हुंडई वरना टर्बो मैनुअल: 5000 किलोमीटर लॉन्ग टर्म रिव्यू
Published On मई 03, 2024 By sonny for हुंडई वरना
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तीन महीने के बाद हुंडई वरना टर्बो मैनुअल ने कारदेखो के फ्लीट को अलविदा कहा और तब तक हमने इसे 5000 किलोमीटर तक ड्राइव कर लिया था। पिछली रिपोर्ट हमने आपको वरना के फीचर सेट और केबिन प्रैक्टिकैलिटी के साथ ड्राइविंग बिहेवियर और माइलेज के बारे में डीटेल में बताया था। हुंडई की इस सेडान के साथ अपना पूरा समय बिता लेने के बाद कैसा रहा हमारा ओवरऑल एक्सपीरियंस, इस बारे में आप जानेंगे आगे:
स्टाइल - रात में काफी आकर्षक नजर आती है ये कार
भारत में जनरेशन 4 हुंडई वरना को 2023 की शुरूआत में लॉन्च किया गया था। इसके फ्रंट में एलईडी डीआरएल लाइट बार दी गई है जो बोनट की पूरी चौड़ाई को कवर कर रही है। हालांकि वरना के इस यूनीक से डिजाइन को समझने में मुझे एक महीना लग गया। ये रात में तो काफी आकर्षक नजर आती है और खासतौर पर कार को अनलॉक करते ही उसके पास जाने पर एलईडी लाइट बार एक्टिवेट हो जाती है। ये चीज इसके बैक पोर्शन पर भी लागू होती है जहां स्लीक सी कनेक्टेड एलईडी टेललाइट्स और दोनों तरफ फेंग जैसे सिग्नेचर दिए गए हैं।
साइड प्रोफाइल की बात करें तो वरना के फ्रंट के आधे पोर्शन की स्टाइलिंग क्रिस्प है और इसके रियर डोर पर क्रीज लाइन दी गई है। इस सेडान में 16 इंच के अलॉय व्हील्स दिए गए हैं और टर्बो पेट्रोल वेरिएंट्स में 16 इंच के अलॉय व्हील्स के साथ रेड फ्रंट ब्रेक कैलिपर्स दिए गए हैं, जिससे इसका रोड प्रजेंस काफी स्पोर्टी बन जाता है।
दिन में हुंडई वरना का बिजी और मॉडर्न डिजाइन काफी आकर्षक नजर आता है, मगर रात के समय में तो ये कार बहुत ज्यादा ही शानदार नजर आती है।
फीचर्स - लिस्ट लंबी मगर कुछ चीजों की है कमी
कंफर्ट और टेक्नोलॉजी के मोर्चे पर तो हुंडई ने इस कार में कोई कमी नहीं छोड़ी है। इसमें 10.25 इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम के लिए इंटीग्रेटेड डिस्प्ले सेटअप और टीएफटी एमआईडी के साथ सेमी डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले दी गई है। साथ ही इसमें एसी और मीडिया कंट्रोल के लिए टच इनपुट स्विचेबल कंट्रोल और वायरलेस फोन चार्जिंग जैसे फीचर्स भी दिए गए हैं। इस टॉप वेरिएंट एसएक्स ओ में सनरूफ, लेदरेट अपहोल्स्ट्री, एम्बिएंट लाइटिंग, हीटेड एंड वेंटिलेटेड फ्रंट सीट्स, 4 तरह से पावर एडजस्ट होने वाली ड्राइवर सीट, क्रूज़ कंट्रोल और 8-स्पीकर बोस साउंड सिस्टम जैसे फीचर्स दिए गए हैं।
वरना की फीचर लिस्ट में आपको कंफर्ट देने वाले काफी फीचर्स मिल जाएंगे, मगर इसमें कुछ फीचर्स की कमियां भी महसूस होती है। उदाहरण के तौर पर इसमें वायरलेस एंड्रॉयड ऑटो एवं एपल कारप्ले नहीं दिया गया है और इसमें केवल यूएसबी टाइप ए पोर्ट ही दिया गया है, जबकि टाइप सी पोर्ट मौजूद नहीं है। इसके अलावा इसमें ड्राइवर साइड विंडो के लिए वन टच अप/डाउन का फीचर दिया गया है, जबकि बाकी तीन विंडोज के लिए ये फीचर नहीं दिया गया है जो कि फोक्सवैगन पोलो तक में दिया जा रहा था। हुंडई वरना के फीचर्स के बारे में ज्यादा जानने के लिए पढ़ें ये रिपोर्ट।
