जल्द महिंद्रा से अलग हो सकती है सैंग्यॉन्ग, कंपनी तलाश कर रही है नया खरीददार
संशोधित: जून 16, 2020 11:08 am | सोनू
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- महिंद्रा, सैंग्यॉन्ग में अपनी 75 फीसदी हिस्सेदारी बेचने के लिए ग्राहक की तलाश कर रही है।
- महिंद्रा सैंग्यॉन्ग का प्रॉफिट पिछले लंबे समय से कम होता जा रहा है।
- वित्तीय वर्ष 2019-20 में कम बिक्री, बीएस6 नॉर्म्स और फिर लॉकडाउन से हुए नुकसान के चलते कंपनी ने यह फैसला लिया है।
- वर्तमान में महिंद्रा, सैंग्यॉन्ग रेक्सटन पर बेस्ड अल्टुरस जी4 और टिवोली बेस्ड एक्सयूवी300 यहां बेच रही है।
- महिंद्रा के अपकमिंग एमस्टॉलन पेट्रोल इंजन को भी इन दोनों कंपनियों ने मिलकर तैयार किया है।
महिंद्रा ने अपनी सहायक कंपनी सैंग्यॉन्ग को बेचने का फैसला किया है। इसके लिए कंपनी नए खरीददार की तलाश कर रही है जो उसकी सैंग्यॉन्ग में 75 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ले। महिंद्रा ने साउथ कोरिया की इस कंपनी का 2010 में अधिग्रहण था। यह कंपनी पिछले कई सालों से घाटे में चल रही है, जिसके चलते महिंद्रा ने इसमें से अपनी हिस्सेदारी बेचकर बाहर निकले की योजना बनाई है।
सूत्रों से पता चला है कि महिंद्रा अपनी अमेरिका की सहायक कंपनी जेंजे इलेक्ट्रिक बाइसिकल की भी जांच पड़ताल कर रही है, हालांकि इस बारे में अभी जानकारी नहीं मिली है कि कंपनी इसे बेचेगी या नहीं। महिंद्रा कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर पवन गोयनका ने मीडिया को बताया कि “सैंग्यॉन्ग को एक नए निवेशक की जरूरत है। हम कंपनी के साथ काम कर रहे हैं ताकी निवेश को सुरक्षित रख सकें।”
महिंद्रा और सैंग्यॉन्ग पार्टनशिप के तहत भारत में अब तक कई प्रोडक्ट पेश किए गए हैं। इनमें फर्स्ट जनरेशन रेक्सटन भी शामिल है, जिसे 2012 में लॉन्च किया गया था। इसके बाद 2018 में सेकंड जनरेइन रेक्सटन पर बेस्ड महिंद्रा अल्टुरस जी4 को यहां पेश किया गया था। इसके अलावा यहां टिवोली पर बेस्ड महिंद्रा एक्सयूवी300 भी बिक्री के लिए उपलब्ध है, जिसका मुकाबला हुंडई वेन्यू और टाटा नेक्सन से है।
महिंद्रा और सैंग्यॉन्ग ने मिलकर कई इंजन भी तैयार किए हैं, जिनमें डायरेक्ट इंजेक्शन और टर्बोचार्ज्ड एमस्टॉलन पेट्रोल इंजन भी शामिल है। इनमें एक 1.2 लीटर टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन भी है, जिसे हाल ही में अंतरराष्ट्रीय मार्केट में उपलब्ध टिवोली में दिया गया है। साल के आखिर तक यह इंजन एक्सयूवी300 स्पोर्ट्ज में भी दिया जाना है।
महिंद्रा ने कुछ समय पहले ही फोर्ड के साथ भी एक करार किया था, जिसमें दोनों कंपनियों के बीच भारतीय कार बाजार के लिए नए इंजन और नए प्लेटफार्म तैयार करने पर सहमति बनी थी। इस गठबंधन के तहत ये कंपनी किया सेल्टोस और हुंडई क्रेटा की टक्कर में नई कॉम्पैक्ट एसयूवी और टाटा हैरियर व एमजी हेक्टर के मुकाबले में नई मिड-साइज एसयूवी को उतारेगी। वहीं एमपीवी और इलेक्ट्रिक व्हीकल भी उतारने की योजना है।
हाल फिलहाल महिंद्रा सैंग्यॉन्ग के लिए नया निवेशक ढ़ूंढ़ रही है। वर्तमान में महिंद्रा और सैंग्यॉन्ग के कई प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है, ऐसे में अनुमान लगा सकते हैं कि नए हाथों में जाने के बाद भी ये दोनों कंपनियां मिलकर काम कर सकती है।
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