ग्लोबल क्रैश टेस्ट में टाटा जेस्ट को मिले 4-स्टार
प्रकाशित: नवंबर 18, 2016 06:34 pm । raunak । टाटा ज़ेस्ट
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भारत में बनी कारें कहां तक सुरक्षित है इसके बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए ग्लोबल न्यू कार असेस्मेंट प्रोग्राम (ग्लोबल एनसीएपी) समय-समय पर यहां बनी कारों का क्रैश टेस्ट करती आई है। इस बार एनसीएपी ने टाटा जेस्ट का क्रैश टेस्ट किया है। इसमें जेस्ट को सुरक्षा के मामले में 4-स्टार रेटिंग मिली है।
क्रैश टेस्ट में जेस्ट के दो वेरिएंट को उतारा गया था। इन में एक बेस वेरिएंट था जिसमें एयरबैग नहीं आते, दूसरा वेरिएंट ड्यूल फ्रंट एयरबैग और 2 प्री-टेंशनर्स और ड्राइवर सीट बेल्ट रिमाइंडर फीचर से लैस था। क्रैश टेस्ट में बिना एयरबैग वाले वेरिएंट को व्यस्क पैसेंजर सुरक्षा के मामले में जीरो स्टार और चाइल्ड सुरक्षा के मामले में एक स्टार रेटिंग मिली। वहीं सेफ्टी फीचर से लैस वेरिएंट को चाइल्ड प्रोटेक्शन के लिए 2-स्टार और व्यस्क पैसेंजर सुरक्षा में 4-स्टार रेटिंग हासिल हुई।
ग्लोबल एनसीएपी के महासचिव डेविड वार्ड ने नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ‘जेस्ट को देखकर लगता है कि टाटा कंपनी पैसेंजर सुरक्षा को लेकर काफी सक्रिय है। हमारा टाटा से आग्रह है कि जेस्ट को और सुरक्षित कार बनाने की दिशा में आगे बढ़ते हुए इस के बेस वेरिएंट में भी ड्यूल एयरबैग की सुविधा दें। इसके साथ ही हम ग्राहकों से भी यह अनुरोध करना चाहेंगे कि वे ज्यादा सुरक्षा रेटिंग वाले कारें चुनें।’
इंस्टीट्यूट ऑफ रोड ट्रैफिक एजूकेशन के अध्यक्ष रोहित बालूजा का कहना है कि ‘ सुरक्षा के मामले में ज़ेस्ट का जीरो से 4-स्टार रेटिंग हासिल करना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और हम इस बात से भी काफी खुश हैं कि कंपनी ने कार के स्ट्रक्चर में जो बदलाव किए हैं, उन्हें सभी वर्जनों में मुहैया कराया जाएगा। इस चुनौती को पूरा करने का टाटा मोटर्स का यह कदम भारतीय ऑटोमोबाइल जगत में एक उदाहरण बनेगा और ग्राहकों में भी सुरक्षित कारों को लेकर जागरुकता बढ़ेगी।’
वैसे, भारतीय कार उपभोक्ताओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार भी काफी सक्रियता से काम रही है। भारत में अक्टूबर 2017 से सभी कारों में सुरक्षा के लिए ड्यूल फ्रंट एयरबैग देना अनिवार्य हो जाएगा।