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मर्सिडीज एएमजी जीएलई 53 4मैटिक+ कूपे : फर्स्ट ड्राइव रिव्यू

Published On दिसंबर 15, 2020 By भानु for मर्सिडीज एएमजी जीएलई 53

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भारत में एएमजी कारें पसंद करने वालों के बीच एक बात काफी कॉमन है। इन्हें स्पीड और आवाज करने वाली कारों से काफी प्यार होता है जो काफी प्रेक्टिकल भी होती हैं। अब इस सेगमेंट में बड़े से नाम वाली मर्सिडीज एमजी जीएलई 53 4मैटिक+ कूपे भी शामिल हो गई है। भारत में पहली बार किसी एएमजी कार के बूट पर '53' लैटर्स दिया गया है। 63 वर्जन के मुकाबले ये दिखने में उतनी खास नहीं है, मगर चलाने में 43 से भी ज्यादा स्पोर्टी है। इसके अलावा ये जीएलई के अपडेटेड वर्जन पर बेस्ड है जो दिखने में काफी आकर्षक है और इसके केबिन में मर्सिडीज़ की लेटेस्ट टेक्नोलॉजी भी दी गई है। क्या इन खासियतों के चलते जीएलई 53 एएमजी आपके लिए है बेहतर? जाने इस रिव्यू में:-

लुक्स

पहली नजर में ही ये किसी को भी आकर्षित कर सकती है। इसे आप चाहे फ्रंट से देखें या साइड से या फिर पीछे से, ये हर तरफ से काफी स्टाइलिश लगती है। इसके फ्रंट में पैनअमेरिकाना ग्रिल दी गई है जो आजकल हर एएमजी कारों में देखने को मिल जाती है, वहीं इसके बड़े से साइज को और बड़ा दिखाने के लिए ग्रिल पर किसी युवा की हथेली से बड़ा स्टार दिया गया है। 

ये एक ऑल ब्लैक नाइट वर्जन में भी आती है जिसमें ग्रिल के अलावा और कहीं भी क्रोम का इस्तेमाल नहीं किया गया है। इसके अलावा इसमें एलईडी हेडलैंप्स और डेटाइम रनिंग लैंप्स दिए गए हैं जो दिखने में काफी सिंपल और छोटे लगते हैं, मगर इनसे गाड़ी का फ्रंट लुक अच्छा दिखता है। हालांकि इसमें दी गई मल्टीबीम एलईडी लाइट्स काफी हाई टेक है। इनकी खूबी ये है कि सामने से व्हीकल के आने पर बीम को ऑल्टर कर देती है जिससे उस व्हीकल के ड्राइवर को भी सामने का नजारा अच्छी तरह से दिख सके। 

साइड प्रोफाइल की बात करें तो जीएलई के इस जनरेशन मॉडल में रूफलाइन बूट तक पहुंच रही है। इसमें बड़े सेक्शन वाले टायरों पर 21 इंच के व्हील दिए गए हैं। इसका रियर प्रोफाइल हराकैन ईवीओ से 10 मिलीमीटर से बड़ा है। 

इसके रियर प्रोफाइल में सबसे आकर्षक चीज तीन क्वाटर्र है। इसके छोटे टेललैंप्स, एकदम सोबर डिजाइन और क्वाड एग्जॉस्ट और स्लोपिंग रूफलाइन एक साथ देखने पर काफी शानदार लगते हैं। कुल मिलाकर, जीएलई 53 की रोड प्रजेंस काफी आकर्षक है। 

इंटीरियर

कुछ प्लास्टिक स्विच को छोड़ दे तो जीएलई के केबिन की क्वालिटी इसकी प्राइस टैग के हिसाब से काफी शानदार लगती है। इसका ओवरऑल लेआउट जीएलई के स्टैंडर्ड मॉडल जैसा ही है जिसमें लेटेस्ट एमबक्स इंफोटेनमेंट सिस्टम और उसके नीचे काफी सारे एसी वेंट्स दिए गए हैं। ऐसी चीजें एएमजी गाड़ियों में सफर करने का एक अलग ही अहसास कराती हैं। 

इसमें मोटा मैटेलिक स्टीयरिंग व्हील दिया गया है जिसमें प्रीमियम अलाकांट्रा कवर चढ़ा हुआ है जिसे छूनेभर से ही काफी शानदार अहसास होता है और इसी पर स्पेशल एएमजी टॉगल भी दिए गए हैं। इसके बाईं तरफ कलर डिस्प्ले के साथ राउंड ड्राइव मोड सलेक्टर दिया गया है। वहीं दाईं तरफ डिस्प्ले के साथ ही कस्टमाइजेबल बटन्स दिए गए है जो सस्पेंशन, एएमजी इलेक्ट्रॉनिक्स, एग्जॉस्ट साउंड, राइड हाइट और अन्य चीजों को बदलने के काम आते हैं। इन्हीं सब चीजों को सेंटर कंसोल पर दिए गए अलग से फिजिकल टॉगल से भी एडजस्ट किया जा सकता है। 

