मर्सिडीज बेंज ईक्यूएस: फर्स्ट ड्राइव रिव्यू

Published On नवंबर 15, 2022 By भानु for मर्सिडीज ईक्यूएस

ईक्यूएस अब मर्सिडीज की भारत में ही असेंबल की जाने वाली कारों की लिस्ट में शुमार हो गई है। अब इसकी कीमत एस क्लास के लगभग बराबर हो गई है। जिनके बीच अंतर कुछ ऐसा है (1.55 करोड़ रुपये vs 1.60 करोड़ रुपये) और इसकी सर्टिफाइड रेंज को देखते हुए कोई भी एस क्लास खरीदने का इच्छुक कस्टमर नई ईक्यूएस पर भी गौर जरूर करेगा। मर्सिडीज बेंज ईक्यूएस में क्या कुछ मिलता है खास, ये आप जानेंगे इस फर्स्ट ड्राइव रिव्यू में:

लुक्स

इसको स्पेसशिप कहना गलत नहीं होगा। इसे एकदम नए ईवी डिजाइन दिए गए हैं और इसके पीछे एक खास मकसद भी है। इसे फ्रंट से लेकर बैक तक सिंगल आर्क डिजाइन दिया गया है जिससे ये काफी ज्यादा स्पोर्टी नजर आती है। ऐसे में ईक्यूएस को लेकर दावा किया गया है कि ये दुनिया की काफी एयरोडायनैमिकली एफिशिएंट कार है। ऐसे में ये शानदार रेंज के साथ शानदार परफॉर्मेंस देने का भी दमखम रखती है।

टेक्निकल बातों को छोड़ दें तो भी ये कार काफी ज्यादा आकर्षक नजर आती है। इसका साइज भी लॉन्ग व्हीलबेस एस क्लास के बराबर ही है और सड़क पर इसकी रोड प्रजेंस काफी ज्यादा दमदार दिखाई पड़ती है। इसमें दिए गए स्टार स्टब्ड ग्रिल, फ्लश डोर हैंडल्स, फ्रेमलैस डोर और टेललैंप्स लोगो इस कार को नोटिस कराने के लिए ही काफी है। इसका डिजाइन काफी मैच्यॉर है और इसमें मॉडर्न एलिमेंट्स का भी इस्तेमाल किया गया है जिसके चलते ये हर उम्र के लोगों को पसंद आ जाएगी। और यकीनन इसकी रोड प्रजेंस एस क्लास से ज्यादा अच्छी दिखाई देती है। 

इंटीरियर

ईक्यूएस जितनी बाहर से स्पेसशिप जैसी लगती है उतनी ही अंदर से भी। इसमें दी गई व्हाइट लैदरेट अपहोल्स्ट्री, सेंटर कंसोल पर वुडन की फिनिशिंग और डैशबोर्ड पर लगी तीन बड़ी स्क्रीन लग्जरी कार का फ्यूचर दिखाती है।

इसके पूरे इंटीरियर की क्वालिटी काफी शानदार है और आपको बिल्कुल शिकायत का मौका नहीं देती है। एक एस क्लास ओनर को भी इसमें फ्रेंडली एक्सपीरियंस मिलेगा। यहां तक कि लैदर, डोर पैड्स, कारपेट्स और सेंटर कंसोल तक काफी प्रीमियम नजर आते हैं। हालांकि रियर आर्मरेस्ट लॉक और डैशबोर्ड पर पैनल इंटरलॉक्स की फिनिशिंग थोड़ी बेहतर होनी चाहिए थी।

इसके डैशबोर्ड पर दी गई तीन स्क्रीन्स इसका सबसे आकर्षक फीचर है। इसके दोनों तरफ की स्क्रीन का साइज 12.3 इंच और बीच वाली का 17.7 इंच है। वैसे तो मैं बड़े टचस्क्रीन्स का फैन नहीं हूं खासतौर पर उनका जो बटंस को रिप्लेस करती है, मगर ये सेटअप कुछ अलग ही नजर आया। इसकी डिस्प्ले का रेजोल्यूशन काफी शानदार है और ये किसी भी महंगे टेबलेट को कड़ी टक्कर दे सकती है। इसकी ड्राइवर डिस्प्ले पर काफी मोड्स दिए गए हैं। इसके अलावा इसमें ड्राइवर के लिए काफी शानदार सा हेड्स अप डिस्प्ले भी दिया गया है।

