चेन्नई में कौड़ियों के भाव बिक रही हैं बाढ़ प्रभावित लग्ज़री कारें
प्रकाशित: जनवरी 07, 2016 07:26 pm । saad
- 17 Views
- 37 कमेंट्स
- Write a कमेंट
चेन्नई में बीते नवंबर-दिसंबर में बाढ़ का कहर बरपा था। इस वजह से न केवल आम लोगों की जिंदगियां प्रभावित हुईं बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को भी अच्छा-खासा नुकसान पहुंचा। इस प्राकृतिक आपदा का गंभीर असर ऑटोमोबाइल उद्योग पर भी देखने को मिली। कंपनियां अभी तक बाढ़ के कारण हुए नुकसान से जूझ रही हैं।
वहीं, दूसरी ओर कार मालिक, इंश्योरेंस कंपनियां, बैंकर्स और कार डीलर्स, बड़ी तादाद में बाढ़ से प्रभावित हुई कारों को बेचने के लिए आगे आ रहे हैं। इन कारों में हैचबैक से लेकर लग्ज़री सेडान और एसयूवी शामिल हैं। लाखों रूपए की यह कारें ऑनलाइन नीलामी में कौड़ियों के दाम बिक रही हैं।
कारों की नीलामी से जुड़ी कंपनी कोपार्ट इंडिया के श्रीपेरंबुदूर स्थित यार्ड में ऐसी ही कारों का ढ़ेर लगा हुआ है, जो हर दिन बढ़ता ही जा रहा है। कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर राजीव कपूर के मुताबिक बाढ़ से प्रभावित हुई ये कारें ऑन रोड दामों के मुकाबले 10 गुना कम कीमत पर बिक रही हैं। इनमें कई कारें तो 2015 मॉडल की हैं और कुछ एकदम नई हैं। बीते हफ्ते कंपनी के पास हर दिन ऐसी 10 कारें नीलामी के लिए आईं।
बुधवार को हुई नीलामी में एक ऑडी ए-4 3.4 लाख रुपए में उपलब्ध थी, जबकि इसी कार की असली कीमत 33.5 से 41.7 लाख रुपए (एक्स शो-रूम, चेन्नई) तक जाती है। ऐसे ही 35.5 लाख से लेकर 44.7 लाख रूपए में आने वाली बीएमडब्ल्यू-3 सीरीज़ छह लाख रुपए में बिक्री के लिए उपलब्ध थी।
कोपार्ट का कहना है कि ‘हम केवल वैध कागजात के साथ इन कारों को नीलाम कर रहे हैं। कारों की स्थिति और रिपेयरिंग पर होने वाले खर्च के लिए कंपनी जिम्मेदारी नहीं होगी।’
कोपार्ट के अलावा दूसरी नीलामी कंपनियों के पास भी बड़ी तादाद में ऐसी कारें नीलामी के लिए आ रही हैं। ऐसी ही एक कंपनी सिलेक्ट ऑटो मार्ट के पास बाढ़ से प्रभावित हुईं करीब 10 हजार कारें नीलामी के लिए आईं, इनमें से पांच हजार कारें तो महज 20 दिन के अंदर बिक भी गईं।
0 out ऑफ 0 found this helpful