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लेक्सस ईएस
लेक्सस ईएस के प्रमुख स्पेसिफिकेशन
इंजन | 2487 सीसी |
पावर | 175.67 बीएचपी |
टॉर्क | 221 Nm |
ट्रांसमिशन | ऑटोमेटिक |
ड्राइव टाइप | रियर व्हील ड्राइव |
फ्यूल | पेट्रोल |
- रियर सनशेड
- memory function for सीटे ं
- एक्टिव नॉइज़ कैंसलेशन
- एडजस्टेबल हेडरेस्ट
- adas
- heads अप display
- प्रमुख विशेषताएं
- टॉप फीचर
लेक्सस ईएस लेटेस्ट अपडेट
लेटेस्ट अपडेट: लेक्सस 300एच को नया अपडेट मिला है जिसमें कुछ नए फीचर्स और फंक्शन शामिल किए गए हैं।
प्राइस: लेक्सस सेडान की कीमत 59.71 लाख रुपये से शुरू होती है और 65.81 लाख रुपये (एक्स-शोरूम पैन इंडिया) तक जाती है।
वेरिएंट्स: यह सेडान कार दो वेरिएंट ईएस 300एच एक्सक्विजिट और ईएस 300एच लग्जरी में उपलब्ध है।
इंजन और ट्रांसमिशन: ईएस 300एच में 2.5 लीटर पेट्रोल इंजन के साथ एक इलेक्ट्रिक मोटर दी गई है। इसके पेट्रोल इंजन का पावर आउटपुट 178पीएस/221एनएम है। वहीं इलेक्ट्रिक मोटर 120पीएस की पावर और 202एनएम का टॉर्क जनरेट करती है। इनका संयुक्त पावर 218पीएस है। इंजन के साथ इसमें ई-सीवीटी गियरबॉक्स दिया गया है। यह प्योर ईवी मोड पर भी चल सकती है।
फीचर्स: ईएस 300एच में लेक्सस डायनामिक वॉइस रिक्गनिशन सिस्टम, वायर्ड एंड्रॉयड ऑटो और वायरलेस एप्पल कारप्ले कनेक्टिविटी जैसे फीचर्स दिए गए हैं। इसके अलावा इसमें क्रूज कंट्रोल, हेड-अप डिस्प्ले, थ्री-जोन क्लामेट कंट्रोल, 12.3 इंच इंफोटेनमेंट सिस्टम, वायलेस फोन चार्जिंग और फ्रंट वेंटिलेटेड सीट जैसे फीचर भी दिए गए हैं। इस सेडान कार में 17-स्पीकर मार्क लेविनसन ऑडियो सिस्टम और एम्बिएंट लाइटिंग भी मिलती है।
सेफ्टी फीचर्स: सुरक्षा के लिए इसमें दस एयरबैग, ईबीडी के साथ एबीएस, हिल लॉन्च असिस्ट, व्हीकल स्टेबिलिटी कंट्रोल, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम और आईएसओफिक्स चाइल्ड एंकर जैसे फीचर सेफ्टी फीचर दिए गए हैं।
कंपेरिजन: लेक्सस ईएस सेडान कार का कंपेरिजन बीएमडब्ल्यू 5 सीरीज, ऑडी ए6, मर्सिडीज-बेंज ई-क्लास, जगुआर एक्सई और वोल्वो एस90 से है।
लेक्सस ईएस प्राइस
लेक्सस ईएस की कीमत 64 लाख रुपये से शुरू होती है और टॉप मॉडल की कीमत 69.70 लाख रुपये है। ईएस 2 वेरिएंट में उपलब्ध है, जिसमें ईएस 300एच एक्सक्विजिट बेस मॉडल है और लेक्सस ईएस 300एच लक्ज़री टॉप मॉडल है।
ईएस 300एच एक्सक्विजिट(बेस मॉडल)2487 सीसी, ऑटोमेटिक, पेट्रोल, 18 किमी/लीटर | ₹64 लाख* | ||
टॉप सेलिंग ईएस 300एच लक्ज़री(टॉप मॉडल)2487 सीसी, ऑटोमेटिक, पेट्रोल, 18 किमी/लीटर | ₹69.70 लाख* |
लेक्सस ईएस रिव्यू
Overview
