वजिरानी इकोंक: भारत की सबसे तेज और दुनिया की सबसे लाइटवेटेड इलेक्ट्रिक हायपर कार
संशोधित: अक्टूबर 26, 2021 06:38 pm | भानु
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मुंबई बेस्ड इंडिपेंडेंट कारमेकर वजिरानी ऑटोमेटिव ने अपनी अपकमिंग इलेक्ट्रिक कार इकोंक हायपर से पर्दा उठाया है। ये शानदार रूफलेस सिंगल सीटर कार 700 पीएस की पावर के साथ मात्र 2.54 सेकंड में 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ लगाएगी। ये देश की इतने शानदार एक्सलरेशन पावर वाली पहली कार होगी। अभी इस कार को लॉन्च किए जाने की समय सीमा और प्राइस से पर्दा नहीं उठाया गया है। मगर इस स्टार्टअप ऑटो मैन्युफैक्चरिंग कंपनी का कहना है कि वो अपनी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल शल सुपरकार में भी करेगी। वहीं कंपनी का दावा है कि वो हल्की और एनर्जी एफिशिएंट इलेक्ट्रिक कारें भी तैयार कर सकती है।
2018 में वजिरानी की पहली स्पोर्ट्स कार सामने आई थी जो यूके में शल हाइब्रिड हायपर कार के तौर पर पेश की गई थी। इस कार को भारत में 2021 तक लॉन्च किया जाना था, मगर दूसरी कंपनियों की तरह इस कंपनी के प्लान पर भी कोरोना वायरस ने पानी फेर डाला। अब कंपनी का कहना है कि वो अगले साल तक शल को भारत में उतार सकती है।
शल से अलग इकोंक पूरी तरह से इलेक्ट्रिक कार है जिसकी बॉडी स्टाइल स्पोर्ट्स कार जैसी है। कंपनी का कहना है कि इस कार को उन्होंने एनएटीआरएक्स टेस्ट ट्रेक पर 309 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड के साथ टेस्ट किया है। दूसरी इलेक्ट्रिक स्पोर्ट्स कार और सुपरकार्स के मुकाबले इसकी टॉप स्पीड ज्यादा है और ये इस मोर्चे पर 260 किलोमीटर प्रति घंटे की टॉप स्पीड वाली पोर्श टायकेन पर भारी पड़ती दिखाई दे रही है।
वजिरानी के अनुसार इकोंक का वजन 738 किलो है जो मारुति सुजुकी ऑल्टो से 20 किलो हल्की है। इसमें 732 पीएस की पावर वाली इलेक्ट्रिक मोटर दी गई है। 2.54 सेकंड्स में 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की दावाकृत रफ्तार पकड़ने वाली ये कार लेंबॉर्गिनी हराकेन इवो से भी तेज बताई गई है।
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वजिरानी की इंजीनियरिंग टीम ने इसके लिए एक खास बैट्री टेक्नोलॉजी तैयार की है जिसे मॉडर्न इलेक्ट्रिक कारों की तरह लिक्विड कूल सिस्टम की जरूरत नहीं पड़ती है। इसमें वेंट्स के जरिए एंटर होने वाली एयर बैट्री के लिए जरूरी टेंपरेचर मेंटेन करने में सक्षम रहती है। सॉलिड स्टेट डायरेक्ट कूलिंग टेक्नोलॉजी बैट्री का वजन कम रखने में मदद करती है और कार को सेफ, कॉस्ट इफेक्टिव और अच्छी परफॉर्मेंस और लंबी रेंज देने लायक भी बनाती है। अभी कंपनी ने इस कार की रेंज से जुड़ा आंकड़ा नहीं बताया है।
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शुल की लॉन्चिंग के बाद इकोंक के लिमिटेड प्रोडक्शन यूनिट्स बिक्री के लिए उपलब्ध हो सकते हैं। वाजिरानी इकोंक को कुछ महीने पहले ही शोकेस किया गया था। उसी दौरान मीन मेटल मोटर्स ने अपनी पहली इलेक्ट्रिक सूपरकार अजानी शोकेस की थी जिसमें 120 केडब्ल्यूएच का बैट्री पैक लगा है।
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