स्टीयरिंग व्हील के ठीक आगे आपको कस्टमाइजेबल कलर हेड्स अप डिस्प्ले नजर आएगी। इसी के नीचे बड़ी सी इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर की डिस्प्ले भी दी गई है जिसका रेजॉल्यूशन आपके घर की कुछ एलईडी पैनल्स से ज्यादा बेहतर है। कई कस्टमाइजेबल डिस्प्ले में से मिडिल में दी गई डिस्प्ले पर टैकोमीटर, बाईं तरफ स्पीड डिस्प्ले और दाईं तरफ रेव्स डिस्प्ले दी गई है। रेड स्पोर्ट प्लस मोड पर इंफोटेनमेंट की डिस्प्ले पर जी फोर्स और टॉर्क की जानकारी शो होती है। 

फीचर्स और प्रेक्टिकैलिटी

इस कार में 4 जोन क्लाइमेट कंट्रोल, बड़ी सी पेनोरमिक सनरूफ, कोल्ड एंड हीटेड सीट्स, बर्मस्टर साउंड सिस्टम, वॉइस कमांड के साथ कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी और फ्रंट सीटों पर सीट काइनेटिक्स जैसे फीचर्स दिए गए हैं। 

इसके अलावा इसमें दो कपहोल्डर्स, बॉटल के लिए बड़े डोर पॉकेट्स और सेंटर कंसोल और आर्मरेस्ट में काफी सारे स्टोरेज स्पेस दिए गए हैं। वहीं पीछे की तरफ भी फोन और कपहोल्डर दिए गए हैं। इस गाड़ी में सभी यूएसबी चार्जर पोर्ट्स सी टाइप के हैं, ऐसे में आपको इसके लिए अलग से केबल लेनी ही पड़ेगी। 

इस कार की रियर सीट्स पर तीन लोग आराम से बैठ सकते हैं, वहीं दो पैसेंजर्स के लिए तो अच्छा खासा स्पेस बन जाता है। 6 फुट लंबे पैसेंजर के लिए इसमें पर्याप्त हेडरूम मिल जाता है। बूट स्पेस भी 655 लीटर का है। पीछे की सीटों को फोल्ड करने के बाद ज्यादा बूट स्पेस तैयार करने की गुंजाइश भी रहती है, वहीं लोडिंग लिप को भी नीचे किया जा सकता है। 

इंजन और परफॉर्मेंस

इसका इंजन एक गरज के साथ ऑन होता है। हालांकि एग्जॉस्ट में दी गई बटरफ्लाय वॉल्व्स के रहते ये आवाज तुरंत गायब हो जाती है मगर ऐसा स्पोर्ट प्लस मोड पर नहीं होता है। कंफर्ट मोड पर चलाते हुए आपको इस कार में कुछ भी खास महसूस नहीं होगा। इसमें पावर डिलीवरी की कोई कमी महसूस नहीं होगी और कोई नौसिखिया ड्राइवर भी इसे आराम से हैंडल कर सकता है। क्लच दबाते हुए एक्सलरेट करने पर ये गाड़ी तुरंत ओवरटेकिंग के लिए तैयार हो जाती है। कुल मिलाकर जीएलई ड्राइव करते वक्त आपको ये किसी दूसरी लग्जरी एसयूवी कार जैसी ही लगेगी जिनके एग्जॉस्ट से थोड़ी गुर्राने की आवाज आती है। 

इसका इंजन 430 पीएस की पावर जनरेट करने में सक्षम है। इस इंजन के साथ 9-स्पीड गियरबॉक्स दिया गया है। वहीं इसमें एक इलेक्ट्रिक मोटर भी लगी है जो 22 पीएस की पावर और 250 एनएम का टॉर्क सप्लाय करती है। एमजी जीएलई काफी तेज कार है और रेड मोड ऑन करने के बाद तो इसका कमाल आपको आगे पता चलेगा। 

जैसे ही आप ड्राइव मोड सलेक्टर को रोटेट करते हुए स्पोर्ट प्लस मोड पर आएंगे तो सभी चीजें रेड कलर में बदल जाएंगी। इंफोटेनमेंट डिस्प्ले बैकग्राउंड की सेटिंग रेड कलर की हो जाएगी, वहीं स्टीयरिंग पर दी गई डिस्प्ले भी रेड कलर की हो जाती है और इसी मोड पर आपके दिल की धड़कने भी बढ़ने लग जाती है क्योंकि ये एसयूवी सरपट दौड़ने लगती है। इसका गियरबॉक्स रेव्स को 2000 आरपीएम के करीब होल्ड करके रखता है और टर्बो हमेशा आने को तैयार रहता है। 

