एमजी ग्लॉस्टर सावी वेरिएंट : फर्स्ट ड्राइव रिव्यू

Published On अक्टूबर 01, 2020 By भानु for एमजी ग्लॉस्टर 2020-2022

एमजी मोटर्स ने हेक्टर एसयूवी के साथ इंडियन ऑटोमोबाइल मार्केट में धमाकेदार एंट्री की थी। इसके बाद कंपनी ने जेडएस ईवी को लॉन्च किया। अब एमजी इंडिया फुल साइज एसयूवी सेगमेंट में फोर्ड एंडेवर और टोयोटा फॉर्च्यूनर जैसी कारों को टक्कर देने के लिए अपनी लेटेस्ट बॉडी ऑन फ्रेम एसयूवी ग्लॉस्टर को लॉन्च करने जा रही है जिसे ऑटो एक्सपो 2020 में शोकेस किया गया था। ये गाड़ी अपनी लंबी फीचर लिस्ट से फुल साइज एसयूवी सेगमेंट में मौजूद दूसरी कारों को कड़ी टक्कर देगी। मगर क्या असल में ये ऐसा कर पाने में कामयाब होगी? इसकी लॉन्चिंग से पहले ही जान लीजिए इस फर्स्ट ड्राइव रिव्यू में:

साइज 

एमजी ग्लॉस्टर का साइज काफी बड़ा है। इस कार का साइज फिलहाल इस सेगमेंट में सबसे बड़ी फोर्ड एंडेवर से भी ज्यादा है। यहां तक कि इसका व्हीलबेस भी एंडेवर के मुकाबले 100 मिलीमीटर लंबा है। हेक्टर के मुकाबले इसके डिजाइन एलिमेंट्स और स्टांस पारंपरिक एसयूवी कारों जैसा ही है। इसके फ्रंट में बड़ी सी ग्रिल जिसमें मैट क्रोम की फिनिशिंग की गई है, वहीं दोनों ओर विंग शेप के फुल एलईडी हेडलैंप्स दिए गए हैं। 

इसके साइड प्रोफाइल पर फ्लेयर्ड व्हील आर्क और क्रोम की सराउंडिग के कारण ये कार और भी ज्यादा बड़ी सी लगती है। हालांकि इसका रियर प्रोफाइल काफी सिंपल है जहां हद से ज्यादा बड़ी ग्लॉस्टर नाम की बैजिंग दी गई है और नकली क्वाड टेल पाइप्स दिए गए हैं। कुल मिलाकर ग्लॉस्टर वैसे तो दिखने में काफी आकर्षक एसयूवी है, मगर एंडेवर के मुकाबले इसका लुक उतना दमदार नहीं है। 

ग्लॉस्टर का सबसे आकर्षक हिस्सा इसका इंटीरियर है। इसके अंदर सबसे पहली चीज जो आपको काफी हैरानी में डालेगी वो है इसके केबिन की क्वालिटी। ये काफी प्रीमियम है और सेगमेंट से काफी ऊपर की लगती है। डैशबोर्ड के ऊपरी हिस्से और डोर हैंडल पर प्रीमियम सॉफ्ट टच मैटेरियल का इस्तेमाल किया गया है। वहीं डैश पर लैदर की फिनिशिंग काफी स्मूद महसूस होती है। यहां तक सीट्स पर लैदर अपहोल्स्ट्री भी काफी शानदार लगती है। हालांकि ऐसे लग्जरी फैक्टर्स होने के बावजूद इसमें कुछ एलिमेंट्स ऐसे भी हैं जिनकी क्वालिटी उतनी कमाल की नहीं है। डैशबोर्ड के निचले हिस्से में हार्ड प्लास्टिक का इस्तेमाल किया गया है और इसका रियर एयर कॉन वेंट भी उतना खास नहीं लगता है। लेकिन कुल मिलाकर ग्लॉस्टर के केबिन की क्वालिटी काफी अच्छी है और ये इस सेगमेंट में नए आयाम भी स्थापित कर सकती है। 

