मारुति फ्रॉन्क्स: लॉन्ग टर्म फ्लीट इंट्रोडक्शन
Published On सितंबर 01, 2023 By भानु for मारुति फ्रॉन्क्स
- 1 View
- Write a comment
इस साल मारुति ने मार्केट में काफी सारी कारें लॉन्च की है। इन सबमें सबसे यूनीक कार फ्रॉन्क्स रही। ये क्रॉसओवर हैचबैक है जिसे सब काम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट में पेश किया गया है और ये अपने नॉन ट्रेडिशनल एसयूवी डिजाइन के कारण सबका ध्यान अपनी ओर खींचती है।
कारदेखो के गैराज में आने के बाद से मारुति फ्रॉन्क्स को चलाए बिना हमसे रहा नहीं जा रहा था, हमारे पास भेजी गई टेस्ट यूनिट इसका टॉप वेरिएंट अल्फा टर्बो मैनुअल था, जिसकी कीमत 11.47 लाख रुपये एक्स-शोरूम है। हमनें इसे 1100 किलोमीटर ड्राइव किया है और कैसा रहा इसको लेकर पहला इंप्रेशन ये आप जानेंगे आगे:
अलग है मगर अच्छी है
जैसे ही आप फ्रॉन्क्स को पहली बार देखते हैं तो ये आपको एसयूवी जैसी ही नजर आएगी। इसके लुक्स काफी अलग हैं जिससे ये भीड़ से अलग भी नजर आती है। इसकी कूपे जैसी स्टाइलिंग काफी आकर्षित लगती है। चूंकि ये बलेनो पर बेस्ड हैचबैक है और ये चीज इसके साइड को देखने के बाद ही कही जा सकती है। बड़ी ग्रिल के कारण आगे से ये ग्रैंड विटारा जैसी नजर आती है।
ट्राय एलईडी डेटाइम रनिंग लैंप्स और कनेक्टेड टेललैंप्स के रहते ये काफी मॉडर्न लगती है और बड़े बड़े फ्रंट और रियर बंपर, ऊंचे ग्राउंड क्लीयरेंस और ऑल अराउंड क्लैडिंग के कारण ये दमदार भी नजर आती है।
केबिन और फीचर्स
बाहर से ये एक डैशिंग कूपे एसयूवी लगती है तो वहीं अंदर से इसमें बलेनो के मुकाबले कुछ हल्के फुल्के बदलाव किए गए हैं। इसमें डैशबोर्ड पर रोज गोल्ड की एक्सट्रा लेयर, डोर हैंडल्स के आसपास रोज गोल्ड एलिमेंट्स और अलग तरह की कलर स्कीम देकर बदलाव किए गए हैं।
इसका मतलब ये नहीं है कि केबिन दिखने में अच्छा नहीं है। इसमें प्रीमियम अपील है जो आप इस प्राइस पॉइन्ट में आने वाली कार से उम्मीद करते हैं। मगर एक नई कार होने के कारण इसके केबिन को बलेनो से अलग टच देना चाहिए था।
फ्रॉन्क्स एक फीचर लोडेड कार है। हालांकि अगर ये बलेनो से ज्यादा अलग होती तो इसके लिए और भी अच्छा होता। इसमें बलेनो कार के मुकाबले एकमात्र एक्स्ट्रा फीचर के तौर पर वायरलेस फोन चार्जर ही दिया गया है। इसके अलावा इसमें 9-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, वायरलेस एंड्रॉइड ऑटो और एपल कारप्ले, एक आर्कमीज साउंड सिस्टम, एक हेड-अप डिस्प्ले, ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल और क्रूज़ कंट्रोल जैसे फीचर्स भी दिए गए हैं जो बलेनो में भी मिलते हैं।
ये कुछ ऐसे फीचर्स है जो आपकी रूटीन ड्राइविंग में आपके काम आते हैं। इसका टचस्क्रीन काफी स्मूद है जो इस्तेमाल करने में भी आसान है और यहां तक कि एंड्रॉयड ऑटो एवं एपल कारप्ले की वायरलेस कनेक्टिविटी में भी कोई दिक्कत नहीं आती है। हालांकि बलेनो से इसकी 2.14 लाख रुपये ज्यादा कीमत अपने आप को वाजिब नहीं ठहराती है, क्योंकि इसमें केवल एकमात्र ही एक्सट्रा फीचर दिया गया है। यदि मारुति इसमें सनरूफ और रियर सेंटर आर्मरेस्ट देती तो फिर ये चीज यहां सही लगती।
