पहली नज़र में कैसा अहसास देती है नई डिजायर, यहां जानिये

प्रकाशित: मई 03, 2017 05:10 pm । jagdevमारुति डिजायर 2017-2020

  • 15 Views
  • Write a कमेंट

भारत में मारूति की स्विफ्ट डिजायर साल 2008 से मौजूद है, पहली जनरेशन की डिजायर स्विफ्ट हैचबैक पर बनी थी, इसका डिजायन अटपटा और पुराना लगता था, फिर साल 2012 में मारूति ने दूसरी जनरेशन की डिजायर को उतारा, एक्साइज ड्यूटी का फायदा लेने के लिए इसकी लम्बाई को 4 मीटर के दायरे में रखा गया। आक्रामक कीमत और बेहतर डिजायन की वजह से यह सेल्स चार्ट में ऊंचाईयों पर पहुंच गई और सेगमेंट की सबसे ज्यादा बिकने वाली कार बनी हुई है।

पिछले साल सुज़ुकी ने जापान में नई स्विफ्ट हैचबैक को लॉन्च किया था, भारत में नई स्विफ्ट को इस साल के अंत तक या फिर अगले साल की शुरूआत में उतारा जा सकता है। दिलचस्प बात ये है कि नई स्विफ्ट से पहले यहां नई डिजायर को उतारा जाना है, इसे 16 मई को लॉन्च किया जाएगा। यह नई स्विफ्ट और मौजूदा बलेनो वाले प्लेटफार्म पर बनी है। हमने हाल ही में नई डिजायर को काफी नजदीक से देखा है, तो आइए जानते हैं कि पहली नज़र में यह कितना प्रभावित करती है...

डिजायन

नई डिजायर में नई स्विफ्ट हैचबैक की झलक दिखाई देती है, इस में आगे की तरफ नई हैक्सागोनल ग्रिल और हैडलैंप्स के साथ एलईडी डे-टाइम रनिंग लाइटें दी गई हैं। नई डिजायर पुराने मॉडल से 40 एमएम ज्यादा चौड़ी है, इस में बाहर की तरफ उभरी हुई हैडलाइटें दी गई हैं, बोनट भी बाहर की तरफ उभरा हुआ है।

ग्रिल के चारों ओर क्रोम लाइन और अंदर की तरफ क्रोम स्लेट्स दी गई हैं, जबकि फॉग लैंप्स में भी क्रोम का इस्तेमाल हुआ है, अब यह पहले से ज्यादा प्रीमियम नज़र आती है। डिज़ायर वैसे तो स्विफ्ट हैचबैक पर बनी है और इनका अगला हिस्सा कामोबेश एक जैसा ही रहेगा, ऐसे में कंपनी स्विफ्ट को डिजायर से अलग दिखाने के लिए उसके अगले हिस्से में क्रोम का ज्यादा इस्तेमाल शायद नहीं करेगी। नई डिजायर के अगले बम्पर और बोनट के बीच में थोड़ी जगह रखी है, इस वजह से पहले के मुकाबले अब इसका अगला हिस्सा बेहतर नज़र आता है।

इसकी ऊंचाई को 40 एमएम घटाया गया है, जबकि ग्राउंड क्लीयरेंस को 7 एमएम कम कर 163 एमएम रखा गया है, यही वजह है कि इस में सीटिंग पोजिशन पहले से थोड़ी नीचे रहेगी।

साइड वाले हिस्से का डिजायन बलेनो हैचबैक से मिलता-जुलता है। इस में आगे से शुरू हुई कर्व लाइनें बीच में नीचे की तरफ झुकी हुई हैं और टेललैंप्स के पास ये फिर से उभरी हुई हैं।

कार के पिछले हिस्से की बात करें तो कॉम्पैक्ट सेडान को चार मीटर की लंबाई के दायरे में रखना होता है, ऐसे में यहां पहुंचते सबसे बड़ा अंतर डिजायन में आ जाता है, डिज़ायर के बूट वाले हिस्से की बात करें तो पहले के मुकाबले यह बेहतर है, इसे  राउंड शेप दिया गया है। बूट कवर पर क्रोम लाइन दी गई है और इस पट्टी के नीचे की तरफ नंबर प्लेट लगी है। नई डिजायर में टेललैंप्स के साथ एलईडी लाइट गाइड दी गई हैं, कुल मिलाकर पीछे की तरफ से कार काफी बेहतर है और इसकी रूफलाइन पिछले हिस्से में अच्छे से मिल जाती है।

नई डिजायर की बूट क्षमता 376 लीटर की है, पुराने मॉडल की तुलना में यह 60 लीटर ज्यादा है। पहले से ज्यादा चौड़ी होने की वजह से इसके केबिन में भी ज्यादा जगह मिलेगी।

जेडएक्सआई वेरिएंट में एलईडी डे-टाइम रनिंग लाइटें और एलईडी प्रोजेक्टर हैडलैंप्स मिलेंगे