सेफ्टी- लिस्ट अच्छी मगर कुछ और हो सकता था बेहतर
वरना में एडवांस्ड ड्राइविंग असिस्टेंस सिस्टम का फीचर दिया गया है। इस सिस्टम के तहत इसमें कॉलिजन अवॉयडेंस सिस्टम, लेन असिस्ट, हाई बीम असिस्ट और अडेप्टिव क्रूज कंट्रोल जैसे फीचर्स दिए गए हैं। इसमें स्मार्ट क्रूज कंट्रोल का फीचर केवल ऑटोमैटिक वेरिएंट्स तक ही सीमित रखा गया है, ऐसे में हमारे द्वारा ड्राइव किए गए इस टर्बो पेट्रोल मैनुअल वेरिएंट में ये फीचर मौजूद नहीं था। इसके अलावा इसमें छह एयरबैग, फ्रंट और रियर पार्किंग सेंसर, सभी सीटों के लिए सीट बेल्ट अलर्ट, एक रियरव्यू कैमरा और एक टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (टीपीएमएस) जैसे फीचर्स भी दिए गए हैं।
इससे पहले हम वरना के एडीएएस किट का एक्सपीरियंस आपके साथ शेयर कर चुके हैं जो लाइफ को आसान तो बना देते हैं मगर इनका आदी होने में समय लगता है। हमारा मानना है कि हुंडई इसके कॉलिजन अवॉयडेंस सिस्टम को इंडियन ड्राइविंग कंडीशंस के अनुरूप बनाने पर थोड़ा और बेहतर तरीके से काम कर देगी। इसके अलावा वरना में 360 डिग्री कैमरा नहीं दिया जाता है तो एक एडिशनल ब्लाइंड व्यू कैमरा देकर सेफ्टी को और बढ़ाया जा सकता है।
स्पेस एंड प्रैक्टिकैलिटी
पिछली लॉन्ग टर्म रिपोर्ट में हमनें हुंडई वरना को इस मोर्चे पर भी परखा था और 528 लीटर के बूट स्पेस और केबिन प्रैक्टिकैलिटी के मोर्चे पर ये कार काफी अच्छी नजर आई थी। इसके हर डोर पॉकेट्स में 1 लीटर तक की बॉटल रखी जा सकती है। इसके फ्रंट आर्मरेस्ट के अंदर अच्छा खासा स्टोरेज स्पेस दिया गया है और रियर पैसेंजर के लिए कपहोल्डर के साथ फोल्ड आउट आर्मरेस्ट दिया गया है। फ्रंट सीटबैक पॉकेट्स के अलावा एसी वेंट्स के नीचे भी छोटा सा स्टोरेज स्पेस दिया गया है और ये स्पेस काफी काम के भी साबित होते हैं।
इसके अलावा रियर में 2 टाइप सी पोर्ट्स के साथ फ्रंट कंसोल में फास्ट चार्जिंग यूएसबी टाइप सी पोर्ट दिया गया है। इसमें मिडिल में बैठने वाले रियर पैसेंजर के लिए हेडरेस्ट तो नहीं दिया गया है, मगर इसके सभी हेडरेस्ट को अपने हिसाब से एडजस्ट किया जा सकता है।
रियर सीट स्पेस की बात करें तो यहां तीन लोग तो बैठ सकते हैं, मगर दो लोग के बैठने पर ज्यादा कंफर्ट मिलता है। इसमें औसत साइज के लोगों को अच्छा खासा लेगरूम स्पेस भी मिल जाता है। इसकी फ्रंट सीटों से अच्छा सपोर्ट मिल जाता है और लंबे सफर के दौरान इसकी सीट बोल्स्ट्रिंग भी आपको आराम दे देती है।
इसमें रियर विंडस्क्रीन शेड भी दिया है जिसके रहते आप गर्मी से बच सकते हैं लेकिन वरना में रियर विंडो सनशेड्स नहीं दिया गया है।
ड्राइविंग परफॉर्मेंस
इसमें 1.5 लीटर टीजीडीआई टर्बो पेट्रोल इंजन दिया गया है जो कि सेगमेंट में सबसे पावरफुल भी है और लॉन्च के समय से ही इसमें मैनुअल ट्रांसमिशन का ऑप्शन दिया जा रहा है।
इंजन |
1.5-लीटर टर्बो पेट्रोल |
पावर |
160 पीएस |
टॉर्क |
253 एनएम |
ट्रांसमिशन |
6-स्पीड मैनुअल (7-स्पीड डीसीटी भी उपलब्ध) |