परफॉर्मेंस
कारदेखो में हमनें काफी नई कारों को ड्राइव किया है। यहां तक कि पिछले महीने ही हमनें 4 कारों को ड्राइव करके देखा है। मगर फ्रॉन्क्स ने हमारे दिल में एक अलग छाप छोड़ी है। मारुति के दूसरे मॉडल्स की तरह इसका इंजन काफी रिफाइंड और रेस्पॉन्सिव लगता है जो आपको एक स्मूद ड्राइविंग एक्सपीरियंस देता है।
ये 1 लीटर बूस्टरजेट इंजन ना केवल रिफाइंड और रेस्पॉन्सिव है, बल्कि काफी फुर्तिला भी है। ड्राइविंग के दौरान फ्रोन्क्स कार आपको एंगेज करके रखती है। ये काफी तेजी से स्पीड पकड़ती है और पलक झपकते ही दूसरे व्हीकल्स को ओवरटेक भी कर लेती है।
कंफर्ट
अब तक 1100 किलोमीटर की ये ड्राइव काफी स्मूद रही। फ्रॉन्क्स से हमें कोई शिकायत नहीं रही। चाहे बात सिटी ड्राइव की हो या हाईवे ड्राइव की, ये कार खराब रास्तों का आराम से सामना कर लेती है और हाईवे स्पीड पर आराम से लेन भी बदल लेती है, जिससे एक कंफर्टेबल राइड एक्सपीरियंस मिलता है।
फ्रॉन्क्स के सस्पेंशंस का बैलेंस अच्छा है जो ज्यादा सॉफ्ट नहीं है ना ही स्टिफ, और इस एसयूवी के सस्पेंशंस का ट्रेवल भी लंबा है। रोजाना की ड्राइविंग के हिसाब से ये काफी कंफर्टेबल कार है और आपको गड्ढे या खराब रास्ते से आने वाले झटके केबिन में नहीं महसूस होते हैं। हाईवे पर हाई स्पीड के दौरान फ्रॉन्क्स स्टेबल रहती है और ज्यादा बॉडी रोल नहीं होता है। कुल मिलाकर इसकी राइड क्वालिटी दोनों ही कंडीशन में काफी अच्छी है।
यहां तक कि इसकी सीटों की कुशनिंग भी काफी सॉफ्ट है जो आपको आपकी जगह पर रखती है और फ्रंट पैसेंजर को आगे अच्छी खासी जगह भी मिल जाती है। मगर ये चीज रियर सीट के लिए नहीं कही जा सकती है। यहां अच्छा लेगरूम, नीरूम और अंडरथाई सपोर्ट तो मिल जाता है, मगर स्लोपिंग रूफलाइन और रिक्लाइन सीट के कारण पैसेंजर्स को अच्छा हेडरूम स्पेस नहीं मिल पाता है। हालांकि 5 पैसेंजर्स के हिसाब से इसके केबिन में अच्छा खासा स्पेस मिल जाता है।
कुल मिलाकर कहें तो फ्रॉन्क्स का पहला इंप्रेशन काफी अच्छा रहा है। ये गुड लुकिंग कार है, जिसका ड्राइव एक्सपीरियंस अच्छा है और राइड कंफर्टेबल है। इसमें कोई शक नहीं कि इसमें कुछ फीचर्स की कमी है, लेकिन जब हम इसे आगे भी ड्राइव करेंगे तब बताएंगे कि उन फीचर्स को हमनें ज्यादा मिस किया भी की नहीं। आने वाले दो महीनों तक हम फ्रॉन्क्स को ड्राइव करते रहेंगे। इसके बारे में और ज्यादा जानने के लिए बने रहिएगा हमारे साथ।
- खूबी: कूपे स्टाइलिंग, पावरफुल इंजन और अच्छी राइड क्वालिटी
- कमी: अलग सा नहीं है केबिन और कुछ फीचर्स की कमी
- ड्राइव के लिए किस दिन आई ये कार: 27 जुलाई 2023
- तब तक कितने किलोमीटर की जा चुकी थी ड्राइव: 614 किलोमीटर
- अब तक कितने किलोमीटर की जा चुकी है ड्राइव: 1,759 किलोमीटर