को ड्राइवर सीट के लिए दी गई डिस्प्ले में पुराने मर्सिडीज यूजर इंटरफेस का इस्तेमाल किया गया है और इसका इस्तेमाल भी तभी किया जा सकता है जब कोई सीट पर बैठा हो। इससे मीडिया, नेविगेशन जैसे बेसिक फंक्शंस को ही कंट्रोल किया जा सकता है जबकि ये सभी फंक्शंस बड़ी वाली सेंट्रल डिस्प्ले से भी कंट्रोल किए जा सकते हैं।

इसकी बड़े साइज की डिस्प्ले की बात की जाए तो अब किसी प्रोडक्शन कार में दी गई ये सबसे बेस्ट डिस्प्ले है। इसकी स्क्रीन काफी ब्राइट है, कलर काफी वाइब्रेंट हैं और इंटरफेस भी इस्तेमाल करने में आसान लगता है। ये नेविगेशन और दूसरे मेन्यू को जरूरत के हिसाब से होम डिस्प्ले की तरह यूज करता है। इसमें इतने ज्यादा फंक्शन दिए गए हैं कि आपको इन्हें एक्सप्लोर करने में ही सप्ताहभर लग जाएगा।

इसके अलावा इस कार में 4-जोन क्लाइमेट कंट्रोल सिस्टम, एक 15-स्पीकर साउंड सिस्टम, वेंटिलेटेड, हॉट एंड मसाज सीट्स, मीडिया और लाइट्स के लिए जेस्चर कंट्रोल, पैनोरमिक सनरूफ, पूरे केबिन में किसी स्पेसशिप की तरह ट्रेवल करने वाली एक्टिव एंबिएंट लाइटिंग जैसे फीचर्स दिए गए हैं। इसके अलावा इसमें काफी पावरफुल एयर प्योरिफायर और पूरे इंफोटेनमेंट सिस्टम के लिए वन टच बायोमीट्रिक ऑथेंटिकेशन जैसे फीचर्स भी दिए गए हैं। ये सभी फीचर्स काफी अच्छे से काम करते हैं।

इसमें दी गई कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी भी काफी एडवांस्ड है। आप रोज सुबह कार केबिन को ठंडा करने के लिए कार में स्टार्ट शेड्यूल लगा सकते हैं।

हालांकि दो ध्यान में रखने वाली परेशानियां भी बता दें, पहली तो ये इसमें रियर एसी वेंट्स डैशबोर्ड के पीछे पोजिशन किए गए हैं और ये काफी तेज हो सकते हैं। ऐसे में फैन की स्पीड कम करने से रियर सीट पैसेंजर्स को कूलिंग नहीं मिलेगी। दूसरी बात ये कि सनरूफ कर्टेन में काफी पतले कपड़े का इस्तेमाल हुआ है जिससे केबिन के अंदर तेज धूप आसानी से पहुंच जाती है और उसे गर्म कर सकती है। ट्रैवलिंग के दौरान आपको इन चीजों से असुविधा हो सकती है और गर्मियों में तो कम दूरी पर भी आप परेशान हो सकते हैं।

रियर सीट्स

ईक्यूएस को इलेक्ट्रिक कारों की एस क्लास कहना वाकई बड़ी बात है। और चूंकि ईक्यूएस इस लिहाज से काफी सक्षम है मगर ये अच्छे रियर सीट एक्सपीरियंस के मामले में थोड़ी पीछे रह जाती है। इसकी सीटें काफी कंफर्टेबल हैं, केबिन काफी स्पेशियस नजर आता है और हर तरफ क्वालिटी की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है। इसमें रिक्लाइनिंग सीट्स, मीडिया को कंट्रोल करने के लिए एक पर्सनल टैबलेट, क्लाइमेट कंट्रोल के लिए पर्सनल जोन, वेंटिलेटेड सीट्स और एम्बिएंट लाइटिंग के लिए कोकून जैसे फीचर्स भी दिए गए हैं। खड़ी रहने पर तो इसमें काफी शानदार रियर सीट एक्सपीरियंस मिलता है।

