कार खरीदने के लिए सही समय कौनसा है?, देखें क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
प्रकाशित: जून 23, 2021 02:32 pm । cardekho
- 1.3K Views
- Write a कमेंट
दिवाली में अब कुछ महीने ही बचें हैं। दीपावली पर लगभग सभी कार कंपनियां अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए गाड़ियों पर भारी डिस्काउंट ऑफर्स की पेशकश करती है। ऐसे में कई लोग इसी समय कार खरीदने की इंतजार करते हैं। हालांकि कुछ लोगों को लॉकडाउन के चलते कार खरीदने के लिए पहले ही लंबा इंतजार करना पड़ा है। ऐसे में ये लोग कंफ्यूज हैं कि क्या उन्हें दिवाली तक रूकना चाहिए या फिर गाड़ी खरीद लेनी चाहिए।
ऑटो इंडस्ट्री के एक्सपर्ट्स के साथ हुई बातचीत के अनुसार हमारी सलाह है कि हमें कार को अभी बुक करना चाहिए। यदि आप यह पहले ही तय कर चुके हैं कि आपको कौनसी कार लेनी है और वो बिक्री के लिए भी उपलब्ध है तो ऐसे में आप बिलकुल भी इंतज़ार ना करें। एक्सपर्ट ने अभी कार लेने की ये अहम वजह बताई है:-
सप्लाई में कमी
पिछले साल की तरह ही इस बार भी कोई कोरोना की दूसरी लहर के लिए तैयार नहीं था। हालांकि, डीलरशिप्स को पिछले साल के मकाबले इस बार काफी कम नुकसान हुआ।
फाडा के वाइस प्रेजिडेंट के अनुसार, 'इस साल 2020 के मुकाबले सप्लाई से जुड़ी समस्याएं इतनी ज्यादा नहीं आईं थी। लॉकडाउन के बावजूद भी डीलर्स के पास अच्छा ख़ासा स्टॉक रहा जिसके चलते अब जून में कारों के बिक्री के आंकड़े काफी अच्छे देखने को मिल सकते हैं। यदि आप जो कार चाहते हैं वो बिक्री के लिए फिलहाल उपलब्ध है तो ऐसे में संभावना है कि आप इसे अभी प्राप्त कर लें और इसके लिए कुछ समय का इंतज़ार करना काफी लंबा हो सकता है क्योंकि मैन्युफैक्चरर के पास फिलहाल प्रोडक्शन को एकदम से बढ़ाने में सक्षम नहीं हैं।
टाटा मोटर्स जल्द ही एचबीएक्स लॉन्च करने वाली है। कंपनी के प्रेजिडेंट शैलेश चंद्रा के मुताबिक, हम कारों के पार्ट्स की सप्लाई में आने वाली चुनौतियों का सामना अभी भी कर रहे हैं। सेमीकंडक्टर की कमी के चलते भी सप्लाई की समस्या देखने को मिली है। फाइनेंशियल ईयर 2021-22 के पहले दो महीनों में हमने 2020-21 की चौथी तिमाही की तुलना में और भी अधिक अनिश्चितता देखी। आने वाले महीनों में अभी भी अनिश्चितता बनी हुई है।
ऐसे में मौजूदा मॉडल्स की सेल में भी देरी देखने को मिल सकती है। महिंद्रा भी अपनी फ्लैगशिप एसयूवी एक्सयूवी700 और नई बोलेरो नियो को लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। विजय नाकरा के अनुसार, “सेमिकंडक्टर की कमी एक वैश्विक चुनौती बनी हुई है। इसलिए, हमारे प्रोडक्ट्स की ज्यादा मांग के बावजूद विभिन्न मॉडल्स के लिए औसत वेटिंग पीरियड दो से तीन महीने के बीच चल रहा है। थार कार पर 9 से 11 महीने का वेटिंग पीरियड चल रहा है। इसकी वजह लॉन्चिंग के बाद सप्लाई चेन में व्यवधान आना है जिसके परिणामस्वरूप हम अपनी पूरी क्षमता से उत्पादन नहीं कर पा रहे हैं।”
