होंडा डब्ल्यूआर-वी डीजल एमटी: फर्स्ट ड्राइव रिव्यू

Published On अगस्त 31, 2020 By भानु for होंडा डब्ल्यूआर-वी 2020-2023

होंडा डब्ल्यूआर-वी को पिछले कुछ सालों में ठीक ठाक पॉपुलैरिटी मिली थी, मगर 2020 में काफी कुछ चीजें बदली है। सब-4 मीटर एसयूवी सेगमेंट में इसके मुकाबले में काफी कारें आ गई हैं जो कई मायनों में एक बेहतर पैकेज के तौर पर उपलब्ध है। ऐसे में होंडा ने भी इस मुकाबले में बने रहने के लिए डब्ल्यूआर-वी को कुछ अपडेट्स दिए हैं। अब सवाल ये उठता है कि क्या ये कार ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने के लिए काफी है? इस बारे में आप जानेंगे इस फर्स्ट ड्राइव रिव्यू के जरिए:-

कार टेस्टेड: होंडा डब्ल्यूआर-वी वीएक्स

इंजन: 1.5 लीटर डीजल

ट्रांसमिशन: 6-स्पीड मैनुअल

कीमत: 11 लाख रुपये (एक्स-शोरूम दिल्ली)

यदि आपको होंडा डब्ल्यूआर-वी के पिछले मॉडल का डिजाइन पसंद आया होगा तो बेशक आपको इस क्रॉसओवर कार के अपडेटेड मॉडल का डिजाइन पसंद आएगा। हालांकि इसके एक्सटीरियर में हुए बदलाव आपको ध्यान से देखने पर ही नजर आएंगे। इसमें फ्लोटिंग क्रोम बार के नीचे नए ब्लैक कलर के हॉरिजॉन्टल स्लैट्स दिए गए हैं जो इसकी ग्रिल को एक आक्रामक लुक देते हैं। इसमें पहली वाली ही हेडलैंप यूनिट दी गई है, मगर अब उसमें एलईडी प्रोजेक्टर यूनिट दे दी गई है जो अंधेरी सड़कों पर काफी अच्छी खासी रोशनी बिखेरती है। इसके फॉगलैंप्स में भी एलईडी ट्रीटमेंट किया गया है जिसकी हाउसिंग को डार्क ब्लैक फिनिशिंग दी गई है। 

इसके साइड और रियर प्रोफाइल को ज्यादा अपडेट्स नहीं मिले हैं। हालांकि इसमें नई डिजाइन के 16 इंच के शार्क ग्रे अलॉय व्हील और टेललैंप में नए एलईडी एलिमेंट्स दिए गए हैं।


इंटीरियर 

इस क्रॉसओवर कार के इंटीरियर में डिजाइन को बदलने के बजाए छोटे मोटे अपडेट्स दिए गए हैं। ऑल ब्लैक कलर स्कीम को छोड़कर बाकी सबकुछ वैसा का वैसा ही है। इस गाड़ी में अब भी स्पेस की कोई कमी नहीं है। बाहर की विजिबिलिटी भी काफी अच्छे से मिलती है और प्रैक्टिकैलिटी भी पहले की तरह बरकरार है। इसके इंटीरियर की क्वालिटी भी ठीक है, मगर इस मोर्चे पर टाटा नेक्सन,हुंडई वेन्यू,महिंद्रा एक्सयूवी300 जैसी कारें कहीं आगे है। 

इसके डैशबोर्ड के काफी हिस्से में प्लास्टिक का इस्तेमाल किया गया है, वहीं एसी वेंट्स,स्टीयरिंग व्हील,इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर और सेंटर कंसोल के चारो ओर सिल्वर एलिमेंट का इस्तेमाल किया गया है। 

वहीं ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल पर पियानो ब्लैक फिनिशिंग की गई है। इसमें ड्राइवर के लिए कूल्ड कप होल्डर और डीप आर्मरेस्ट स्टोरेज भी दिया गया है जो कि 12 वोल्ट एसेसरीज़ सॉकेट से लैस है। हालांकि इसी जगह पर एक यूएसबी पोर्ट की कमी महसूस होती है। 

इसकी ड्राइविंग सीट पर बैठते ही अहसास हो जाता है कि यह पहले से ज्यादा कंफर्टेबल और सपोर्टिव हो गई है। इसपर लंबा और चौड़ा शख्स आराम से फिट हो सकता है। डब्ल्यूआर-वी में हाइट एडजस्टेबल ड्राइवर सीट के साथ टिल्ट एंड टेलिस्कोपिक एडजस्टेबल स्टीयरिंग स्टैंडर्ड दिए गए हैं। होंडा की इस कार में एक अच्छी ड्राइविंग पोजिशन मिलती है। इसके टॉप मॉडल डब्ल्यूआर-वी वीएक्स में कीलैस एंट्री,पुश बटन स्टार्ट स्टॉप,लैदर रैप्ड मल्टी फंक्शन स्टीयरिंग व्हील,ब्लू ब्लैक लाइटिंग वाला मल्टी इंफॉर्मेंशन डिस्प्ले और क्रूज कंट्रोल जैसे फीचर्स दिए गए हैं। पहले इसमें क्रूज कंट्रोल का फीचर केवल डीजल वेरिएंट में ही दिया गया था जो अब स्टैंडर्ड कर दिया गया है। 