ग्लॉस्टर का डैशबोर्ड तो काफी आकर्षक है मगर इसकी डिजाइन थीम असली नहीं लगती है। इसका लेआउट नई बीएमडब्ल्यू कारों की कार्बन कॉपी लगता है, खासतौर पर सेंटर कंसोल को देखने के बाद। यहां तक कि इसमें दिया गया इंफोटेनमेंट स्क्रीन की हाउसिंग,एयर कॉन वेंट्स और क्लाइमेट कंट्रोल को देखकर भी आपको यही महसूस होगा। इसके इंफोटेनमेंट सिस्टम की बात करें तो ये हेक्टर में दी गई यूनिट के मुकाबले इस्तेमाल करने में काफी आसान है। इसका स्क्रीन ​रेजोल्यूशन काफी अच्छा है मगर कभी कभी टच का रिस्पॉन्स थोड़ा ढीला पड़ जाता है। 

ऊंची सीटिंग होने के कारण ग्लॉस्टर की ड्राइवर सीट पर बैठकर बाहर का नजारा काफी अच्छे से दिखाई देता है। इसमें ड्राइवर के लिए भी कुछ फील गुड फीचर्स दिए गए हैं जिनमें मेमोरी के साथ पावर्ड सीट,कूलिंग फंक्शन और कसेटिंग मसाज शामिल है। हालांकि इसमें को पैसेंजर के लिए केवल पावर्ड सीट का ही फीचर मौजूद है। ग्लॉस्टर के साइज को देखने के बाद इसमें सेकंड रो सीट पर स्पेस का अंदाजा हो ही जाता है। इसमें काफी अच्छा नीरूम स्पेस दिया गया है और बड़ी सनरूफ होने के बावजूद भी लंबे पैसेंजर्स को अच्छा हेडरूम स्पेस मिल जाता है। इसके इस टॉप वेरिएंट सावी में मिडिल रो पर कंफर्टेबल कैप्टन सीट्स दी गई हैं जिनमें हाइट और रीच एडजस्टेबल हेडरेस्ट दिए गए हैं। इसके साथ ही इसमें बड़े से ग्लास भी दिए गए हैं जिससे केबिन में खुलेपन का अहसास होता है। 

इसकी सेकंड रो की सीटें काफी नीचे पोजिशन की गई हैं जिससे अच्छा अंडरथाई सपोर्ट मिलता है। वहीं थर्ड रो की सीटें इससे भी ज्यादा नीचे की तरफ पोजिशन की गई हैं और फ्लैट सीट बेस होने के कारण ड्राइवर के ब्रेक लगाने पर आप अपनी जगह से आगे खिसकने लगते हैं। लेकिन ग्लोस्टर की थर्ड रो को सेगमेंट में सबसे बेस्ट कहा जा सकता है। सेकंड रो की सीटों के स्लाइड होने से नीरूम भी अच्छा मिलता है और हेडरूम की भी कोई समस्या नहीं रहती है। नतीजतन लंबे सफर के दौरान थर्ड रो पर बैठने वाले एडल्ट पैसेंजर्स ज्यादा कंफर्टेबल होकर बैठ सकते हैं। 