लेक्सस ईएस 300एच के सातवें जनरेशन मॉडल को अप्रैल 2018 में आयोजित हुए बीजिंग मोटर शो में पेश किया गया था और इसके कुछ समय बाद यह कार भारत में भी लॉन्च कर दी गई। लग्जरी कार सेगमेंट में इसका मुकाबला बीएमडब्ल्यू 5-सीरीज़, मर्सिडीज़-बेंज ई-क्लास, ऑडी6, जगुआर एक्सएफ और वोल्वो एस90 जैसी पॉपुलर गाड़ियों से है। कुछ समय पहले हमें इस 5-सीटर कार को चलाने का मौका मिला, तो कैसा रहा इसे चलाने का हमारा अनुभव जानेंगे यहां:-
एक्सटीरियर
सबसे पहले बात करते हैं इसके बाहरी डिजाइन की… ईएस 300एच हर एंगल से अपनी ओर ध्यान खींचने में कामयाब होती है। यह लेक्सस एलएस का छोटा वर्जन लगती है। इसकी ऊंचाई काफी कम है और चौड़ाई ज्यादा है। आगे की तरफ इसमें बड़ी स्पाइंडल ग्रिल का इस्तेमाल किया गया है। बंपर के दोनों कॉर्नर पर ऊपर की तरफ ट्रिपल बैरेल एलईडी हेडलैंप्स दिए गए हैं। राइडिंग के लिए इसमें 18-इंच के आकर्षक व्हील्स लगे हैं। गाड़ी का टेल सेक्शन स्पोर्ट्स कारों की तरह नज़र आता है। ऐसे में इसकी रोड प्रेज़ेंस काफी अच्छी है। हमें इसकी नई ग्रिल सबसे ज्यादा पसंद आई। पिछले मॉडल के मुकाबले इसमें ग्रिल को वर्टिकल शेप में पोज़िशन किया गया है।
गाड़ी के हेडलैंप्स बेहद पतले हैं, इन पर दो अलग-अलग तरह के डिज़ाइन एलिमेंट्स को जोड़ा गया है। पहला थ्री बैरल एलईडी लैंप्स, जिसे एलईडी इंडिकेटर्स के पास फिट किया गया है और दूसरी सिग्नेचर एलईडी डे-टाइम रनिंग लाइटें (डीआरएल) जिसे हेडलैंप्स क्लस्टर में नीचे की तरफ पोज़िशन किया गया है। लेक्सस ईएस के आउटसाइड रियर व्यू मिरर (ओआरवीएम) का लुक भी एकदम यूनीक है।
साइड प्रोफाइल की बात करें तो इसमें फास्टबैक व नॉचबैक डिज़ाइन झलकती है। ऐसा पहली बार है जब ईएस सीरीज़ में इसे दिया गया है। गाडी का बॉडी सरफेस एकदम प्लेन है और इसमें कोई शार्प लाइन नज़र नहीं आती। इसमें क्रीज़ लाइंस केवल दरवाजों के नीचे और शोल्डर लाइंस विंडो के नीचे की साइड पर मिलती हैं। जब गाड़ी पर लाइट पड़ती है तो अलग-अलग एंगल से देखने पर यह बेहद आकर्षित करती नज़र आती है।
इसमें 18-इंच के 15-स्पोक एल्युमिनियम व्हील्स दिए गए हैं, जो इसकी एक्सटीरियर डिज़ाइन को कॉम्प्लिमेंट देते नज़र आते हैं। गाड़ी में बड़ी साइज़ की खिड़कियां दी गई हैं। साथ ही रियर साइड के पैसेंजर्स के लिए क्वॉर्टर पैनल भी दिए गए हैं, जिससे केबिन में अच्छी-खासी रोशनी रहती है। बाहर ही साइड में डोर विंडो पर क्रोम एलिमेंट जोड़ा गया है जो कार को यूनिक बनाते हैं।
कार के पीछे वाले हिस्से की बात करें तो यह बूटलिड के ऊपर से थोड़ी उभरी हुई है। ऐसे में इसका लुक एलसी500 2-डोर कूपे कार जैसा लगता है। इसकी सबसे बड़ी खासियत ऑल-एलईडी टेललैंप्स हैं जो बूटलिड से लेकर बंपर तक फैले हुए हैं। इसके अलावा इसमें बूट लिप स्पॉइलर और बंपर में नीचे की तरफ क्रोम स्ट्रिप भी दी गई है।
