टाटा हैक्सा Vs टाटा सफारी स्टॉर्म वेरिकोर400, किसे चुनेंगे आप
संशोधित: जनवरी 18, 2017 06:23 pm | arun
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टाटा की हैक्सा लॉन्च हो चुकी है, कई बेहतरीन फीचर्स के अलावा यह दमदार इंजन और ऑफरोडिंग फीचर्स से लैस है। लेकिन इस ने एसयूवी फैंस खासतौर पर टाटा सफारी स्टॉर्म के फैंस के मन में कुछ सवाल भी पैदा कर दिए हैं, हैक्सा के फीचर्स और कीमत देखने के बाद मन में जो सबसे पहला सवाल आता है वो ये कि 'क्या इसकी जगह सफारी को चुना जाए?', सफारी लंबे वक्त से बाज़ार में मौजूद है, इस ने खुद को एक दमदार और आक्रामक एसयूवी के तौर पर स्थापित किया है। इतना वक्त गुज़र जाने के बावजूद इसकी मांग बनी हुई है।
वहीं दूसरी तरफ हैक्सा एक मॉर्डन क्रॉसओवर है। इस में अच्छे कंफर्ट के अलावा कई मॉर्डन फीचर दिए गए हैं। ऐसे में यहां हमने इन दोनों बड़ी और दमदार कारों को एक-दूसरे के मुकाबले में उतारा है, नतीजे जानने के लिए बढ़ते हैं आगे...
ये हैं दोनो के कॉमन कैरेक्टर
डिजायन के मामले में दोनों अलग-अलग हैं, लेकिन इनका प्लेटफार्म एक ही है। ये दोनों हाइड्रॉफॉर्म्ड ‘एक्स2’ प्लेटफार्म पर बनी हैं। हैक्सा को कम वज़नी चेसिस पर तैयार गया है, जबकि सफारी स्टॉर्म का चेसिस थोड़ा ज्यादा वज़नी है।
यहां दोनों में दूसरी कॉमन खासियत है इनका इंजन... दोनों में ही 2.2 लीटर का 4-सिलेंडरर डीज़ल इंजन दिया गया है, यह 156 पीएस की पावर और 400 एनएम का टॉर्क देता है। दोनों ही कारों में एक जैसा 6-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स दिया गया है।
इन दोनों में ही सात पैसेंजर बैठ सकते हैं, दोनों में ऑल-व्हील-ड्राइव की सुविधा मिलेगी और दोनों ही लंबे सफर को आराम से तय करने की क्षमता रखती हैं।
इन मामलों में बेहतर है टाटा हैक्सा
ज्यादा कंफर्टेबल 7-सीटर कार
वैसे तो ये दोनों ही 7-सीटर हैं, लेकिन सीटिंग और कंफर्ट के मामले में हैक्सा थोड़ी ज्यादा बेहतर है। हैक्सा की तीसरी पंक्ति में फ्रंट फेसिंग वाली बेंच सीट दी गई है, हालांकि इन में जगह थोड़ी कम मिलेगी लेकिन यह सफारी स्टॉर्म में दी गईं जंप सीट (आमने-सामने) के मुकाबले ज्यादा आरामदायक हैं।
हैक्सा की सभी पंक्ति में अलग-अलग एसी वेंट्स और 12 वोल्ट के पावर सॉकेट दिए गए हैं। हैक्सा में तीसरी पंक्ति की सीट के बावजूद भी 129 लीटर का बूट स्पेस मिलेगा, जिसमें आप आसानी से छोटे बैग रख सकते हैं। वहीं सफारी स्ट्रॉर्म में तीसरी पंक्ति की सीटों में पैसेंजर के बैठने के बाद सामान रखने की जगह नहीं मिलेगी।
ज्यादा कंफर्टेबल और प्रीमियम कैप्टन सीटें
टाटा मोटर्स के डिजायन हैड प्रताप बोस का कहना है कि हैक्सा में सबसे खास है इसका 6-कैप्टन सीटर लेआउट, जो इसे सबसे अलग और प्रीमियम बनाती हैं। आमतौर पर कारों में आगे की तरफ ही कैप्टन सीटें मिलती हैं, लेकिन हैक्सा के 6-सीटर वर्जन में सभी पंक्तियों में कैप्टन सीटें दी गई हैं। इन्हें पैसेंज़र अपने मुताबिक एडजस्ट कर सकते हैं। हालांकि, तीसरी पंक्ती की सीटों तक पहुंचने में हल्की सी परेशानी जरुर आती है। सफारी स्टॉर्म में इस तरह का सीटिंग लेआउट नहीं मिलेगा।
चलाने में आसान