इसमें पहले की तरह एपल कारप्ले और एंड्रॉइड ऑटो कनेक्टिविटी से लैस 7 इंच की 2.0 डिजिपैड टचस्क्रीन दी गई है। इस इंफोटेनमेंट की एक बात जो हमें पसंद नहीं आई वो ये है कि ये इग्निशन ऑन करने के कुछ देर बार अपने हिसाब से बूट होता है। इसके अलावा सीधी धूप पड़ने से इस पर डिस्प्ले होने वाली इंफॉर्मेशन को भी ठीक ढंग से पढ़ने में नहीं आती है। इसके साइड में ही वर्टिकली पोजिशन किए गए कंट्रोल्स दिए गए हैं और ये 6 स्पीकर वाले साउंड सिस्टम से जुड़ा है। डब्ल्यूआर-वी में वीडियो प्लेबैक के लिए एचडीएमआई और यूएसबी पोर्ट भी दिए गए हैं। 

इस गाड़ी में काफी फीचर्स की कमी भी खलती है, जिनमें ऑटोमैटिक हेडलैंप्स,रेन सेंसिंग वायपर्स,वायरलैस चार्जिंग,रियर एसी वेंट्स और आर्मरेस्ट शामिल हैं। वहीं फ्रंट आर्मरेस्ट में स्लाइडिंग फंक्शन भी मौजूद नहीं है। 

रियर रो

इसके डोर काफी चौड़े हैं जिससे सेकंड रो में प्रवेश करना और उससे बाहर निकलना काफी आसान रहता है। फ्रंट की तरह इस कार के रियर में भी काफी स्पेस नजर आता है जिसका श्रेय इसकी बड़ी विंडो और सनरूफ को दिया जाना चाहिए जिनसे एक खुलेपन का अहसास होता है। 

इसकी सीट्स भी काफी कंफर्टेबल है जिनपर बैठकर लंबा सफर किया जा सकता है। इसमें नीरूम और हेडरूम स्पेस की भी कोई कमी नहीं है, मगर अंडरथाई सपोर्ट थोड़ा कम मिलता है। इसमें काफी नीचे की तरफ सेट किए गए हेडरेस्ट दिए गए हैं जो ना ही तो कंफर्ट देने के लिहाज से बेहतर हैं और ना ही ये आपके सिर को सेफ रख पाने में सक्षम होते हैं। 

हालांकि इसमें अच्छा शोल्डर रूम मिलता है जिससे कि कोई अच्छी खासी चौड़ाई वाला पैसेंजर भी बाकी पैसेंजर्स के साथ पीछे की सीट पर आराम से बैठ सकता है। 

बूट और स्टोरेज स्पेस

इस गाड़ी में अच्छे खासे स्टोरेज स्पेस दिए गए हैं चाहे फिर वो कप होल्डर्स हों या फ्रंट आर्मरेस्ट के नीचे स्पेस हो या फिर फ्रंट सीट पॉकेट्स। इसके सभी दरवाजों पर बॉटल होल्डर्स भी दिए गए हैं जिसमें केवल एक लीटर तक की बॉटल रखी जा सकती है। 

डब्ल्यूआर-वी में 363 लीटर का बूट स्पेस दिया गया है जो टाटा नेक्सन,मारुति विटारा ब्रेजा और हुंडई वेन्यू के कंपेरिजन में कहीं बेहतर है। चार लोगों की फैमिली के हिसाब से इसमें आराम से काफी सारा लगेज ले जाया जा सकता है। लो लोडिंग लिप के कारण इसके बूट एरिया में काफी आराम से सामान रखा जा सकता है। मगर, इसमें 60:40 के अनुपात में फोल्ड होने स्पिलट सीटें नहीं दी गई है जिसके चलते आप कोई ज्यादा भारी और साइज में बड़ा बैग इसमें नहीं रख सकते हैं। 

सेफ्टी फीचर्स

इस गाड़ी में पहले की तरह ड्यूल फ्रंट एयरबैग,ईबीडी के साथ एबीएस,पार्किंग सेंसर से लैस रियर पार्किंग कैमरा,हाई स्पीड अलर्ट और रियर डिफॉगर जैसे सेफ्टी फीचर्स दिए गए हैं। इसके एंट्री लेवल वेरिएंट एसवी में रियर वायपर के साथ वॉशर और ड्यूल हॉर्न की कमी महसूस होती है। 

इंजन और परफॉर्मेंस

नई डब्ल्यूआर-वी को बीएस6 पेट्रोल और डीजल इंजन के साथ पेश किया गया है। इसके पेट्रोल वेरिएंट में 1.2 लीटर आई-वीटेक इंजन दिया गया है जिसकी पावर 90 पीएस और टॉर्क 110 एनएम है। वहीं डीजल वेरिएंट में 1.5 लीटर इंजन दिया गया है जो 100 पीएस की पावर और 200 एनएम का टॉर्क जनरेट करता है। पेट्रोल इंजन के साथ इसमें 5-स्पीड मैनुअल जबकि डीजल इंजन के साथ 6-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स दिया गया है। 