फॉग लैंप्स के नीचे की तरफ क्रोम फिनिशिंग दी गई है

टेललैंप्स के साथ एलईडी लाइट गाइड दी गई है, डिजायर का लोगो भी नया है

इस में नए डिजायन के अलॉय व्हील आएंगे, व्हील का साइज 15 इंच का है

केबिन

केबिन में बैठते वक्त आपको अहसास होगा कि इसके दरवाजे और दूसरे पैनल कम वज़नी हैं, केबिन में सबसे पहले नया फ्लैट-बॉटम स्टीयरिंग व्हील ध्यान खींचता है, जेडएक्सआई प्लस वेरिएंट में लैदर कवर वाला स्टीयरिंग व्हील आएगा। स्टीयरिंग व्हील पर दिए गए ऑडियो कंट्रोल्स का डिजायन भी अलग है। टेलीफोनी कंट्रोल्स को स्टीयरिंग के पीछे की तरफ रखा गया है, कुछ लोगों को इन्हें इस्तेमाल करने में समय लग सकता है। डैशबोर्ड और स्टीयरिंग के नीचे की तरफ वुड फिनिशिंग दी गई है।

नई डिजायर में 7.0 इंच का इंफोटेंमेंट सिस्टम दिया गया है, इसे ड्राइवर की तरफ रखा गया है, इस वजह से ड्राइवर इसे आसानी से इस्तेमाल कर सकता है। इस में आगे की तरफ बकेट सीटें दी गई हैं और पीछे वाले पैसेंजर के आराम का ध्यान रखते हुए सीटों की कुशनिंग को बढ़ाया गया है।

पीछे की तरफ तीन पैसेंजर आराम से बैठ सकते हैं। इसका व्हीलबेस 20 एमएम बढ़ा है, इस वजह से केबिन में ज्यादा जगह और पीछे की तरफ अच्छा लैग स्पेस मौजूद है, इस में 6 फीट की कद-काठी वाले दो पैसेंजर को बैठने में भी कोई दिक्कत नहीं आएगी। नई डिजायर में पीछे की तरफ एडजस्ट होने वाले हैडरेस्ट, एसी वेंट्स, 12 वोल्ट का चार्जिंग सॉकेट और आर्मरेस्ट के साथ कपहोल्डर्स दिए गए हैं।

केबिन में इस्तेमाल हुई प्लास्टिक क्वालिटी मौजूदा मॉडल जैसी ही है, इसे ज्यादा अच्छा तो नहीं कह सकते है क्योंकि यह थोड़ी हार्ड लगती है। यदि इसे आक्रामक कीमत पर उतारा जाता है तो यह कोई ज्यादा मायने नहीं रखेगा।

इंस्ट्रूमेंट कंसोल पर व्हाइट लाइटिंग मिलेगी

7 इंच का इंफोटेंमेंट सिस्टम और ऑटोमैटिक क्लामेट कंट्रोल वाला एसी

इंजन

बलेनो की तरह नई डिजायर को भी कम वज़नी प्लेटफार्म पर तैयार किया गया है, इसका पेट्रोल वर्जन पहले के मुकाबले 85 किलोग्राम और डीज़ल वर्जन 105 किलोग्राम कम वज़नी है। इस में मौजूदा मॉडल वाले ही इंजन दिए गए हैं, पेट्रोल वर्जन में 1.2 लीटर का इंजन लगा है, इसकी पावर 84 पीएस और टॉर्क 115 एनएम है। डीज़ल वर्जन में 1.3 लीटर का इंजन लगा है, इसकी पावर 75 पीएस और टॉर्क 190 एनएम है। संभावना है कि नई डिजायर का माइलेज पहले से बेहतर होगा, मौजूदा डिजायर के पेट्रोल मैनुअल का माइलेज 20.85 किमी प्रति लीटर और डीज़ल एएमटी का माइलेज 26.59 किमी प्रति लीटर है। कम वज़नी होने की वजह से इसकी हैंडलिंग और राइड क्वालिटी पहले से ज्यादा अच्छी होगी।

निष्कर्ष

नई डिजायर में पहले से ज्यादा सेडान कार वाला अहसास मिलता है और यह हैचबैक में सिर्फ बूट जोड़कर तैयार की हुई सेडान नहीं लगती है। यह पहले से ज्यादा प्रीमियम है, इसके टॉप वेरिएंट में कई सारे फीचर दिए गए हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि कंपनी इसके शुरूआती वेरिएंट में कौन से फीचर देती है और कौन से फीचर (मसलन क्रोम फिनिशिंग और एलईडी हैडलाइट) नहीं देती है।

द्वारा प्रकाशित
was this article helpful ?

0 out ऑफ 0 found this helpful

मारुति डिजायर 2017-2020 पर अपना कमेंट लिखें

Read Full News

कार न्यूज़

  • ट्रेंडिंग न्यूज़
  • ताजा खबरें

ट्रेंडिंगसेडान कारें

  • लेटेस्ट
  • अपकमिंग
  • पॉपुलर
×
We need your सिटी to customize your experience