नई ईएस300एच पुराने मॉडल के मुकाबले बड़ी है। इसकी लंबाई, चौड़ाई और व्हीलबेस पहले से क्रमशः 65 मिलीमीटर, 45 मिलीमीटर और 50 मिलीमीटर ज्यादा हैं, लेकिन इसकी ऊंचाई पहले वाले मॉडल की तुलना में 5 मिलीमीटर कम है। मर्सिडीज़ बेंज ई-क्लास लॉन्ग व्हीलबेस से कंपेरिजन किया जाए तो यह उससे 88 मिलीमीटर छोटी है। इसकी चौड़ाई बीएमडब्ल्यू 5-सीरीज़ की तुलना में 261 मिलीमीटर कम है। इस लिहाज से सेगमेंट में इसके व्हीलबेस का साइज़ सबसे कम है।
हमने फर्स्ट ड्राइव टेस्ट में लेक्सस ईएस के डीप ब्लू पेंट वर्जन को चुना। यह गाड़ी कुल 9 कलर ऑप्शन में उपलब्ध है।
इंटीरियर
ईएस 300 एच के केबिन की डिज़ाइन लेक्सस एलएस से प्रेरित है। इसका इंटीरियर बेहद प्रीमियम दिखाई पड़ता है। इसका डैशबोर्ड इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि अधिकतर फंक्शन ड्राइवर की आंखों के सामने हैं। इस में इस्ट्रूमेंट क्लस्टर के दोनों साइड पर दो रोटरी व्हील्स दिए गए हैं जिसे ड्राइविंग मोड (ईको, स्टैंडर्ड और स्पोर्ट) बदलने और ट्रैक्शन कंट्रोल को ऑपरेट करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। कार में इंस्ट्रूमेंट और सेंटर डिस्प्ले को एक जैसी हाइट पर पोज़िशन किया गया है जिससे ड्राइवर व फ्रंट पैसेंजर को जरूरी जानकारी प्राप्त करने में किसी तरह की कोई समस्या ना आए। कंपनी ने हैडअप डिस्प्ले को लेक्सस ईएस के सभी वेरिएंट में स्टैंडर्ड दिया है। यह बेहद इंफॉर्मेटिव है।
इसकी ड्राइव सीट को 14 तरह से एडजस्ट किया जा सकता है। पैसेंजर कंफर्ट और मनोरंजन के लिए भी इसमें काफी सारे फीचर दिए गए हैं। इसमें सीट्स के बीच में सॉफ्ट फैब्रिक लैदर कवर चढ़े हैं और बाहर की साइड्स पर हार्ड लैदर का इस्तेमाल किया गया है। इस लिहाज से गाड़ी की सीटें बेहद कम्फर्टेबल हैं। कार में फ्रंट सीटों को ठंडा व गर्म रखने की भी सुविधा मिलती है। आगे बैठने वाले ड्राइवर व को-पैसेंजर के लिए अलग-अलग एसी दी गई है। एसी को टच यूनिट की बजाए पारंपरिक बटन के जरिये ऑपरेट किया जा सकता है।
दरवाजों पर लगे हैंडल्स बेहद पतले हैं। इसमें सॉफ्ट-टच प्लास्टिक का इस्तेमाल किया गया है। कंपनी का दावा है कि डोर पर दिए गए आर्मरेस्ट और टेक्सचर्ड फैब्रिक कवर्स से लैस सेंटर आर्मरेस्ट, लैदर कवर्ड आर्मरेस्ट के मुकाबले लंबी दूरी के सफर के लिए ज्यादा आरामदायक हैं। कम दूरी के सफर में हमें इस गाड़ी की अधिकतर चीज़ें अच्छी लगी, लेकिन लंबी दूरी की यात्रा में गाड़ी के कम्फर्टेबल नेचर को परखना फिलहाल बाकी है।
