भारत में फ्लेक्स-फ्यूल इंजन 6 से 8 महीने में मिल सकते हैं : नितिन गडकरी
संशोधित: अक्टूबर 22, 2021 06:51 pm | सोनू
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सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के मंत्री नितिन गडकरी ने एक इवेंट में कहा है कि भारत में अगले छह से आठ महीने में फ्लेक्स-फ्यूल इंजन मिल सकते हैं। फ्लेक्स-फ्यूल में पेट्रोल में इथेनॉल का मिश्रण होता है जिसकी कॉस्ट पेट्रोल से कम होती है।
गडकरी ने कहा कि सरकार ने पहले सुप्रिम कोर्ट में एक एफिडेविट फाइल की थी जिसमें कंपनियों को यूरो 4 नॉर्म्स के अनुसार फ्लेक्स-फ्यूल इंजन तैयार करने की अनुमति देने को कहा था। अब कंपनियां यूरो 6 नॉर्म्स वाले फ्लेक्स-फ्यूल इंजन तैयार करेंगी।
गडकरी ने यह भी कहा है कि इन इंजनों को अनवार्य करने के बाद कारों की लागत नहीं बढ़ेगी, हालांकि इस बारे में उन्होंने ज्यादा जानकारी नहीं दी। असल में फ्लेक्स-फ्यूल इंजन को तैयार करना एक बड़ी चुनौती है जिसमें मौजूदा इंजनों में कई जरूरी बदलाव करने होते हैं।
सरकार इस समय फ्लेक्स-फ्यूल इंजन तैयार करने पर जोर दे रही है। अगस्त में नितिन गडकरी ने कहा था कि एक साल में फ्लेक्स-फ्यूल इंजन पर काम शुरू हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा था कि भारत जल्द ही ग्रीन हाइड्रोजन का एक्सपोर्ट भी शुरू कर सकता है। हाइड्रोजन फ्यूल में लो-इमिशन कार्बन सोर्सेज से पानी को अलग किया जाता है।
फ्लेक्स-फ्यूल इंजन को लेकर सरकार काफी उत्साहित नजर आ रही है, हालांकि किसी भी कपंनी की तरफ इसको लेकर अभी कोई तक ऑफिशियल स्टेटमेंट नहीं आया है।