हुंडई अल्कजार Vs टाटा सफारी कंपेरिजन रिव्यू: डीजल ऑटोमैटिक, कैप्टन सीट वेरिएंट कंपेयर
Published On अगस्त 31, 2021 By भानु for हुंडई अल्कजार 2021-2024
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इस कंपेरिजन में हमने जिन दों कारों को रखा है वो किसी का भी ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर सकती है। एक तरफ टाटा की हैरियर एसयूवी का 7-सीटर वर्जन सफारी है तो वहीं दूसरी तरफ क्रेटा एसयूवी का 7-सीटर वर्जन अल्कजार है। इन दोनों कारों का सीधे तौर पर तो एक दूसरे से मुकाबला नहीं है क्योंकि अल्कजार से सफारी दो लाख रुपये ज्यादा महंगी है। ऐसे में क्या ये एक्स्ट्रा दो लाख रुपये वाजिब साबित होते हैं, जानेंगे इस कंपेरिजन रिव्यू में:-
कैसे हैं इनके लुक्स
यदि आप सड़क पर दूसरों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने का शौक रखते हैं तो आपको सफारी काफी पसंद आएगी। इसकी रोड प्रजेंस काफी शानदार है। वहीं साइज में भी इन दोनों कारों में काफी बड़ा अंतर नजर आता है जो इस प्रकार है:
टाटा सफारी |
हुंडई अल्कजार |
|
लंबाई |
4661मिलीमीटर |
4500मिलीमीटर |
चौड़ाई |
1894मिलीमीटर |
1790मिलीमीटर |
ऊंचाई |
1786मिलीमीटर |
1675मिलीमीटर |
व्हीलबेस |
2741मिलीमीटर |
2760मिलीमीटर |
सफारी के मुकाबले हुंडई अल्कजार का व्हीलबेस साइज ज्यादा है। मगर इसका डिजाइन काफी अर्बन लगता है जबकि सफारी थोड़ी दमदार एसयूवी नजर आती है।
अल्कजार में डार्क क्रोम वाली ग्रिल, ट्रिप्लेट फुल एलईडी हेडलैंप्स, कॉन्सेप्ट कारों जैसे 18 इंच के बड़े अलॉय व्हील्स जैसे फीचर्स दिए गए हैं। मगर इसका रियर प्रोफाइल काफी प्लेन नजर आता है।
दूसरी तरफ रियर प्रोफाइल के मोर्चे पर सफारी और हैरियर में काफी असमानताएं नजर आती है। जिस तरह अल्कजार का फ्रंट प्रोफाइल क्रेटा जैसा नजर आता है, वहीं सफारी भी अपने 5 सीटर वर्जन हैरियर जैसी ही नजर आती है। सफारी की फ्रंट ग्रिल में ट्राय एरो की डीटेलिंग की गई है, वहीं इसमें 18 इंच के अलॉय व्हील्स दिए गए हैं।
फीचर्स |
टाटा सफारी |
हुंडई अल्कजार |
डेटाइम रनिंग लैंप्स |
दिए गए हैं |
दिए गए हैं |
हेडलैम्प्स |
एचआईडी प्रोजेक्टर |
फुल एलईडी |
टेल लैंप |
एलईडी |
एलईडी |
अलॉय व्हील्स |
18 इंच |
18 इंच |
साइड स्टेप्स |
ऑप्शनल एसेसरीज |
उपलब्ध (केवल ऑटोमैटिक वेरिएंट में) |
दोनों कारों में ही काफी अच्छे खासे एक्सटीरियर फीचर्स दिए गए हैं। मगर इस मामले में टाटा सफारी एक ज्यादा बेहतर कार है।
कौन है ज्यादा पैसा वसूल एसयूवी
हुंडई अपनी कारों में कुछ सेगमेंट फर्स्ट फीचर्स देने के लिए जानी जाती है। क्रेटा के मुकाबले कंपनी ने अल्कजार एसयूवी में कुछ एडिशनल फीचर्स भी दिए हैं। वहीं टाटा मोटर्स ने युटिलिटी पर ज्यादा फोकस किया है। अल्कजार में वो सभी फीचर्स दिए गए हैं जो सफारी में मौजूद है।
दोनों के कॉमन फीचर्स पर डालते हैं एक नजर:
कॉमन फीचर्स |
|
कीलेस एंट्री |
क्रूज कंट्रोल |
पुश-बटन स्टार्ट |
स्टीयरिंग-माउंटेड ऑडियो/कॉल कंट्रोल |
टिल्ट/टेलीस्कोपिक एडजस्ट स्टीयरिंग |
सेकेंड और थर्ड रो एसी वेंट्स |
पावर्ड ड्राइवर सीट |
अपहोल्स्ट्री |
लेदरेट ऑटो-डिमिंग आईआरवीएम |
पैनोरमिक सनरूफ |
ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल |
फ्रंट और रियर आर्मरेस्ट |
अल्कजार में वेंटिलेटेड सीट्स, वायरलेस चार्जिंग और कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी जैसे फीचर्स दिए गए हैं और ये इस मामले में सफारी को पीछे छोड़ देती है। इसमें फ्रंट पार्किंग सेंसर, केवल ऑटोमैटिक वेरिएंट्स में साइड स्टेप्स और 360 डिग्री कैमरा जैसे फीचर्स भी दिए गए हैं जो सफारी में मौजूद नहीं है। दोनों कारों के इंफोटेनमेंट सिस्टम पर भी डालते हैं एक नजर:
इंफोटेनमेंट |
टाटा सफारी |
हुंडई अल्कजार |
टचस्क्रीन साइज़ |
8.8-इंच |
10.25-इंच |
एंड्रॉयड ऑटो |
हाँ |
हाँ (वायरलेस) |
एपल कारप्ले |
हाँ |
हाँ (वायरलेस) |
ऑडियो सिस्टम |
जेबीएल 9-स्पीकर |
बोस | 8-स्पीकर |
इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर |
सेमी-डिजिटल (7-इंच डिस्प्ले) फुल |
डिजिटल (10.25-इंच डिस्प्ले) |
अल्कजार के इंफोटेनमेंट सिस्टम का टच रिस्पॉन्स, यूजर इंटरफेस सफारी के इंफोटेनमेंट सिस्टम से ज्यादा बेहतर है। टाटा सफारी के इंफोटेनमेंट सिस्टम का स्क्रीन रेजोल्यूशन थोड़ा लोअर है और इसका इंटरफेस भी उतना खास नहीं है। इसके अलावा हुंडई अल्कजार में कॉन्फिग्रेबल थीम और हाई रेजोल्यूशन स्क्रीन के साथ फुल डिजिटल डिस्प्ले दी गई है। टाटा ने सफारी मे स्क्रीन को तो अच्छे से इंटीग्रेट किया है, मगर इनका फॉन्ट साइज काफी छोटा है और एनलॉग स्पीडोमीटर का लुक भी उतना खास नहीं है।
सफारी में जेबीएल का साउंड सिस्टम दिया गया है जिसकी साउंड क्वालिटी काफी अच्छी है। वहीं अल्कजार में दिया गया बोस साउंड सिस्टम से निकलने वाला साउंड काफी फ्लैट है।
दोनों कारों में कौनसे सेफ्टी फीचर्स दिए गए हैं डालते हैं इसपर एक नजर:
सेफ्टी फीचर्स |
|
डुअल फ्रंट एयरबैग्स |
आईएसओफिक्स चाइल्ड सीट माउंट्स |
साइड और कर्टन एयरबैग्स |
इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल |
ईबीडी के साथ एबीएस |
हिल असिस्ट |
बता दें कि अब तक ना सफारी और ना ही अल्कजार का ग्लोबल एनकैप की ओर से क्रैश टेस्ट किया गया है।
स्पेस कंपेरिजन
फ्रंट रो
इस मोर्चे पर सफारी काफी प्रभावित करती है। हालांकि इसमें व्हाइट अपहोल्स्ट्री दी गई है जिसे मेंटेन करना काफी मुश्किल हो जाता है। मगर इससे केबिन ज्यादा खुला खुला भी नजर आता है। अल्कजार के कंपेरिजन में सफारी में आपको ऊंची ड्राइविंग पोजिशन मिलती है। इसका ग्लास एरिया भी काफी बड़ा है जहां से बाहर का अच्छा व्यू मिलता है। हालांकि सफारी के केबिन की चौड़ाई काफी अच्छी है जहां ये बाजी जीत लेती है। दूसरी तरफ अल्कजार का केबिन काफी संकरा नजर आता है। वहीं इसमें ब्लैक कलर की केबिन थीम होने से केबिन में खुलेपन का अहसास भी नहीं होता है। वहीं इसके डैशबोर्ड का डिजाइन काफी फ्लैट है जिससे आपको अच्छा नीरूम स्पेस मिल जाता है।
माप |
टाटा सफारी |
हुंडई अल्काजर |
लेगरूम (न्यूनतम-अधिकतम) |
925मिलीमीटर - 1110मिलीमीटर |
900 मिमी - 1065मिलीमीटर |
नीरूम (न्यूनतम-अधिकतम) |
540मिलीमीटर - 760मिलीमीटर |
570मिलीमीटर - 800 मिमी |
हेडरूम (न्यूनतम-अधिकतम) |
925मिलीमीटर - 1040मिलीमीटर |
900 मिमी - 1010मिलीमीटर |
शोल्डर रूम की चौड़ाई |
1475मिलीमीटर |
1400मिलीमीटर |
सेकंड रो