एस क्लास के कंपेरिजन में इसमें सॉफ्ट क्लोज डोर्स, मसाज देने वाली रियर सीट्स, विंडो शेड्स, रियर टेबलेट में सनशेड कंट्रोल या फिर फ्रंट एवं रियर सीट्स को एडजस्ट करने के लिए 'बॉस बटन' का फीचर नहीं दिया गया है।

बूट स्पेस

सभी फास्टबैक कारों की तरह ईक्यूएस में 4 पैसेंजर्स के लगेज से ज्यादा लगेज भी रखा जा सकता है। इसका बूट काफी बड़ा और गहरा है और इसमें हर तरफ कारपेट लगे होने से साउंड इंसुलेशन काफी अच्छा रहता है।

वेरिएंट्स

ईक्यूएस में आपको दो ऑप्शंस मिल जाएंगे। मेड इन इंडिया टैग वाला ईक्यूएस 580​ वेरिएंट जिसकी प्राइस काफी वाजिब है। इसके अलावा इसमें एएमजी 53 का भी ऑप्शन दिया गया है जो काफी शानदार है। इसमें वो सब चीजें मौजूद हैं जो 580 में दी गई है और इसके अलावा भी कुछ और फीचर्स दिए गए हैं। मगर 580 वेरिएंट के मुकाबले एएमजी 53 की कीमत 1 करोड़ रुपये तक ज्यादा है (2.45 करोड़ रुपये vs 1.55 करोड़ रुपये)

रेंज और चार्जिंग

ईक्यूएस भारत में बिकने वाली अभी तक की सबसे लंबी रेंज वाली इलेक्ट्रिक कार है। इसकी एआरएआई सर्टिफाइड रेंज 857 किलोमीटर बताई गई है और रियल वर्ल्ड में आप 600 किलोमीटर तक की तो उम्मीद कर ही सकते हैं। इसमें 107.8 केडब्ल्यूएच का बड़ा बैट्री पैक दिया गया है।

ये आपकी जेब पर भी भारी नहीं पड़ेगी क्योंकि इसे 30,000 किलोमीटर ड्राइव करने के बाद ही सर्विस पर ले जाना पड़ेगा या फिर दो साल में एक बार ही इसकी जरूरत पड़ेगी। इसके बैट्री पैक पर 8 साल और अनलिमिटेड किलोमीटर की वारंटी दी जा रही है।

मोटर और परफॉर्मेंस

जब बात ड्राइवेबिलिटी की आती है तब इलेक्ट्रिक कारों की स्पेशिलिटी उनकी शानदार परफॉर्मेंस के रूप में सामने आती है। चाहे फिर कार खड़ी रहे या किसी भी स्पीड रेंज में क्यों ना हो, इनका पिकअप काफी लाजवाब होता है। इस मामले में ईक्यूएस एक स्टेप आगे रहती है। आप इसे अगर स्पोर्टी तौर पर ड्राइव करेंगे तो ये आपको रोमांच से भर देगी और अगर सिटी स्पीड पर चलाएंगे ये काफी शांत होकर चलेगी।

इस कार के 580 वेरिएंट को 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड पकड़ने में 4.3 सेकंड्स का समय लगता है जो काफी इंप्रेस करने वाली बात है। वहीं यदि आप एक करोड़ रुपये ज्यादा खर्च करते हुए एएमजी वेरिएंट लेते हैं तो वो ये काम 3.4 सेकंड्स में ही करके दिखा देता है। इसकी टॉप स्पीड 240 किलोमीटर प्रति घंटा है। इस दौरान ना तो मोटर कोई शोर करेगी, ना​ गियर में कोई अटकाव महसूस होगा और ना ही आपको किसी टर्बो पावर की जरूरत महसूस होगी। इलेक्ट्रिक कारें काफी तेजी होती हैं मगर ईक्यूएस तो काफी ज्यादा फुर्तिली इलेक्ट्रिक कार है।