जब बात प्रैक्टिकैलिटी की आती है तो इस मामले में भी ग्लोस्टर निराश नहीं करती है। इसमें छोटा ग्लवबॉक्स दिया गया है मगर इसके अलावा फ्रंट में बड़ा डोर पैकेट, फ्रंट आर्मरेस्ट के अंदर बड़ा स्टोरेज बॉक्स और वायरलैस चार्जिंग पैड के साथ फोन स्लॉट दिया गया है। एमजी को इसके साथ ही एक कूलिंग फैन भी देना चाहिए था क्योंकि यहां फोन चार्ज होते वक्त काफी गर्म हो जाता है। ग्लोस्टर में मिडिल रो पैसेंजर्स के लिए दो फोल्डेबल कप होल्डर्स, मोबाइल होल्डर,सीट बैक पॉकेट्स और डोर पर दो बॉटल होल्डर दिए गए हैं। इसके अलावा थर्ड रो पर दो कपहोल्डर्स और सीटबैक पॉकेट्स भी दिए गए हैं। तीन रो होने के कारण इस फुल साइज एसयूवी में आपको ज्यादा बूटस्पेस नहीं मिलेगा, मगर तीसरी रो को फोल्ड करने के बाद इसमें अच्छा खासा बूट स्पेस तैयार किया जा सकता है। इसके अलावा थर्ड रो की सीटें 60:40 के अनुपात में बंट सकती है जिससे कंफर्ट और भी बढ़ जाता है। इसकी लोडिंग लिप काफी ऊंची है जिससे आपको भारी लगेज रखने में परेशानी हो सकती है। 

फीचर लिस्ट 

एमजी ग्लोस्टर के टॉप वेरिएंट सावी में कंफर्ट फीचर्स के तौर पर कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी, थ्री जोन क्लाइमेट कंट्रोल,12.3 इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम,मसाज फंक्शन वाली कूल्ड ड्राइवर सीट,ड्राइव मोड्स,एंड्रॉयड ऑटो और एपल कारप्ले कनेक्टिविटी,ऑटो हेडलैंप्स,रेन सेंसिंग ऑटो वायपर्स,वायरलैस फोन चार्जिंग,पावर्ड टेलगेट,360 सराउंड व्यू दिए गए हैं। ग्लोस्टर में यूनीक फीचर्स की भी कोई कमी नहीं है। इनमें अडेप्टिव एलईडी हेडलैंप्स,64 कलर वाली इंटीरियर एंबिएंट लाइटिंग,मेमोरी फंक्शन से लैस 12 तरीकों से एडजस्ट हो सकने वाली ड्राइवर सीट,इन बिल्ट पीएम 2.5 एयर प्योरिफायर, हीटेड ओआरवीएम और बड़ी सी पैनोरमिक सनरूफ शामिल हैं।

बात करें सेफ्टी फीचर्स की तो इस सेगमेंट में ये कार सबसे सेफ मानी जा सकती है। इसमें 6 एयरबैग,इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम और ट्रैक्शन कंट्रोल जैसे कॉमन फीचर्स के अलावा बहुत सारे एक्टिव सेफ्टी फीचर्स दिए गए हैं। इसमें फ्रंट कैमरे के इस्तेमाल से आप आगे चल रहे व्हीकल के ज्यादा पास आ जाते हैं तो ये कार आपको वॉर्निंग देती है और यदि आपकी गाड़ी आगे चल रही गाड़ी से ज्यादा तेज होती है तो इसमें ऑटोमैटिकली ब्रेक लग जाते हैं। इसके अलावा इसमें लेन डिपार्चर वॉर्निंग सिस्टम भी दिया गया है जो गाड़ी के लेन से बाहर निकलने पर ड्राइवर को वॉर्न करता है। साथ ही इसमें ब्लाइंड स्पॉर्ट मॉनिटरिंग सिस्टम भी दिया गया है जो लेन बदलते समय पहले से ही मौजूद दूसरे व्हीकल को डिटेक्ट कर लेता है और ओआरवीएम पर लगी रेड लाइट्स से वॉर्निंग देता है। वैसे भारत के ट्रैफिक और लोगों द्वारा थोड़ी रफ ड्राइविंग करने के कारण यहां क्रूज कंट्रोल सिस्टम कोई काम नहीं आता है, मगर ग्लोस्टर में अडेप्टिव क्रूज़ कंट्रोल का फीचर दिया गया है जो ना सिर्फ आपके द्वारा सेट की गई क्रूजिंग स्पीड को मेंटेन करता है बल्कि आगे चल रहे व्हीकल के पास आने पर स्पीड को स्लो कर देता है। इसके बाद लेन के क्लीयर होने पर ये ऑटोमैटिकली गाड़ी की सेट स्पीड पर ही उसे ले आता है। 