गाड़ी की रियर सीट पर बैठकर कंफर्ट का अनुभव होता है। पीछे की तरफ इसमें सीटबैक माउंटेड स्क्रीन या वायरलैस हेडफोन की सुविधा नहीं दी गई हैं। सेंटर सीटबैक को नीचे की तरफ फ्लिप करने पर यह एक उपयोगी सेंटर आर्मरेस्ट की तरह काम करती है। इसमें रियर क्लाइमेट कंट्रोल, सीट हीटिंग, मल्टी मीडिया कंट्रोल और रियर सनशेड के लिए कंट्रोल बटन दिए गए हैं। साइड विंडो पर दिए गए सनशेड को मैन्युअल एडजस्ट किया जा सकता है। इस में क्वॉर्टर पैनल ग्लास के लिए भी शेड दिए गए हैं।
पैसेंजर्स रियर सीट के एंगल को 8-डिग्री तक चेंज सकते हैं। ऐसे में केबिन के अंदर अच्छी-खासी स्पेस मिल पाती है। वहीं, फ्रंट पैसेंजर सीट को रियर सीट पर दिए गए बटन के सहारे आगे की तरफ खिसकाया भी जा सकता है। इस लिहाज से पीछे बैठे पैसेंजर्स को अच्छा लैगरूम स्पेस मिल पाता है।
ईएस 300एच में समस्या केवल हैडरूम स्पेस की आती है। गाड़ी की रूफ (सनरूफ को मिलाकर) काफी नीची है, ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी का सामना फ्रंट सीट पर बैठे पैसेंजर को करना पड़ता है। इसकी ऊंचाई 915 मिलीमीटर है, इस लिहाज से यह सेगमेंट की सबसे नीची कार है। हालांकि, रियर पैसेंजर्स को सीटिंग के दौरान कोई परेशानी नहीं आएगी। जगुआर एक्सएफ और बीएमडब्ल्यू 5-सीरीज के मुकाबले इसकी ऊंचाई क्रमशः 15 मिलीमीटर और 25 मिलीमीटर कम है।
केबिन में सीटों पर क्रीम कलर की लैदर अपहोल्स्ट्री का इस्तेमाल किया गया है, जिससे यह गाड़ी काफी स्पेशियस लगती है। इसके अलावा यह टोपाज ब्राउन, चेट्यू और ब्लैक अपहोल्स्ट्री ऑप्शंस में भी उपलब्ध है। इसके अलावा इसके साथ तीन कस्टमाइज़ेशन ऑप्शंस शिमामोकु ब्लैक, शिमामकु ब्राउन और बैम्बू भी मिलते हैं।
लेक्सस ईएस 300एच को नए जीए-के प्लेटफार्म पर तैयार किया गया है। इसमें कॉम्पैक्ट बैटरी पैक का इस्तेमाल किया गया है जिससे इसका बूट पुराने मॉडल के मुकाबले ज्यादा उपयोगी साबित होता है। इसमें 204-सेल बैटरी पैक का इस्तेमाल बूट की बजाए रियर सीट्स के नीचे की ओर किया गया है। ऐसे में अब इसमें 454-लीटर का लगेज स्पेस मिल पाता है।
टेक्नोलॉजी
लेक्सस ईएस 300एच में 'वॉव फैक्टर' वाली चीज़ इसके डैशबोर्ड पर दी गई है, जिनमें दो डिजिटल स्क्रीन और 17-स्पीकर 1800 वॉट मार्क लेविन्सन सराउंड सिस्टम है। इसमें 7-इंच टीएफटी इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर और 12.3-इंच मल्टीमीडिया स्क्रीन दी गई हैं। इसके इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर के सेंटर में राउंड शेप की डिजिटल स्क्रीन दी गई है, इसमें स्पीडोमीटर और टैकोमीटर आउटपुट दिखाई देते हैं। ड्राइविंग मोड के अनुसार इसमें इन्फॉर्मेशन डिस्प्ले के कलर को भी बदला जा सकता है।