सफारी के केबिन में प्रवेश करना और उससे बाहर निकलने का टास्क थोड़ा मुश्किल बन जाता है। इसमें कैप्टन सीट्स की कुशनिंग काफी अच्छी है। अच्छी खासी कद काठी वाले लोगों को इसमें थोड़ी फिसलन महसूस हो सकती है मगर ये सीट्स वाकई कंफर्टेबल है। कुल मिलाकर सफारी की सेकंड रो सीट्स काफी प्रेक्टिकल और कंफर्टेबल है।
माप |
टाटा सफारी |
हुंडई अल्कजार |
शोल्डर रूम |
1400मिलीमीटर |
1350मिलीमीटर |
हेडरूम |
970 मिमी |
960 मिमी |
नीरूम |
560मिलीमीटर (0) - 885मिलीमीटर |
500 मिमी (0) - 810मिलीमीटर |
हुंडई ने अल्कजार की सेकंड रो में अच्छे फीचर्स दिए हैं। यहां कंपनी ने स्टोरेज स्पेस के साथ सेंट्रल आर्मरेस्ट, वायरलेस चार्जर, पॉप-आउट कप होल्डर्स के साथ फोल्ड-आउट पिकनिक ट्रे और सन शेड्स जैसे फीचर्स दिए हैं। हालांकि फ्रंट रो की तरह यहां भी आपको थोड़े चौड़े केबिन की जरूरत महसूस होती है। सफारी के कंपेरिजन में इसकी सीटें छोटी भी नजर आती है जहां आपको अच्छा शोल्डर सपोर्ट नहीं मिलता है। इसकी सीटों का ओवरऑल प्रोफाइल थोड़ा फ्लैट महसूस होता है।
थर्ड रो
अल्कजार की सेकंड रो की कैप्टन सीट्स में टंबल का फंक्शन भी दिया गया है। वहीं सफारी में टच टंबल का फीचर केवल 7-सीटर वेरिएंट तक ही सीमित रखा गया है। टाटा सफारी की कैप्टन सीटें रिक्लाइन और फॉरवर्ड स्लाइड भी हो सकती है जिससे थर्ड रो तक आसानी से पहुंचा जा सकता है।
टाटा सफारी |
हुंडई अल्कजार |
|
शोल्डर रूम |
1165मिलीमीटर |
1240मिलीमीटर |
हेडरूम |
890मिलीमीटर |
930मिलीमीटर |
नीरूम |
600 मिमी - 780मिलीमीटर |
530मिलीमीटर - 610मिलीमीटर |
अल्कजार की थर्ड रो बच्चो को बैठने के लिहाज से ज्यादा अच्छी है। वहीं सफारी की थर्ड रो में छोटे सफर के दौरान एडल्ट्स भी आराम से बैठ सकते हैं। जहां टाटा सफारी में एसी वेंट्स की पोजिशनिंग शोल्डर लेवल तक आती है, वहीं अल्कजार में ये कमर के लेवल पर है जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सफारी थर्ड रो तक एसी की ठंडक ज्यादा अच्छे से पहुंचती होगी।
बूट स्पेस
अल्कजार में सफारी के मुकाबले ज्यादा अच्छा बूट स्पेस दिया गया है। जहां अल्कजार में 180 लीटर का बूट स्पेस दिया गया है तो वहीं सफारी में मात्र 73 लीटर का बूट स्पेस ही मिलता है। अल्कजार के बूट स्पेस में आप दो छोटे छोटे ट्रॉली बैग रख सकते हैं, वहीं सफारी में केवल बैक पैक्स और डफल बैग्स रखने जितना स्पेस ही मिलता है।
दोनों एसयूवी की थर्ड रो को फोल्ड किया जा सकता है। मगर इसके बाद सफारी में अल्कजार के मुकाबले ज्यादा बेहतर केबिन स्पेस और बूट स्पेस मिलता है।
इंजन स्पेसिफिकेशन
अल्कजार में 2.0 लीटर पेट्रोल और 1.5 लीटर डीजल इंजन की चॉइस दी गई है। दूसरी तरफ सफारी केवल 2.0 लीटर डीजल इंजन में ही उपलब्ध है। दोनों एसयूवी कारों में 6 स्पीड मैनुअल और 6 स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स की चॉइस रखी गई है। हमने इस कंपेरिजन में इनके डीजल ऑटोमैटिक वेरिएंट्स को ड्राइव करके देखा है जिनके एक्सपीरियंस के बारे में आप जानेंगे आगे:-
हुंडई अल्कजार
- अल्कजार का साइज सफारी से थोड़ा कम है और इसका वजन भी ज्यादा नहीं है ऐसे में सिटी में इसे ड्राइव करना और पार्क करना आसान है। यदि आप एक छोटी कार से खुद को किसी बड़ी कार में अपग्रेड कर रहे हैं तो आपको अल्कजार से फ्रेंडली होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा।