मारुति सुजुकी के एग्ज़िक्युटिव डायरेक्टर सेल्स एन्ड मार्केटिंग शशांक श्रीवास्तव के अनुसार, “17 मई से उत्पादन फिर से शुरू करने के बाद प्रोडक्शन अच्छा रहा है। जहां तक उत्पादन का सवाल है हम सामान्य स्थिति की ओर बढ़ रहे हैं।"
श्रीवास्तव का कहना है कि मारुति सुजुकी प्रोडक्शन को आसानी से शिफ्ट कर सकती है हालांकि इसके बाद भी कई कारों पर लंबा वेटिंग पीरियड रहेगा। 'अर्टिगा, एक्सएल6 और स्विफ्ट पर लंबा वेटिंग पीरियड चल रहा है। सभी फ्यूल टाइप में से सीएनजी कारों पर सबसे लंबा वेटिंग पीरियड चल रहा है क्योंकि सीएनजी सिलेंडर के मैन्युफैक्चरर को ज्यादा ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। सीएनजी सिलेंडर पूरे मई और अप्रैल महीने में औद्योगिक उपयोग के लिए उपलब्ध नहीं थे, ऐसे में सीएनजी व्हीकल का प्रोडक्शन भी उस दौरान काफी कम था। अर्टिगा सीएनजी पर 32 हफ्तों का वेटिंग पीरियड चल रहा है, वहीं अर्टिगा पेट्रोल कार पर 10 से 12 हफ्तों का वेटिंग पीरियड चल रहा है। वहीं, सेलेरियो, एस-प्रेसो, ऑल्टो सीएनजी कार पर 5 से 10 हफ्तों का वेटिंग पीरियड चल रहा है।
डिस्काउंट धमाका
दिवाली का त्यौहार बेस्ट टाइम होता है जब कारों पर सबसे अच्छी डील्स मिलती है। लेकिन, अब अनिश्चितता के कारण डील हंटर्स के लिए समय उतना रोमांचक शायद ही होगा।
नाकरा का कहना है कि “हमें लगता है कि पर्सनल व्हीकल ओनरशिप स्पेस में त्योहारों के सीज़न में डिमांड और सप्लाई में तेजी आएगी। कंज़्यूमर ऑफर्स बाजार की स्थिति पर निर्भर होते हैं और वर्तमान में हमें अपने किसी भी प्रोडक्ट के लिए बड़े कंज़्यूमर ऑफर्स की आवश्यकता नहीं दिखती है। विंकेश ने पुष्टि की है कि 'अप्रैल से जून महीने तक कारों पर 10 प्रतिशत का डिस्काउंट मिलेगा। वहीं, कस्मटर स्कीम जो पहले 30,000 रुपये थी अब वह 32,000 रुपये या 33,000 रुपये होगी।'
हुंडई इंडिया के सेल्स, मार्केटिंग एन्ड सर्विस डायरेक्टर तरुण गर्ग ने बताया कि 'यदि हम दिवाली तक रुकने के सवाल पर फिर से गौर करें तो इस मामले में मेरा कहना यह होगा जितना जल्दी उतना ही बेहतर। एसयूवीज की डिमांड बढ़ रही है और वेटिंग पीरियड भी उन कारों पर ज्यादा ही होगा। जून में लगभग 75 प्रतिशत डिमांड वापस बढ़ गई है, जैसे-जैसे ज्यादा से ज्यादा बाजार खुलेंगे हमें उम्मीद है कि मांग सामान्य स्तर पर पहुंच जाएगी।
मारुति इंडिया के एग्ज़िक्युटिव डायरेक्टर सेल्स एन्ड मार्केटिंग शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि “ग्राहकों को अब इंतज़ार नहीं करना चाहिए। इसकी वजह सप्लाई चेन में कमी ही नहीं है बल्कि इनपुट कॉस्ट में हुई बढ़ोतरी भी है। स्टील, प्लास्टिक और रोडियम और पैलाडियम जैसे मेटल की कीमतों में एकदम से इज़ाफ़ा हुआ है।
2020 में किया सेल्टोस जैसे पॉपुलर मॉडल्स की प्राइस 25000 रुपए तक बढ़ गई थी। वहीं, टाटा नेक्सन और हैरियर की कीमतों में 15000 रुपए तक इज़ाफ़ा हुआ था, जबकि मारुति की कारों की कीमतें 2.5 परसेंट तक बढ़ गई थी।
0 out ऑफ 0 found this helpful