एएमजी 53 को 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार हासिल करने में महज 5.5 सेकंड्स का समय लगता है। बता दें कि इसमें स्पेशली कोई लॉन्च कंट्रोल नहीं दिया गया है। इस गाड़ी का वजन 2.3 टन के करीब है। इसकी सबसे बड़ी खासियत ये है कि इसका पावर और एक्सलरेशन आपको रोमांचित करता है मगर ये आपको जरा भी घबराने नहीं देते हैं। 

राइड और हैंडलिंग 

ये जर्मन कार ना सिर्फ तेजी से स्पीड पकड़ती है। बल्कि कॉर्नर्स पर भी ये काफी कमाल की साबित होती है। इसमें ऑल व्हील ड्राइव सिस्टम दिया गया है जिससे सभी टायरों पर बराबर से पावर पहुंचती है और कॉर्नर्स पर बैलेंस बना रहता है। 


स्पोर्ट प्लस मोड पर इसका स्टीयरिंग थोड़ा भारी लगने लग जाता है, मगर व्हील्स से आपको काफी अच्छा फीडबैक मिलता है। हालांकि सभी एसयूवी की तरह इसमें भी बॉडी रोल को महसूस किया जा सकता है। मगर इसके एयर सस्पेंशन अपना काम बखूबी करते हैं और दिशा बदलते हुए या फिर कॉर्नर्स पर गाड़ी को स्मूद रखते हैं। 

इसकी राइड क्वालिटी हर दूसरी एसयूवी कारों की तरह ही है। कंफर्ट और बाकी मोड्स पर इसकी राइड हाइट 55 मिलीमीटर तक बढ़ जाती है और 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक बनी रहती है। इससे गाड़ी की कुशनिंग और ग्राउंड क्लीयरेंस अच्छा हो जाता है। इस वजह से हर लैडर फ्रेम चेसिस पर तैयार एसयूवी की तरह इसके केबिन में भी साइड टू साइड मूवमेंट को महसूस किया जा सकता है। खराब रास्तों पर ना सिर्फ बेहतर कुशनिंग मिलती है बल्कि लंबे सफर के दौरान हर पैसेंजर आराम से बैठा रह सकता है। हालांकि इस एसयूवी को ऑफ रोडिंग के लिहाज से इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है क्योंकि इसके 21 इंच के व्हील आपको अच्छी राइड तो दे देंगे मगर ये चट्टानी रास्तों का सामना नहीं कर सकते हैं। 

निष्कर्ष

स्पोर्टी ड्राइविंग के शौकीनों को ऐसी कारों से हद से ज्यादा उम्मीदें होती हैं। एक एएमजी को तेज, शोर मचाने वाली और लग्जरी फैक्टर वाली कार होना चाहिए। मगर भारत के लिहाज से इसे यहां की सड़कों और भारी ट्रैफिक से भी सामना करना पड़ता है और जो एएमजी इन सभी चुनौतियों को पूरा कर सकती है तो जाहिर तौर पर उसकी प्राइस भी ज्यादा ही होगी। मर्सिडीज एएमजी जीएलई 53 4 मैटिक+ कूपे ऐसी ही एक कार है जो इन सब चुनौतियों का सामना कर सकती है और इसकी प्राइस 1.2 करोड़ रुपये एक्स-शोरूम है। ये कार दिखने में भी काफी अच्छी है और इसके रोड प्रजेंस की तो जितनी तारीफ की जाए उतनी ही कम है। एक और अच्छी बात ये भी है कि इसमें 5 लोग बड़े आराम से सफर कर सकते हैं, वहीं हमारे यहां कि सड़को की कंडीशन को देखते हुए भी आपको इसमें बैठने के बाद कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है। 

राइड क्वालिटी को छोड़ दें तो एएमजी में ऐसी कोई चीज नहीं है जिसे नापसंद किया जा सके। इसलिए एमएमजी जीएलई 53 को एक ऑलराउंडर कहा जा सकता है। इसके लिए 1.2 करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद आप इसे वैल्यू फॉर मनी का टैग देने से जरा भी नहीं हिचकेंगे।

Published by
भानु

मर्सिडीज एएमजी जीएलई 53

वेरिएंट*एक्स-शोरूम कीमत नई दिल्ली
कूपे (पेट्रोल)Rs.1.85 करोड़*

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