टाटा सफारी स्टॉर्म को शहरों की तंगहाल सड़कों पर चलाना थोड़ा मेहनत और परेशानी भरा हो सकता है। इसकी वजह है सफारी का भारी स्टीयरिंग और हैवी क्लच, इस वजह से सफारी स्टॉर्म सिटी ड्राइविंग में काफी थका देती है। टाटा हैक्सा इस मामले में कुछ अलग है। वैसे तो हैक्सा का भी स्टीयरिंग व्हील भारी है, लेकिन यह सफारी जितना हैवी नहीं है इसका क्लच भी इस्तेमाल में काफी स्मूद है। इसमें ऑटोमैटिक की सुविधा भी मिलती है।
हैक्सा में चार सुपर ड्राइव मोड, ऑटो, कंफर्ट, डायनामिक और रफ-रोड दिए गए हैं। आप अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी मोड पर कार को चला सकते हैं। ड्राइव मोड स्लेक्ट करने के लिए इसमें रोटरी नॉब दी गई है।
फीचर लिस्ट
फीचर्स के मामले में टाटा हैक्सा चेहरे पर मुस्कान और उत्साह लाने वाली पेशकश है वहीं सफारी स्टॉर्म थोड़ा मायूस कर देती है। अपनी कीमत की तुलना में सफारी स्टॉर्म में काफी कम और पुराने फीचर्स मिलते हैं।
हैक्सा के बेस वेरिएंट एक्सई में प्रोजेक्टर हैडलैंप्स, एलईडी टेल लैंप्स और छह स्पीकर वाले ऑडियो सिस्टम समेत कई फीचर दिए गए हैं। एक्सएम और एक्सटी वेरिएंट में ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल, क्रूज़ कंट्रोल, 19 इंच के अलॉय व्हील, 10 स्पीकर वाला जेबीएल का ऑडियो सिस्टम और 5 इंच का टचस्क्रीन इंफोटेंमेंट सिस्टम दिया गया है। हैक्सा में डे-टाइम रनिंग लैंप्स, एम्बिएंट लाइटिंग और रिवर्स कैमरा समेत और भी कई अच्छे फीचर दिए गए हैं।
सेफ्टी
वैसे तो हैक्सा के बेस वेरिएंट में भी कई सेफ्टी फीचर दिए गए हैं, लेकिन सबसे ज्यादा सेफ्टी फीचर इसके टॉप वेरिएंट में मिलेंगे। टॉप वेरिएंट में मिलने वाले सेफ्टी फीचर कुछ तरह हैं...
- 6 एयरबैग
- एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम के साथ ईबीडी
- ट्रेक्शन कंट्रोल
- हिल होल्ड कंट्रोल
- हिल डिसेंट कंट्रोल
- ईएसपी के साथ रोल-ओवर मिटिगेशन
- इंजन ड्रैग टॉर्क कंट्रोल
- कॉर्नर स्टेबिलिटी कंट्रोल
बात करें सफारी स्टॉर्म की तो इस में ड्यूल एयरबैग और एबीएस के साथ ईबीडी जैसे फीचर दिए गए हैं, ये फीचर हैक्सा के बेस वेरिएंट से स्टैंडर्ड मिलते हैं।
इन मामलों में आगे है टाटा सफारी स्टॉर्म
अच्छी ऑफ-रोडिंग कैपेसिटी
हैक्सा में एडवांस फोर व्हील ड्राइव सिस्टम दिया गया है, जो ईएसपी और टॉर्क ऑन डिमांड सिस्टम के साथ काम करता है और जरुरत के मुताबिक पहियों पर ज्यादा पावर डिलिवर करता है। वहीं सफारी स्टॉर्म को भी सिंपल नॉब के जरिये आसानी से टू-व्हील ड्राइव से फॉर-व्हील-ड्राइव मोड में लाया जा सकता है। लेकिन सफारी स्टॉर्म को ऑफरोडिंग के हिसाब से बनाया गया है। हैक्सा के मुकाबले कम लंबाई, चौड़ाई और ज्यादा ऊंचाई ऑफरोडिंग के लिहाज़ से इसे बेहतर बनाते हैं।
सफारी का क्रेज़
एक लंबे दौर के एसयूवी फैंस जाहिर तौर पर टाटा सफारी को कई एक्शन में देखते हुए युवा हुए हैं। अपने लुक और परफॉर्मेंस के मामले में सफारी ने काफी तारीफें बटोरी हैं। करीब दो दशक के लंबे दौर में यह पावर और स्टेटस सिंबल वाली एसयूवी बनी रही। सफारी का ही नया रूप सफारी स्टॉर्म है और आज भी यह दमदार एसयूवी भीड़ से अलग दिखने वाला दमखम रखती है।
सफारी एक ऐसा ब्रांड है जिसे खरीदने की चाहत आज भी लोग रखते हैं और इसे दिमाग से ज्यादा दिल से पसंद किया जाता है, यही वजह है कि सफारी फैंस सारे तर्कों को किनारे कर इसे ही चुनते हैं, भले ही इस कीमत पर उन्हें ज्यादा फीचर वाली कार ही क्यों न मिल रही हो...
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