- English
- Login / Register
रेनॉल्ट रोड टेस्ट रिव्युज
रेनो ट्राइबर 30,000 किलोमीटर लाॅन्ग टर्म रिव्यूः कारदेखो का प्रोडक्शन हाउस ऑन व्हील!
रेनो ट्राइबर हमारे फ्लीट में 28 जनवरी 2022 को शामिल हुई थी। तब ये कार 600 किलोमीटर ड्राइव की हुई थी। अभी तक इसे 30184 किलोमीटर ड्राइव किया जा चुका है।
2022 रेनो काइगर टर्बो सीवीटी रिव्यूः क्या अपडेट्स मिलने से और भी खास हो गई है ये कार? जानिए यहां
2022 में अब कंपनी ने इस कार को अपडेट दिया है, जहां इसकी कीमत में थोड़ा इजाफा करते हुए इसके एक्सटीरियर, इंटीरियर और फीचर्स को अपडेट मिला है।
रेनो ट्राइबर 20,000 किलोमीटर लॉन्ग टर्म रिव्यू: इतना ड्राइव करने के बाद अब तक दिखी खूबियों और नजर आई खामियों के बारे में जानिए यहां
हमनें इस कार को अपनी प्रोडक्शन टीम का हिस्सा बना रखा है और जो काम हम करते हैं वो काफी चुनौतियों से भरपूर है और हमें इस काम के लिए एक परफैक्ट व्हीकल की जरूरत भी रहती है।
रेनो काइगर सीवीटी Vs एएमटी : जानिए इस कार का कौनसा ऑटोमेटिक मॉडल रहेगा आपके लिए बेहतर
रेनो काइगर भले ही डीजल इंजन में उपलब्ध नहीं है, लेकिन कंपनी ने ग्राहकों को इसमें दो पेट्रोल इंजन की चॉइस जरूर दी है। इसका 1.0-लीटर नेचुरली ऐस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन (72 पीएस) ज्यादा किफायती है, वहीं इसका टर्बोचार्ज्ड 1.0-लीटर इंजन (100 पीएस) ज्यादा प्रीमियम है जो अच्छी परफॉर्मेंस भी देता है। इन दोन
रेनो ट्राइबर लॉन्ग टर्म रिव्यू रिपोर्ट : क्या है ये एक प्रैक्टिकल सब-4 मीटर वैगन कार?
ट्राइबर के केबिन के अंदर बैठने के बाद सबसे पहली चीज़ जिस पर आप ध्यान देंगे वो है इसकी केबिन क्वॉलिटी। इसके केबिन में हार्ड प्लास्टिक का इस्तेमाल किया गया है। इसके इंटीरियर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे ड्यूल-टोन कलर में पेश किया गया है। इस एमपीवी कार के इंटीरियर पर बेज और ब्लैक कलर थीम
2021 रेनो काइगर: फर्स्ट ड्राइव रिव्यू
रेनो काइगर फर्स्ट ड्राइव रिव्यू के जरिए आप जानेंगे क्या खासियतें लेकर आई है ये कार और क्या मिल पाएगा इसे इंडियन कस्मटर्स से उतना प्यार
रेनो ट्राइबर एएमटी लॉन्ग टर्म रिव्यू
सिटी में चलाने के लिए ट्राइबर काफी अच्छी गाड़ी है। इसमें ज्यादा स्पेस, प्रेक्टिकैलिटी और एएमटी गियरबॉक्स का कंफर्ट मिलता है।
रेनो डस्टर टर्बो पेट्रोल रिव्यू
पिछले 8 सालों में इसे केवल एक बार की कॉस्मैटिक अपडेट मिला है। इसे सबसे बड़ा अपडेट तो साल 2020 में पावरफुल टर्बो पेट्रोल इंजन के तौर पर मिला जिसने 1.5 लीटर डीसीआई डीजल इंजन की जगह ली है।
रेनो ट्राइबर एएमटी रिव्यू
हम इस रिव्यू के जरिए केवल इसके ड्राइविंग एक्सपीरियंस पर ही बात करेंगे और जानेंगे कि क्या एएमटी गियरबॉक्स वाली ट्राइबर के लिए मैनुअल वेरिएंट से 40,000 रुपये ज्यादा खर्च करना है बेहतर?
मारुति एस-प्रेसो Vs रेनो क्विड : जानिए किस कार का एएमटी वेरिएंट है ज्यादा बेहतर
अक्टूबर 2019 के शुरुआत में हैचबैक सेगमेंट की दो किफायती कारों मारुति सुजुकी एस-प्रेसो और फेसलिफ्ट रेनो क्विड को लॉन्च किया गया था। रेनो और मारुति के इन दोनों ही मॉडल्स में एक जैसे फीचर्स और ट्रांसमिशन ऑप्शंस दिए गए हैं। इन कारों की प्राइस भी लगभग बराबर है। यह दोनों ही एंट्री लेवल सेगमें
रेनो ट्राइबर Vs मारुति सुजुकी अर्टिगा : कंपेरिजन रिव्यू
अर्टिगा में रेनो ट्राइबर से बड़ा इंजन दिया गया है जिससे ये कार काफी अच्छा परफॉर्म करती है। दूसरी तरफ ट्राइबर भी चलाने में काफी अच्छी कार है, मगर फुल लोडेड होने पर ये दबाव महसूस करने लग जाती है।
रेनो ट्राइबर रिव्यू: कम दाम में एक परफैक्ट फैमिली कार
इस कार की खासियत ना केवल ज्यादा सीटिंग कैपेसिटी है बल्कि इसका प्राइस रेंज भी कम है।
अन्य ब्रांड्स
- मारुति
- टाटा
- किया
- टोयोटा
- हुंडई
- महिंद्रा
- होंडा
- एमजी
- स्कोडा
- जीप
- निसान
- फॉक्सवेगन
- सिट्रोएन
- मर्सिडीज
- बीएमडब्ल्यू
- ऑडी
- इसुज़ु
- जगुआर
- वोल्वो
- लेक्सस
- लैंड रोवर
- पोर्श
- फेरारी
- रोल्स-रॉयस
- बेंटले
- बुगाटी
- फोर्स
- मित्सुबिशी
- बजाज
- लैम्बॉर्गिनी
- मिनी
- एस्टन मार्टिन
- मासेराती
- टेस्ला
- बीवाईडी
- फिस्कर
- ओला इलेक्ट्रिक
- फोर्ड
- मैक्लारेन
- पीएमवी
- प्रवेग
- स्टाॅर्म मोटर्स