- इसमें दिया गया 1.5 लीटर इंजन काफी रिफाइंड है। वहीं इसके केबिन का नॉइस इंसुलेशन भी काफी अच्छा है जिससे डीजल इंजन की आवाज आपके कानों तक नहीं पहुंचती है।
- अल्कजार को 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ने में 12.93 सेकंड्स का समय लगता है। वहीं 20 से 80 किलोमीटर की स्पीड हासिल करने में 7.47 सेकंड्स लगते हैं।
- हाईवे पर ये कार 18.3 किलोमीटर प्रति लीटर और सिटी में 12.5 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज दे देती है।
- इसके डीजल इंजन का आउटपुट 115 पीएस और 250 एनएम है जो पैसेंजर्स से लोडेड होने के बावजूद आराम से ड्राइव करने में सक्षम है। हालांकि ओवरटेकिंग के दौरान आपको पहले से तैयारी रखनी पड़ती है।
- आपके एक्सलरेटर इनपुट के हिसाब से इसका 6 स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स काफी अच्छे से रिस्पॉन्ड भी करता है। इस कार में पैडल शिफ्टर का फीचर भी दिया गया है।
- सिटी में इसकी राइड क्वालिटी काफी अच्छी महसूस होती है। इसके सस्पेंशन गड्ढों को आराम से झेल भी लेते हैं।
टाटा सफारी
- इसका 2.0 लीटर डीजल इंजन ज्यादा एक्सलरेशन देने पर काफी शोर करता है।
- इस कार को 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार हासिल करने में 12.27 सेकंड्स लगते हैं जो कि अल्कजार से 0.66 सेकंड ज्यादा आगे रहती है।
- टाटा ने इसमें हुंडई से लिया गया 6 स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स दिया है जो इतना तेज तो नहीं है मगर ये काफी स्मूद जरूर है।
- बंपर टू बंपर ट्रैफिक में ये कार आराम से ड्राइव की जा सकती है।
- टाटा सफारी को चलाने का असली मजा हाईवे पर आता है। कई किलोमीटर तक ये कार आराम से ड्राइव की जा सकती है।
- हाईवे पर ये 16.99 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देती है और सिटी में ये 9.96 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देती है।
- ज्यादा ग्राउंड क्लीयरेंस और अच्छी तरह से ट्यून किए गए सस्पेंशन के कारण इस कार की राइड क्वालिटी भी काफी स्मूद बनी रहती है।
किसे चुनें?
ये दोनों 7-सीटर कारें अलग अलग कैटेगरी के लोगों के लिए बनी है। अल्कजार को उसकी फीचर लिस्ट की वजह से चुना जा सकता है। यदि आप इस कार पर ज्यादा खर्चा नहीं करना चाहते तो आप इसका बेस वेरिएंट भी ले सकते हैं जो सफारी के बेस वेरिएंट की बराबर की प्राइस में आता है और ज्यादा फीचर लोडेड भी है। वहीं इसमें दो इंजन के ऑप्शन भी दिए गए हैं जो फ्यूल एफिशिएंट भी है।
यदि आप हाईवे से ज्यादा सिटी में ड्राइव करते हैं तो आपको अल्कजार लेनी चाहिए। हालांकि इसकी सेकंड रो उतनी स्पेशियस नहीं है और इसकी थर्ड रो में भी केवल बच्चों को ही बैठाया जा सकता है। इसके अलावा इसमें अच्छा बूट स्पेस दिया गया है।
टाटा सफारी काफी स्पेशियस कार है और ये काफी पावरफुल भी है। यदि अक्सर आप रोड ट्रिप्स करते रहते हैं तो सफारी आपके बड़े काम की साबित हो सकती है। हालांकि इसमें ज्यादा बूट स्पेस नहीं दिया गया है और इसकी प्राइसिंग को देखते हुए फीचर्स की भी कमी नजर आती है।
कुल मिलाकर ज्यादा फ्यूल एफिशिएंसी, फीचर्स के लिए अल्कजार को चुना जा सकता है। वहीं स्पेस और परफॉर्मेंस के मोर्चे पर सफारी एक शानदार कार साबित होती है।