इसके रियर व्हील्स के लिए 9 डिग्री का एंगल दिया गया है। सिटी में कॉम्पैक्ट एसयूवी कारों के बराबर लगती है। आपको यू टर्न लेते समय कोई टेंशन नहीं रहती है। 

किसी टेढ़ी-मेढ़ी सड़क पर भी ईक्यूएस काफी फुर्तिली नजर आती है। हालांकि, 2.5 टन से अधिक मेटल, लैदर और लिथियम-आयन के साथ,इसे काफी वजन खींचना पड़ता है जिससे इसको थोड़ा स्पीड में चलने में एक्सट्रा पावर की जरूरत पड़ती है। ​हाईवे पर इसके रियर व्हील्स उसी दिशा में टर्न लेते हैं जहां फ्रंट व्हील्स जाते हैं जिससे गाड़ी स्टेबल रहती है। 

ईक्यूएस में एयर सस्पेंशन दिए गए हैं जिसका मतलब ये हुआ ड्राइविंग मोड्स के साथ आप इसकी उंचाई को कम ज्यादा कर सकते हैं। कंफर्ट मोड पर इसका बैलेंस काफी अच्छा नजर आता है। ये आपको कंफर्टेबल रखते हुए भारतीय सड़कों का सामना कर सकती है और हाईवे पर आपकी बॉडी को बाउंस नहीं होने देती है। 

ईक्यूएस में काफी कम ग्राउंड क्लीयरेंस दिया गया है। लंबे व्हीलबेस के साथ इसकी अंडरबॉडी के स्पीड ब्रेकर्स से टच होने का खतरा बना रहता है। हालांकि आप महज एक बटन दबाकर भी इसकी कार की उंचाई को बढ़ा सकते हैं। हालांकि आप जिओ टैग के जरिए पहले ही ऐसे रास्तों को खोज सकते हैं जो आपकी कार के लिए खतरा बन सकते है और वहां ये कार ऑटोमैटिक तरीके से उंची हो जाती है। 

इसमें दिया गया एडीएएस इमरजेंसी ब्रेकिंग सिस्टम इंडिया फ्रेंडली नहीं है। कम स्पीड के दौरान कुछ ही सेकंड में ये कार के टायरों को जाम कर देता है और चारों के चारों पहिए एकदम से रूक जाते हैं। ऐसे में अचानक से रुकने के कारण पीछे वाला व्हीकल आपको टक्कर मार सकता है। इस एडीएएस फीचर में यूरोपियन सेटिंग्स दी गई है। ऐसे में आपको इसमें कुछ सेटिंग्स को बंद करना पड़ता है। 

चाहे वो 580 हो या फिर एएमजी,मर्सिडीज ईक्यूएस इलेक्ट्रिक कारों के प्रति लोगों का नजरिया बदलने का दमखम रखती है। सिटी में आपको रेंज गिरने की परवाह नहीं रहती है और आप इंटरसिटी ट्रैवल को प्लान कर सकते हैं। परफॉर्मेंस की बात करें तो एएमजी वेरिएंट तो कमाल है ही साथ 580 भी अच्छी अच्छी लग्जरी कारों को तुरंत पीछे छोड़ सकती है।

ये काफी बड़ी,लग्जरी,फीचर लोडेड और काफी कंफर्टेबल कार है। इसके रियर सीट एक्सपीरियंस में थोड़ी बहुत कमियां जरूर है मगर आप इसमें पूरी फैमिली के साथ सफर करेंगे तो ये आपको काफी अच्छी लगेगी। कुल मिलाकर एस क्लास से कम कीमत पर आ रही इस इलेक्ट्रिक कार पर आपको गौर जरूर करना चाहिए। 

मर्सिडीज ईक्यूएस

वेरिएंट*एक्स-शोरूम कीमत नई दिल्ली
580 4मैटिक (इलेक्ट्रिक)Rs.1.62 करोड़*

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