हमारे टेस्ट में हमने होंडा डब्ल्यूआर-वी के डीजल मॉडल को चलाकर देखा है। बीएस6 अपडेट के बाद एक तरफ जहां इस इंजन के रिफाइनमेंट लेवल में सुधार हुआ है, वहीं दूसरी तरफ इसकी परफॉर्मेंस और एफिशिएंसी में गिरावट आई है। इंजन अपग्रेडेशन के चलते इसके एनवीएच लेवल में भी काफी सुधार हुआ है और अब टायरों की आवाज केबिन तक नहीं पहुंचती है। 

पहले की तरह इसका इंजन 100 पीएस की पावर और 200 एनएम का टॉर्क जनरेट करने में सक्षम है जो कि 6-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स से लैस है। इसके सभी वेरिएंट में अब भी ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का ऑप्शन नहीं दिया गया है। इसका क्लच काफी हल्का और गियर स्टिक थ्रो काफी अच्छे हैं। हालांकि इसका इंजन थोड़ा वाइब्रेट करता है, मगर स्पीड बढ़ने के साथ साथ ये काफी स्मूद हो चलता है। कुल मिलाकर बीएस4 इंजन के मुकाबले अपडेटेड बीएस6 इंजन में काफी सुधार हुए हैं। 

1600 आरपीएम से नीचे तक तो ये इंजन थोड़ा सा ढीला ही रहता है, जहां आप सिटी के ट्रैफिक में पहले या दूसरे गियर पर ही होते हैं। मगर फिर थोड़ी खुली खुली सड़कों पर इसमें एक नई सी जान आ जाती है। 

हमारे टेस्ट में इस कार को 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार हासिल करने में केवल 12.84 सेकंड का समय लगा। इस मामले में ये अपने बीएस4 मॉडल के मुकाबले महज आधा सेंकड पीछे रही। 

वहीं 30 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार हासिल करने में ये अब 8.89 सेकंड के बजाए 9.75 सेकंड का समय लेती है और 40 से 100 किलोमीटर की रफ्तार हासिल करने के लिए इसे अब 14.22 सेकंड के बजाए 16.66 सेकंड का समय लगता है। ऐसे में अब किसी गाड़ी को ओवरटेक करने से पहले आपको और ज्यादा तैयार रहना पड़ेगा। 

इसके डीजल इंजन का माइलेज अब पहले से थोड़ा कम हो गया है। अब ये कार 25.5 किलोमीटर प्रति लीटर के बजाए 23.7 किलोमीटर प्रति लीटर का ही माइलेज देती है। 

राइड और हैंडलिंग 

सीटों की तरह होंडा की इस गाड़ी के सस्पेंशन सेटअप भी काफी सॉफ्ट और स्पंजी है। ये छोटे मोटे गड्ढों पर से तो आराम से गुजर जाती है, मगर ज्यादा खराब सड़कों से निपटने में इसे थोड़ी बहुत दिक्कत आती है। यदि इसकी रियर सीटों पर केवल एक या दो पैसेंजर बैठे हो तो ये काफी अच्छे से चलती है। सिटी ड्राइविंग के लिहाज से इसका स्टीयरिंग व्हील काफी लाइट है और ज्यादा स्पीड पर इसका वजन काफी बैलेंस्ड रहता है। 

इस गाड़ी की ब्रेकिंग कैपेसिटी भी अब पहले से काफी बेहतर हो चुकी है। वैसे तो ब्रेक पैडल काफी स्मूद लगता है, मगर लगातार ब्रेकिंग करते हुए ये कुछ हार्ड लगने लगता है पर बाद में आप इसके आदी हो जाते हैं। 

निष्कर्ष

डब्ल्यूआर-वी को अपडेट करने के साथ ही होंडा ने अब इसके वेरिएंट लाइनअप में बदलाव करते हुए एस वेरिएंट को एक नए फीचर लोडेड एसवी वेरिएंट से रिप्लेस कर दिया है। इसके बाद इस गाड़ी की शुरूआती कीमत 35000 रुपये तक बढ़ गई है। इसका टॉप वेरिएंट वीएक्स खरीदने के लिए अब आपको 65,000 रुपये ज्यादा खर्च करने होंगे। 

डब्ल्यूआर-वी को खरीदने के पीछे इस गाड़ी की प्रैक्टिकैलिटी, ज्यादा केबिन स्पेस और कंफर्ट लेवल जैसे कारण हो सकते हैं। यदि आप इन फैक्टर्स को ज्यादा तवज्जो देते हैं तो डब्ल्यूआर-वी आपके लिए काफी फिट बैठेगी। मगर,यदि आप अपनी कार में ज्यादा फीचर्स,एक प्रीमियम इंटीरियर और ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का ऑप्शन चाहते हैं तो इस सेगमेंट आपको कुछ और बेहतर ऑप्शंस मिल जाएंगे।

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