस नहीं होगी।
चूंकि जेडएस ईवी एक इलेक्ट्रिक कार है इसलिए कार के केबिन में इंजन का शोर पहुंचने का सवाल ही पैदा नहीं होता है।
राइड और हैंडलिंग के मामले में एमजी जेडएस ईवी काफी हद तक स्कोडा कामिक से मेल खाती है। हालांकि, खराब सड़कों और गड्ढों से गुजरते हुए इस कार के केबिन में झटकों को महसूस किया जा सकता है। हाईवे पर भी ड्राइव करते वक्त इसमें काफी बॉडी रोल होता है।
यदि आपकी राह में खराब सड़कें और गड्ढे ज्यादा ही आते हैं तो आप जेडएस ईवी को धीमी गति पर चलाते हुए इन परेशानियों से बच सकते हैं, मगर ऊंची एसयूवी होने के कारण इसमें बॉडी रोल की संभावना तो बनी रहेगी।
निष्कर्ष
एमजी जेडएस ईवी ना केवल एक ईको फ्रेंडली कार है बल्कि इसे एक अच्छी फैमिली कार भी कहा जा सकता है। इसे कहीं भी बड़े आराम से चलाया जा सकता है, साथ ही आपको इसमें परफॉर्मेंस की भी कोई कमी महसूस नहीं होगी।
ये बात सही है कि इस कार में काफी सारे फीचर्स का अभाव है, मगर इसके बदले एक कम मेंटिनेंस वाली कार खरीदने का आपको कोई अफसोस नहीं होगा। एमजी मोटर्स अपनी इस ईको फ्रेंडली कार पर 5 साल या अनलिमिटेड किलोमीटर की स्टैंडर्ड वारंटी के साथ इसकी बैटरी पर 8 साल या 1,50,000 किलोमीटर की वारंटी की पेशकश करेगी। इसके अलावा कंपनी पांच फ्री लेबर सर्विस भी देगी।
एमजी जेडएस ईवी की प्राइस 22 लाख से 25 लाख रुपये के बीच तय की जा सकती है। हमारा मानना है कि इस प्राइस ब्रेकेट में लंबी रेंज वाली इलेक्ट्रिक कार खरीदने का फैसला घाटे का सौदा नहीं है।
हुंडई कोना इलेक्ट्रिक फर्स्ट ड्राइव रिव्यू: रेंज और फीचर में दम लेकिन केबिन स्पेस कम