इंजन और परफॉर्मेंस

ग्लोस्टर के सावी वेरिएंट में 2.0 लीटर ट्विन टर्बो डीजल इंजन दिया गया है जो कि 218 पीएस की पावर और 480 एनएम का टॉर्क जनरेट करने में सक्षम है। दूसरी तरफ इसके बेस लाइन वेरिएंट्स में कम पावरफुल सिंगल टर्बो डीजल इंजन दिया गया है, मगर ये दोनों इंजन 8-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स से लैस हैं। 

218 पीएस की पावर के साथ एमजी ग्लोस्टर काफी शानदार तरीके से पिकअप लेती है। इसके इंजन से काफी सारा बॉटम एंड टॉर्क मिलता है, वहीं इसका ऑटोमैटिक गियरबॉक्स भी काफी स्मूद है। आप इस भारी भरकम कार को सिटी के ट्रैफिक में भी आराम से चला सकते हैं। इसके केबिन में नॉइस इंसुलेशन भी काफी अच्छा है और डीजल इंजन होने के बावजूद कोई आवाज नहीं आती है। ग्लोस्टर को पार्क करना भी काफी आसान है क्योंकि इसके स्टीयरिंग व्हील काफी हल्के हैं, वहीं इसमें 360 डिग्री सराउंड व्यू कैमरा का फीचर भी दिया गया है। हालांकि इसके कैमरे से आने वाली फीड्स कुछ साफ नहीं दिखती है लेकिन बाद में आप इसके आदी हो जाते हैं। इस समस्या से बचने के लिए आपके पास ऑटो पार्क फंक्शन का ऑप्शन भी है जो ग्लोस्टर को ऑटोमैटिकली पार्क करने की सहूलियत देता है। 

इसका इंजन सिटी में तो शानदार परफॉर्म करता ही है, साथ में ये हाईवे पर तो और भी जबरदस्त फील कराता है। यहां ये कार ​काफी समय तक सातवे और आठवे गियर पर चलाई जा सकती है। इंजन का पंची नेचर भी इस दौरान ओवरटेकिंग को आसान बनाता है। इसके अलावा ग्लोस्टर में तीन ड्राइविंग मोड्स भी दिए गए हैं। गाड़ी आराम से चलानी हो तो ईको मोड का इस्तेमाल किया जा सकता है। वहीं ऑटो मोड आपकी ड्राइविंग पैटर्न के अनुसार गियरबॉक्स और थ्रॉटल रिस्पॉन्स को अडेप्ट कर लेता है। वहीं स्पोर्टी ड्राइविंग के लिए स्पोर्ट मोड दिया गया है। 

यदि आप गियर मैनुअली बदलना चाहते हैं तो इसमें पैडल शिफ्टर का फीचर भी दिया गया है। 

हमारे द्वारा की गई टेस्ट ड्राइव में ग्लॉस्टर को 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार हासिल करने में 11.5 सेकंड का समय लगा। इसके कॉम्पिटशन में मौजूद दूसरी गाड़ियों का एक्लरेशन परफॉर्मेंस भी कमोबेश ऐसा ही है। हालांकि,इस फुल साइज एसयूवी की फ्यूल एफिशिएंसी उतनी खास नहीं है। भारी भरकम बॉडी स्ट्रक्चर और पावरफुल इंजन होने के चलते ये सिटी में 9.48 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज निकाल लेती है, वहीं हाईवे पर इसका माइलेज फिगर 10.08 किलोमीटर प्रति लीटर रहता है। ऐसे में ये इस सेगमेंट में सबसे कम माइलेज देने वाली कार भी साबित होगी। 

