जयपुर में लॉन्च हुए कारदेखो गाड़ी स्टोर
कारदेखो ग्रुप ने जयपुर में ‘कारदेखो गाड़ी' के 3 नए स्टोर खोले हैं। यह कारदेखो ग्रुप की सहायक कंपनी है, जहां यूज़्ड कारों में डील की जाती है। जयपुर से ही 2008 में कारदेखो की शुरुआत हुई थी। तब से कारदेखो तेजी से बढ़ी रही है और यहां तक कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी इसका विस्तार हुआ है। आसान और भरोसेमंद माध्यम से अपनी पुरानी कार बेचने के रूप में कंपनी ने लगातार ग्राहकों के बीच अपना विश्वास बनाया है।
जयपुर में इन स्टोर की शुरुआत कंपनी के देशभर में 2020 तक 200 स्टोर खोलने की योजना के तहत है। वर्तमान में, दिल्ली-एनसीआर और बैंगलोर में कंपनी के पहले से ही 32 स्टोर हैं। कंपनी जल्द ही पुणे और लखनऊ में भी कारदेखो गाड़ी स्टोर खोलेगी।
जयपुर में कारों की बिक्री में वृद्धि देखी जा रही है, विशेषकर पुरानी कारों में। कारदेखो गाड़ी की खासियत ग्राहकों को परेशानी मुक्त और भरोसेमंद माध्यम से कार बेचने के साथ उन्हें कार की अच्छी रीसेल वैल्यू, मुफ्त आर.सी. ट्रांसफर, लोन क्लोजर असिस्टेंट, इंस्टेंट मनी ट्रांसफर और अपने आउटलेट पर कार निरीक्षण प्रदान करना है।
लॉन्च के इस मौके पर टिप्पणी करते हुए कारदेखो के सीईओ और को-फाउंडर, श्री अमित जैन ने कहा कि, “कारदेखो ने एक दशक से अधिक समय पहले जयपुर से एक ऑनलाइन ऑटोमोबाइल कंपनी के रूप में अपनी यात्रा शुरू की थी। आज हम देश में एक विश्वसनीय ऑटो ब्रांड हैं। जयपुर, जहां से कंपनी की शुरुआत हुई थी, यहां ग्राहकों की सेवा के लिए कारदेखो गाड़ी के नए स्टोर लॉन्च करना एक अद्भुत अहसास है। हम न केवल कार खरीदने या बेचने में ग्राहकों की मदद करते हैं, बल्कि सही निर्णय लेने में भी उनकी सहायता करते हैं। नई कार खरीदने से लेकर पुरानी कार बेचने तक सभी क्षेत्रों में हम हमारे ज्ञान और विशेषज्ञता द्वारा ग्राहकों की मदद करते हैं।”
गाड़ी के सीईओ और को-फाउंडर, विभोर सहारे ने कहा कि, “हम यूज़्ड कार सेगमेंट में गहराई से डूबे हुए हैं और अब ग्राहकों को अपनी कार अत्यंत आसानी से बेचने में मदद करना चाहते हैं। कई शहरों में तेजी से बढ़ते गाड़ी स्टोर के संचालन हमारे भरोसे की पुष्टि करते हैं। भारत में यूज़्ड कारों की बिक्री के लिए हम एक विश्वसनीय मंच बनाने के लिए अपना समय और ऊर्जा निवेश करना जारी रखेंगे।”
मैक्किंज़े एंड कंपनी की रिसर्च के अनुसार भारत में यूज़्ड कारों का मार्केट निरंतर बढ़ रहा है और 2021 तक भारत यूज़्ड कार सेगमेंट का विश्व में तीसरा सबसे बड़ा बाजार बन जाएगा। कारों की लाइफ-साइकिल, उत्सर्जन और सुरक्षा मानदंडों में बदलाव के कारण उपभोक्ताओं के बीच पुरानी कारों की मांग में वृद्धि हुई हैं। सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (एस.आई.ए.एम.) के अनुसार गाड़ी जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की मदद से यूज़्ड कार डीलर की पहुंच ग्राहकों तक बढ़ी है।