सेंटर कंसोल पर दी गई 12.3 इंच की मल्टी स्क्रीन को केवल टचपैड के जरिये ही कंट्रोल किया जा सकता है। हालांकि ड्राइविंग करते वक्त इसे ऑपरेट करना ज्यादा आसान नहीं है। हमारा मानना है कि इस सिस्टम को फ्रंट सीटों से थोड़ा दूर रखा जाना चाहिए था। इसमें नेविगेशन, ट्रिप डिटेल्स, हाइब्रिड सिस्टम के लिए डिस्प्ले, मल्टीमीडिया ऑप्शंस आदि दिए गए हैं। इसका यूज़र इंटरफेस इतना आसान नहीं है और ना ही इसमें स्क्रीन पर अलग-अलग फीचर्स को एक्सेस करने के लिए कोई गाइड दी गई है।
टचस्क्रीन बेस्ड सिस्टम में चुनिंदा कनेक्टिविटी ऑप्शंस ही मिलते हैं। जहां इन दिनों यूज़र्स एंड्रॉइड और एप्पल स्मार्टफोन बेस्ड इंटरफेस को पसंद कर रहे हैं, वहीं लेक्सस ने ईएस 300एच में केवल ब्लूटूथ, मीराकास्ट कनेक्टिविटी के साथ डीवीडी प्लेयर/एएम/एफएम/यूएसबी और ऑक्स-इन का ही ऑप्शन दिया है। कुल मिलाकर, इसमें कनेक्टिविटी ऑप्शंस कम ही दिए गए हैं, लेकिन इसका साउंड सिस्टम बेहद पावरफुल है। यह म्यूज़िक के शौक़ीन लोगों के लिए अच्छी कार साबित होती है।
सुरक्षा
पैसेंजर्स की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लेक्सस ईएस 300एच में टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम, हिल स्टार्ट असिस्ट, 10 एयरबैग, प्रीटेन्शनर्स के साथ 3-पॉइंट सीटबेल्ट और फोर्स लिमीटर्स जैसे फीचर दिए गए हैं। इसके अलावा इसमें एबीएस, ईबीडी, ट्रैक्शन कंट्रोल, व्हीकल स्टेबिलिटी कंट्रोल और ब्रेक असिस्ट जैसे सेफ्टी फीचर्स भी मिलते हैं। आगे और पीछे की तरफ इसमें पार्कट्रोनिक सेंसर्स फिट किये गए हैं। पार्किंग को आसान बनाने के लिए इसमें रियर कैमरा दिया गया है।
परफॉरमेंस
ईएस 300एच की ड्राइविंग को लेकर हमारे नतीजे अधूरे रहे। हमने इस सेडान को सीमित समय के लिए ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस-वे की सीधी सड़कों पर चलाकर देखा। ऐसे में इसकी राइड क्वॉलिटी, स्टीयरिंग फीडबैक, कॉर्नरिंग कैपेसिटी और हैंडलिंग को आंकना ठीक नहीं है।
गाड़ी का स्टीयरिंग रिस्पॉन्स काफी अच्छा है। राइड के दौरान स्टीयरिंग व्हील ने बेहद अच्छा फीडबैक दिया। हमें गियर बदलने पर भी स्टीयरिंग व्हील के साथ कोई परेशानी महसूस नहीं हुई। ऐसे में इस सेडान को ड्राइव करना बिलकुल भी बोरिंग नहीं लगता।
लेक्सस के इंजिनियर्स ने गाड़ी के सस्पेंशन्स सेटअप को इसमें ट्यून करके पेश किया है। ऐसे में यह गाड़ी स्पीड ब्रेकर्स और छोटे-मोटे गड्ढ़ों से आसानी से गुजर जाती है। सबसे अच्छी बात ये है कि इस दौरान केबिन के अंदर आवाज़ भी सुनाई नहीं पड़ती। हालांकि, हमें यमुना एक्सप्रेसवे पर 6-लेन रोड पर शोर-शराबा केबिन के अंदर जरूर महसूस हुआ। लेकिन, उतार-चढ़ाव के बावजूद भी गाड़ी की राइड क्वॉलिटी बेहद अच्छी रही। तेज़ स्पीड पर राइड के दौरान गाड़ी थोड़ी बाउंसी जरूर लगती है।