इसकी प्राइस को देखते हुए तो ये इंजन काफी सॉलिड नजर आता है जो काफी तेजी से रफ्तार पकड़ लेता है। ये काफी फुर्तिला भी है और आपको ओवरटेकिंग में परेशानी नहीं होती है। साथ ही सेकंड और थर्ड गियर में तो कार को अच्छे ढंग से खींच लेता है। सबसे अच्छी बात ये भी है कि छठे गियर पर एक्सलरेशन काफी बढ़िया मिलता है, जिससे आपको ओवरटेक करने में आसानी रहती है और गियर डाउन करने की जरूरत महसूस नहीं होती है। वरना परफॉर्मेंस कार तो नहीं है मगर इसमें इतनी पावर और टॉर्क मिल जाती है कि आपको निराश नहीं होना पड़ता और मैनुअल गियरबॉक्स के साथ तो इसकी परफॉर्मेंस और भी दमदार महसूस होती है।
माइलेज
हुंडई वरना टर्बो पेट्रोल मॉडल से आप अच्छे माइलेज की उम्मीद तो ना ही करें। इस लॉन्ग टर्म रिव्यू के दौरान हमें मिले माइलेज के आंकड़े कुछ इस प्रकार से है:
सिटी |
हाईवे |
कंबाइंड |
9-11 किलोमीटर प्रति लीटर |
18-20 किलोमीटर प्रति लीटर |
15 किलोमीटर प्रति लीटर |
ये सिटी में कम माइलेज देती है, मगर हाईवे पर माइलेज बढ़ जाता है।
पहले से बेहतर हुई है इसकी हैंडलिंग
जब हुंडई न्यू जनरेशन वरना को तैयार कर रही थी तब शायद कंपनी ने इसकी हैंडलिंग में सुधार करने पर ज्यादा ध्यान दिया होगा। आज भी इसका स्टीयरिंग लाइटवेटेड है जिससे सिटी में इसे ड्राइव करना और कहीं पार्क करना आसान हो जाता है। मगर ड्राइव सलेक्टर की मदद से आप इसे स्पोर्ट मोड में डालेंगे तो इसके स्टीयरिंग व्हील का वजन इलेक्ट्रॉनिकली बढ़ जाएगा जिससे ड्राइवर को ज्यादा कॉन्फिडेंस मिलता है। कॉर्नर्स पर इस कार की ओवरऑल स्टेबिलिटी में भी सुधार हुआ है।
राइड कंफर्ट
हुंडई वरना की राइड क्वालिटी की बात करें तो कई मोर्चों पर ये काफी अच्छी महसूस होती है। हालांकि ये ज्यादा स्पीड और बड़े गड्ढों का सामना तो नहीं कर सकती है, मगर हाईवे पर ज्यादा स्पीड पर और सिटी में कम स्पीड पर इसकी राइड क्वालिटी शानदार साबित होती है।
लो सीटिंग पोजिशन होने के कारण इस सेडान के केबिन में दाखिल होना या उससे बाहर निकलना थोड़ा मुश्किल होता है। हालांकि केबिन में बैठने के बाद इसकी सीटें आपको काफी कंफर्टेबल रखती है। मुझे इसमें तीन लोगों को रियर सीट पर बैठाने का चांस तो नहीं मिला, मगर दो लोगों के लिए यहां काफी जगह मौजूद थी। इसकी सीटों की कुशनिंग काफी अच्छी है और चार घंटे लगातार ड्राइव करने के बाद भी मुझे कोई थकान महसूस नहीं हुई।
निष्कर्ष
जब मुझे हुंडई वरना टर्बो मॉडल का रिव्यू करने की जिम्मेदारी दी गई तो मेरे लिए ये कोई नई बात नहीं थी क्योंकि इससे पहले भी मैं हुंडई की कई सेडान कारें ड्राइव कर चुका था। इससे पहले मैंने 12 साल पुरानी हुंडई एसेंट ड्राइव की थी और मैं रिश्तेदारों और दोस्तों के जरिए हुंडई वरना के काफी सारे जनरेशन वाले मॉडल्स को भी ड्राइव कर चुका था। आखिरकार मुझे ऐसा महसूस हुआ कि हुंडई ने वरना की सेडान सेगमेंट में स्पोर्टी इमेज को कम करते हुए ज्यादा फीचर्स देकर इसे एक फीचर लोडेड कार बनाने का प्रयास किया है।
मैं कहना चाहूंगा कि हुंडई वरना टर्बो एक परफैक्ट चॉइस तो नहीं है, मगर इसमें आपको एग्जीक्यूटिव और ड्राइविंग जॉय का कॉम्बिनेशन जरूर मिल जाएगा।
किस दिन मिली ये कारः 17 दिसंबर 2023
जिस दिन मिली तब तक कितने किलोमीटर की जा चुकी थी ड्राइव: 9,819 किलोमीटर
अब तक कितने किलोमीटर हो चुकी है ड्राइव: 14,754 किलोमीटर (4935 किलोमीटर हमनें की ड्राइव)