कार इंश्योरेंस क्लेम कैसे करें? एक्सपर्ट्स की ये टिप्स कर सकती हैं आपकी मदद

प्रकाशित: अगस्त 01, 2023 02:15 pm । cardekho

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दुर्घटना या अनचाहे डैमेज होने की स्थिति में कार इंश्योरेंस एक सुरक्षा कवच के तौर पर आपके काम आता है। कार इंश्योरेंस क्लेम करना काफी कठिन प्रोसेस हो सकता है, मगर इससे जुड़े स्टेप्स और एक्सपर्ट्स टिप्स को ​फॉलो करके आपके लिए ये काम आसान हो सकता है। इस आर्टिकल में हम आपको कार इंश्योरेंस क्लेम करने के स्टेप्स और एक्सपर्ट टिप्स बताने जा रहे हैं जिससे आप आसानी से क्लेम ले सकते हैं। 

सेफ्टी और डॉक्यूमेंट्स को दें प्राथमिकता

किसी दुर्घटना की स्थिति में सबसे पहले सभी की सुरक्षा को प्राथमिकता दें। अपने व्हीकल में मौजूद सभी लोगों की घायल अवस्था को देखें और चोट के बारे में जानें और साथ ही आपके व्हीकल से ​यदि कोई दूसरा व्हीकल टकराया है तो उसके भी पैसेंजर्स की स्थिति के बारे में जानें और इन सभी चीजों का एक डॉक्यूमेंटेशन कर लें। घटनास्थल की तस्वीरें जरूर लें और दुर्घटना में शामिल सभी व्हीकल्स को हुए नुकसान, सड़क की स्थिति की भी तस्वीरें लें। ये डॉक्यूमेंटेशन आपके लिए क्लेम के समय सबूत का काम करेंगे।

अथॉरिटी और इंश्योरर को सूचित करें

जितना जल्दी हो सके अपने इंश्योरेंस प्रोवाइडर को घटना के बारे में अवगत कराएं और उक्त घटना के बारे में उन्हें पूरी जानकारी दें। गंभीर घटना की स्थिति में आप अपने स्थानीय प्रशासन को भी बताएं और पुलिस रिपोर्ट की एक कॉपी भी उनके सामने पेश करें। रिपोर्टिंग करने से आपकी इंश्योरेंस पॉलिसी का क्लेम और भी पुख्ता हो सकता है।

अपने पॉलिसी कवरेज को समझें 

ये भी जरूरी है कि आप अपनी ऑटो इंश्योरेंस पॉलिसी की सीमाओं से अवगत रहें। पॉलिसी में कवर होने वाले डैमेज और एक्सपेंस के बारे में जानने के लिए अपनी पॉलिसी डॉक्यूमेंट का रिव्यू करें और या अपने इंश्योरेंस एजेंट से बात करें। इस जानकारी के साथ, आप क्लेम प्रोसेस को अधिक कुशलता से संभालने में सक्षम होंगे और इससे ये भी सुनिश्चित होगा कि आपको क्लेम का अच्छा पैसा मिले। 

क्लेम प्रोसेस को फॉलो करें 

क्लेम उठाने के लिए आपको आपके इंश्योरेंस प्रोवाइडर गाइड करेंगे। आमतौर पर इंश्योरेंस प्रोवाइडर आपके डॉक्यूमेंट्स और डैमेज चैक करने के लिए प्रतिनिधी को भेजते हैं जो प्रोसेस में आपकी मदद करता है। प्रोसेस में तेजी लाने के लिए क्लेम एजेंट्स से लगातार संपर्क में रहें और उन्हें पूरी इंफॉर्मेशन भी दें। क्लेम फॉर्म को पूरा भरे और सभी जरूरी डॉक्यूमेंट्स भी तैयार रखें। 

रिपेयरिंग के खर्चे के बारे में पता करें 

इंश्योरेंस प्रोवाइडर आपके द्वारा क्लेम किए जाने के बाद नुकसान का आकलन करेगा और रिपेयरिंग कॉस्ट के खर्चे का एक मोटा मोटा हिसाब भी मांगेगा। ऐसे में एक अच्छे रिपेयरिंग सेंटर पर जाएं और लिखित में खर्चे का एक अनुमान उससे ले लें। इसके बाद अपने इंश्योरर को उसकी एक कॉपी दे दें। बता दें कि कई इंश्योरेंस प्रोवाइडर्स का ऑथोराइज्ड गैराज नेटवर्क होता है जहां आप रिपेयरिंग करा सकते हैं और आपको वहां कैशलैस ऑप्शन भी मिल जाता है।

इवैल्यूएशन के लिए तैयार रहें 

यदि आपके व्हीकल को हुए नुकसान गौर करने योग्य हैं तो इंश्योरेंस कंपनी एक सर्वेयर को उसका असेसमेंट करने के लिए भेज सकता है। ​आखिरी निर्णय लेने से पहले सर्वेयर आपके व्हीकल और सपोर्टिंग डॉक्यूमेंट्स की जांच करेगा। सर्वेयर के साथ सहयोग करें और उन्हें वह सभी जानकारी दें जो उन्हें चाहिए। सुनिश्चित करें कि सभी डैमेज का सटीकता से डॉक्यूमेंटेशन किया गया है, क्योंकि क्लेम के समय उनका आकलन सेटलमेंट को प्रभावित कर सकता है।

कम्यूनिकेशन रखें और फॉलो अप भी लें 

क्लेम प्रक्रिया के दौरान अपने इंश्योरेंस प्रोवाइडर से हर समय संपर्क में रहें। अपने क्लेम एजेंट से भी लगातार संपर्क में रहे और उनके सवालों के जवाब और जरूरी जानकारी देने के लिए भी तैयार रहें। इसके अलावा हर तारीख का रिकॉर्ड और क्लेम रेफरेंस नंबर रखें। नियमित फॉलो-अप लेने से कोई मुश्किल आने पर उसे संभालने में मदद मिल जाती है और यह सुनिश्चित होता है कि आपका क्लेम प्रोसेस बिना किसी रुकावट के आगे बढ़ रहा है। 

डिडक्टेबल्स और क्लेम सेटलमेंट के बारे में जागरूक रहें

आपकी पॉलिसी में लिखे डिडक्टेबल्स को जानें जो कि वो पैसा होता है जो क्लेम सैटलमेंट के दौरान आपको देना होता है। क्लेम किए गए कुल पैसों में से ये राशि काट ली जाती है। इसके अलावा टाइमटेबल और क्लेम सैटलमेंट के प्रोसेस के बारे में भी जानें। क्लेम मिलने में देरी होने से बचने के लिए सभी जरूरी डॉक्यूमेंट्स या जानकारी भी तैयार रखें। 

निष्कर्ष 

कार इंश्योरेंस क्लेम करना काफी मुश्किल हो सकता है, मगर किसी प्रोफेशनल की सलाह लेकर आप प्रक्रिया का सामना आसानी से कर सकते हैं। सेफ्टी को प्राथमिकता दें और घटना का रिकॉर्ड रखें और इस बारे में प्रशासन और इंश्योरर को जानकारी दें। रिपेयरिंग पर होने वाले खर्च का अनुमान लें और क्लेम की प्रक्रिया को ठीक ढंग से फॉलो करें और इवैल्यूएशन के लिए तैयार रहे। अपने इंश्योरेंस प्रोवाइडर के साथ लगातार संपर्क में रहें, और एडिशनल और क्लेम सै​टलमेंट की इंफॉर्मेशन की जानकारी भी लेते रहें। इससे आपका ऑटो इंश्योरेंस क्लेम आसान हो जाएगा।

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