इसके केबिन का इन्स्युलेशन लेवल बहुत अच्छा है। अलॉय व्हील्स को भी इस प्रकार डिज़ाइन किया गया है कि रोड़ की नॉइस ना के बराबर महसूस हो।
हाइब्रिड पॉवरट्रेन
लेक्सस ईएस 300एच में 2.5-लीटर इन-लाइन 4-सिलेंडर पेट्रोल इंजन के साथ इलेक्ट्रिक मोटर दी गई है जो फ्रंट पहियों पर पावर सप्लाई करती है। ड्राइविंग के दौरान ऐसा महसूस होता है कि ईएस 300एच में छठी-जनरेशन मॉडल वाली ही पॉवरट्रेन दी गई है। लेकिन, नए मॉडल में इसे कई बदलावों के साथ पेश किया गया है।
इसके इलेक्ट्रिक मोटर सेटअप में कई बदलाव किये गए हैं जिसके चलते इसका वजन थोड़ा कम हुआ है, साथ ही परफॉर्मेंस में भी सुधार हुआ है। गाड़ी के पेट्रोल इंजन को बीएस6 नॉर्म्स के अनुरूप अपग्रेड किया गया है। इसका माइलेज भी का काफी अच्छा है।
राइडिंग के दौरान ऑल-इलेक्ट्रिक मोड से हाइब्रिड मोड में बदलने में फर्क बिलकुल भी महसूस नहीं होता। इसमें दिया गया सीवीटी गियरबॉक्स एक जैसी पावर सप्लाई करता है और एक निश्चित आरपीएम के बाद गाड़ी की इलेक्ट्रिक मोटर एक्टिवेट हो जाती है। ऐसे में यह राइड्स के दौरान शांत ड्राइविंग अनुभव देती है।
इस लग्जरी सेडान कार के इंजन और इलेक्ट्रिक मोटर की संयुक्त पावर 217 पीएस है। ऐसे में यह कार 0 से 100 किमी प्रति/घंटे की रफ्तार को महज 8.3 सेकंड में पा लेती है। इस लिहाज से यह प्रतिद्वंदी कारों के मुकाबले थोड़ी स्लो साबित होती है। कार की ब्रेकिंग क्षमता भी पहले से काफी बेहतर हुई है। कंपनी का दावा है कि यह लग्जरी गाड़ी 22.37 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देने में सक्षम है।
वेरिएंट
लेक्सस ईएस 300एच दो वेरिएंट एक्सक्विजिट और लग्ज़री में उपलब्ध है। इनकी प्राइस क्रमशः 51.9 लाख और 56.95 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) रखी गई है।
निष्कर्ष
यदि आपने छठी जनरेशन की ईएस 300एच को चलाकर देखा है, तो इसका नया मॉडल आपको पहले से काफी हद तक सुधरा हुआ लगेगा। इसकी स्टाइलिंग बेहद आकर्षित करने वाली है। यह लग्जरी कार हाइब्रिड पावरट्रेन से लैस है और काफी स्पेशियस भी है। कंफर्ट ड्राइविंग के साथ-साथ यह प्रतिद्वंदी कारों के मुकाबले बेहद स्टाइलिश और स्पोर्टी है। ऐसे में इसे खरीदना एक अच्छा ऑप्शन है।
लेक्सस ईएस की खूबियां और खामियां
पसंद की जाने वाली चीज़े
- स्टाइलिश कार
- प्रीमियम इंटीरियर
- बड़ा बूट स्पेस
नापसंद की जानें वाली चीज़ें
- लंबे पैसेंजर को हेडरूम की समस्या
- टचस्क्रीन इंटरफेस ज्यादा अच्छा नहीं
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लेक्सस ईएस कंपेरिजन
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