राइड क्वालिटी

पावरफुल इंजन के साथ हाईवे पर ग्लोस्टर की राइड क्वालिटी काफी अच्छी रहती है। रास्ते में आने वाली छोटी से लेकर बड़ी रुकावटों को ये आराम से झेल लेती है। इस दौरान इसके स्पीड मोमेंटम पर भी कोई फर्क नहीं पड़ता है और आप पूरी तरह कंफर्टेबल भी रहते हैं। तेज स्पीड के दौरान भी ये गाड़ी सीधी सपाट चलती है। 

हालांकि धीमी स्पीड पर गड्ढों या खराब सड़कों पर चलते हुए इसके सस्पेंशन से आने वाला साउंड आप सुन सकते हैं। इस मामले में फोर्ड एंडेवर थोड़ी बेहतर है। इसमें थोड़ा बॉडी मूवमेंट भी होता है, मगर ये आपको अनकंफर्टेबल नहीं करता है। 

हमने ग्लॉस्टर को भारी ट्रैफिक में भी चलाकर देखा है जहां आपको इसके बड़े साइज की वजह से दूसरी गाड़ियों से बचकर भी चलना होता है। हालांकि, बड़े ग्लास एरिया, हल्का स्टीयरिंग व्हील होने से आप आसानी से भांप लेते हैं कि आपकी कार कहां खड़ी है या चल रही है। 

जब बात हैंडलिंग की आती है तो ग्लोस्टर एक लंबी चौड़ी और ऊंची एसयूवी जैसा ही फील देती है और इसका स्टीयरिंग भी काफी स्लो है। यदि बिना कोई ​जल्दबाजी किए इसे ड्राइव किया जाए तो ये काफी सेफ और पूरी तरह कंट्रोल्ड लगती है। इसके चौड़े टायरों से सड़क पर अच्छी ग्रिप बनती है और ब्रेक्स की स्टॉपिंग पावर भी काफी अच्छी है।  

ऑफ रोडिंग के लिए ग्लोस्टर में तीन मोड्स: स्नो, सैंड और रॉक दिए गए हैं। इसके अलावा इसमें हिल डिसेंट कंट्रोल और हिल होल्ड असिस्ट का फीचर भी मौजूद है। किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए ये सिस्टम ट्रैक्शन कंट्रोल, एबीएस और ईएसपी को भी बदल देता है। चूंकि ग्लोस्टर में लो रेंज गियरबॉक्स मौजूद नहीं है तो ऐसे में ये ऑफ रोडिंग के लिए फोर्ड एंडेवर और टोयोटा फॉर्च्यूनर जितनी सक्षम नहीं है।

निष्कर्ष

तो क्या ग्लोस्टर एक प्रीमियम एक्सपीरियंस देने का दमखम रखती है? तो हमारा जवाब है हां! इसकी इंटीरियर क्वालिटी वाकई तारीफ के काबिल है वहीं कंफर्टेबल सीट्स और स्पेशियस केबिन के रहते इस कार में वक्त बिताने का मजा ही आ जाता है। इसके अलावा  लंबी चौड़ी कंफर्ट और सेफ्टी फीचर लिस्ट के मामले में अपने से दोगुना कीमत पर आने वाली कारों को भी मात दे सकती है। यहां तक कि इसका इंजन और गियरबॉक्स कॉम्बिनेशन भी कमाल का है जो सिटी और हाईवे दोनों पर ही अच्छा परफॉर्म करते हैं। हालांकि, हमें उम्मीद थी कि ये माइलेज भी काफी अच्छा देगी लेकिन इस मामले में इसने हमें काफी निराश किया। उम्मीद है कि एमजी मोटर्स ग्लोस्टर की प्राइस 34 लाख रुपये से लेकर 38 लाख रुपये के बीच रख सकती है। यदि इसकी प्राइस एंडेवर और फॉर्च्यूनर के आसपास हुई तो जरूर ये गाड़ी इन दोनों को कड़ी चुनौती दे देगी। 

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