अंतरराष्ट्रीय क्रैश टेस्ट में फेल हुई रेनो डस्टर
प्रकाशित: मई 10, 2017 07:22 pm । khan mohd. । रेनॉल्ट डस्टर 2016-2019
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अंतरराष्ट्रीय क्रैश टेस्ट में रेनो डस्टर को जीरो सेफ्टी रेटिंग मिली है, ग्लोबल न्यू कार असेस्मेंट प्रोग्राम (ग्लोबल एनकैप) ने सेफर कार्स फॉर इंडिया मुहिम के तहत इस बार रेनो डस्टर के बेस वेरिएंट (बिना एयरबैग) को क्रैश टेस्ट के लिए चुना था। यहां डस्टर को व्यस्क पैसेंजर सुरक्षा के मामले में जीरो स्टार और चाइल्ड पैसेंजर सुरक्षा के लिए 2-स्टार रेटिंग मिली है। इस से पहले इसी मुहिम के तहत ग्लोबल एनकैप ने शेवरले एंजॉय और फोर्ड फीगो एस्पायर का भी क्रैश टेस्ट किया था।
बिना एयरबैग वाली डस्टर के बाद एयरबैग वाली डस्टर का भी क्रैश टेस्ट हुआ, जिस में डस्टर को व्यस्क पैसेंजर सुरक्षा के लिए 3-स्टार और चाइल्ड पैसेंजर के लिए 2-स्टार मिले। दिलचस्प बात ये है कि साल 2015 में एयरबैग लगी डस्टर को लैटिन अमेरिकन टेस्ट में 4-स्टार रेटिंग मिली थी।
जांच में पता चला है कि लैटिन अमेरिकन टेस्ट में उतरने वाली डस्टर में बड़े साइज़ के एयरबैग लगे थे, जबकि ग्लोबल एनकैप में आई डस्टर में छोटे साइज़ के एयरबैग दिए गए थे। बड़े एयरबैग दुर्घटना के दौरान ड्राइवर के शरीर के बड़े हिस्से में सुरक्षा देते हैं जिससे उसके गंभीर तौर पर घायल होने की संभावनाएं कम हो जाती हैं, जबकि छोटे साइज़ के एयरबैग में ड्राइवर को कम सुरक्षा मिलती है और दुर्घटना की स्थिति में स्टीयरिंग व्हील से टक्कर और गंभीर नुकसान की आशंका बनी रहती है।
पैसेंजर सुरक्षा को लेकर भारत सरकार भी काफी गंभीरता से कदम उठा रही है और इस साल अक्टूबर महीने से कारों के लिए नए सेफ्टी नियम लागू होने जा रहे हैं। इस के तहत कार कंपनियों को भारतीय बाज़ार के लिए भी उसी सेफ्टी ग्रेड या क्वालिटी वाली कारें तैयार करनी होंगी, जैसी मॉडल वह विदेशी बाज़ारों के लिए तैयार करते हैं।
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