पहली बार टेस्टिंग के दौरान दिखी नई रेनो डस्टर
प्रकाशित: जून 01, 2017 06:04 pm । raunak । रेनॉल्ट डस्टर 2016-2019
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दूसरी जनरेशन की रेनो डस्टर को पहली बार यूरोप में टेस्टिंग के दौरान देखा गया है, डिजायन को छुपाने के लिए इसे अच्छी तरह से कवर किया हुआ है, इसे सितम्बर में होने वाले फ्रैंकफर्ट मोटर शो-2017 के दौरान दुनिया के सामने पेश किया जाएगा।
पहले जानते हैं मौजूदा डस्टर के बारे में...
मौजूदा डस्टर को रेनो के स्वामित्व वाली रोमानियन कंपनी डासिया ने तैयार किया था, इसे लंबे व्हीलबेस वाले रेनो-निसान के बी-प्लेटफार्म पर बनाया गया है। जिनेवा मोटर शो-2009 में डस्टर बतौर कॉन्सेप्ट दुनिया के सामने आई थी। इस प्लेटफॉर्म पर पहली जनरेशन की लोगान सेडान भी बनी थी, जो अब महिन्द्रा वेरिटो के नाम से जानी जाती है। साल 2010 से यूरोप में डासिया डस्टर के नाम से इसकी बिक्री शुरू हुई।
लॉन्च के साथ ही यह यूरोप में सबसे अफॉर्डेबल एसयूवी बन गई और इसे काफी तारीफें भी मिलीं, इसके बाद जुलाई 2012 में डस्टर कुछ बदलाव के साथ भारत आई, यहां इस में रियर एसी वेंट्स समेत कुछ नए फीचर जोड़े गए। भारत में डस्टर के साथ ही कॉम्पैक्ट एसयूवी की शुरूआत हुई और यह अभी भी सेगमेंट में अपनी लोकप्रियता को भुना रही है।
कॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट में यह इकलौती कार है जिस में ऑल-व्हील-ड्राइव की सुविधा दी गई है। साल 2016 में रेनो ने यहां डस्टर का फेसलिफ्ट अवतार उतारा। हाल ही में कंपनी ने हुंडई क्रेटा ऑटोमैटिक को टक्कर देने के लिए डस्टर का पेट्रोल ऑटोमैटिक वर्जन भी लॉन्च किया।
दूसरी जनरेशन की डस्टर
अब बात करते हैं दूसरी जनरेशन की डस्टर के बारे में, कैमरे में कैद हुई तस्वीरों से पता चलता है कि इस में मौजूदा मॉडल के डिजायन को बरकरार रखा गया है।
कुछ ऐसा ही मामला तीसरी जनरेशन की स्विफ्ट हैचबैक में भी देखा जा सकता है, इस में भी पुरानी स्विफ्ट की झलक दिखाई देती है, मौजूदा सफारी स्ट्रॉम में भी पुराने मॉडल की झलक को बरकरार रखा गया है। फिलहाल ट्रेंड बना हुआ है कि अगर मौजूदा डिजायन को ग्राहक पसंद कर रहे हैं तो फिर पूरी तरह से नया डिजायन देने के बजाय मौजूदा डिजायन को ही इस्तेमाल किया जाए।
कैमरे में कैद हुई रेनो डस्टर को अच्छी तरह से कवर किया हुआ है, हालांकि इसके बावजूद भी इसके डिजायन को आसानी से समझा जा सकता है, इस में मौजूदा डस्टर के डिजायन को बरकरार रखा गया है। नई डस्टर को लेकर चर्चाएं हैं कि इसे रेनो-निसान के गठबंधन वाले सीएमएफ प्लेटफार्म पर तैयार किया जाएगा, कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसा करने से इसकी प्रोडक्शन कॉस्ट बढ़ सकती है।
संभावनाएं ये भी हैं कि इसे नए प्लेटफार्म के बजाय मौजूदा प्लेटफार्म पर ही कुछ बदलाव कर तैयार किया जाएगा, ऐसा करने का एक कारण ये भी है कि इसी प्लेटफार्म पर तैयार होकर रेनो की कैप्चर एसयूवी भी आएगी, इसे डस्टर के ऊपर पोजिशन किया जाएगा। इस प्लेटफार्म वाली कारों को भारत और ब्राजील में तैयार किया जा रहा है, ऐसे में कंपनी को इन्हें बनाने में ज्यादा मेहनत नहीं करनी होगी।
टेस्ट कार के दरवाजे, हैंडल्स और रूफ रेल्स मौजूदा मॉडल जैसे ही रखे गए हैं, इसका व्हीलबेस व्हीलबेस और ग्राउंड क्लीयरेंस भी मौजूदा डस्टर जैसा दिखता है।
आगे वाले हिस्से की तरफ ध्यान दें तो यहां भी मौजूदा आकार और डिजायन वाले हैडलैंप्स दिए गए हैं। इसकी ग्रिल को थोड़ा चौड़ा किया गया है, जबकि चौड़े व्हील आर्च और बड़े ग्राउंड क्लीयरेंस को पहले की तरह बरकरार रखा गया है।
केबिन की तस्वीरें अभी सामने नहीं आई हैं, लेकिन ऊपर दी गई तस्वीर में इसके केबिन में तीन सर्कुलर एसी वेंट की झलक देखी जा सकती है। इसका डैशबोर्ड पहले से ऊंचा है, जिससे यह बड़ी एसयूवी नज़र आती है। पीछे की तरफ मौजूदा डिजायन वाले ही टेललैंप्स लगे हैं।
संभावना है कि नई डस्टर में मौजूदा मॉडल वाले इंजन आएंगे, पेट्रोल वर्जन में 1.5 लीटर का इंजन आ सकता है, जबकि डीज़ल वर्जन में 1.5 लीटर इंजन दो पावर ट्यूनिंग के साथ आ सकता है। यूरोप में लॉन्च होने वाली नई डस्टर में रेनो का टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन भी मिल सकता है। भारत में इस में इफिसिएंट ड्यूल क्लच (ईडीसी) ऑटोमैटिक गियरबॉक्स दिया जा सकता है। संभावना है कि नई डस्टर को अगले साल भारत में उतारा जाएगा।
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